मप्र : नोटा ने बिगाड़ा प्रत्याशियों का खेल, कुछ और भी हो सकते थे नतीजे
- मध्य प्रदेश में इस बार 1.4 प्रतिशत मतदाताओं ने नोटा को अपनाया।
- मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के नतीजों में इस बार नोटा ने बेहद अहम भूमिका निभाई हैं।
- राज्य में करीब 20 से ज्यादा सीटें ऐसी रही जहां के प्रत्य़ाशियों का खेल नोटा ने बिगाड़ दिया।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के नतीजों में इस बार नोटा ने बेहद अहम भूमिका निभाई है। राज्य में 20 से ज्यादा सीटें ऐसी रही जहां के प्रत्य़ाशियों का खेल नोटा ने बिगाड़ दिया। यानी जनता अगर इन सीटों पर नोटा का उपयोग नहीं करती तो नतीजे पूरी तरह से बदल सकते थे। हो सकता था कि प्रदेश में कांग्रेस की जगह एक बार फिर बीजेपी की सरकार बन जाती या फिर ये भी हो सकता था कि कांग्रेस की जीत का मार्जिन बढ़ जाता। बता दें कि मध्य प्रदेश में इस बार 1.4 प्रतिशत मतदाताओं ने नोटा को अपनाया, जो कि समाजवादी पार्टी को मिले वोट शेयर 1.3 प्रतिशत से ज्यादा है।
इन सीटों पर नोटा ने बिगाड़ा खेल :
1. ब्यावरा
कांग्रेस - गोवर्धन डांगी - 75569
बीजेपी - नारायण सिंह पंवार - 74743
उम्मीदवारो के बीच जीत का अंतर - 826
नोटा - 1481
2. बुरहानपुर
निर्दलीय - ठाकुर सुरेन्द्र सिंह नवल सिंह (शेरा भईया) - 98561
बीजेपी - अर्चना दीदी - 93441
उम्मीदवारो के बीच जीत का अंतर - 5120
नोटा - 5726
3. दमोह
कांग्रेस - राहुल सिंह - 78997
बीजेपी - जयंत मलैया - 78199
उम्मीदवारो के बीच जीत का अंतर - 798
नोटा - 1299
4. गुन्नौर
कांग्रेस - शिवदयाल बागरी - 57658
बीजेपी - राजेश कुमार वर्मा - 55674
उम्मीदवारो के बीच जीत का अंतर - 1984
नोटा - 3734
5. जबलपुर नॉर्थ
कांग्रेस - विनय सक्सेना - 50045
बीजेपी - शरद जैन - 49467
उम्मीदवारो के बीच जीत का अंतर - 578
नोटा - 1209
6. जोबाट
कांग्रेस - कलावती भूरिया - 46067
बीजेपी - माधोसिंह डावर - 44011
उम्मीदवारो के बीच जीत का अंतर - 2056
नोटा - 5139
7. मांधाता
कांग्रेस - नारायण पटेल - 71228
बीजेपी नरेन्द्र सिंह तोमर - 69992
उम्मीदवारो के बीच जीत का अंतर - 1236
नोटा - 1575
8. नेपानगर
कांग्रेस - सुमित्रा देवी कासदेकर - 85320
बीजेपी - मंजू राजेंद्र दादू - 84056
उम्मीदवारों के बीच जीत का अंतर - 1264
नोटा - 2551
9. पेटलावाद
कांग्रेस वाल सिंह मेडा - 93425
बीजेपी - निर्मला दिलीप सिंह भूरिया - 88425
उम्मीदवारों के बीच जीत का अंतर - 5000
नोटा - 5148
10. राजपुर
कांग्रेस - बाला बच्चन - 85513
बीजेपी - अंतर सिंह देवी सिंह पटेल - 84581
उम्मीदवारों के बीच जीत का अंतर - 932
नोटा - 3358
11. सुवासरा
कांग्रेस - हरदीप सिंह डांग - 93169
बीजेपी - राधेश्याम नानालाल पाटीदार - 92819
उम्मीदवारों के बीच जीत का अंतर - 350
नोटा - 2976
12. तराना
कांग्रेस - महेश परमार - 67778
बीजेपी - अनिल फिरोजिया - 65569
उम्मीदवारों के बीच जीत का अंतर - 2209
नोटा - 1940
14. बीना
बीजेपी - महेश राय - 57,828
कांग्रेस - शशि कठोरिया - 57,196
उम्मीदवारों के बीच जीत का अंतर - 632
नोटा - 1,528
15. चंदला
बीजेपी - राजेश कुमार प्रजापति - 41,227
कांग्रेस - अनुरागी हरप्रसाद - 40,050
उम्मीदवारों के बीच जीत का अंतर - 1,177
नोटा - 2695
16. गरोठ
बीजेपी - देवीलाल धाकड़ - 75,946
कांग्रेस - सुभाष कुमार सजोतिया - 73,838
उम्मीदवारों के बीच जीत का अंतर - 2,108
नोटा - 2,474
17. इंदौर-5
बीजेपी - महेंद्र हर्दिया - 1,17,836
कांग्रेस - सत्यनारायण पटेल -1,16,703
उम्मीदवारों के बीच जीत का अंतर - 1133
नोटा - 2,786
18. जावरा
बीजेपी - राजेंद्र पांडे - 64,503
कांग्रेस - केके सिंह कालुखेड़ा - 63,992
उम्मीदवारों के बीच जीत का अंतर - 511
नोटा - 1,510
19. कोलारस
बीजेपी - बीरेंद्र रघुंवंशी - 72,450
कांग्रेस - महेंद्र रामसिंह यादव - 71,730
उम्मीदवारों के बीच जीत का अंतर - 720
नोटा - 5,139
20. नागौद
बीजेपी - नागेंद्र सिंह - 54637
कांग्रेस - यादवेंद्र सिंह - 53403
उम्मीदवारों के बीच जीत का अंतर - 1,234
नोटा - 2,301
बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के हिस्से में 114 सीटें आईं हैं। जबकि बीजेपी को 109 सीटों से ही संतुष्ट होना पड़ा है। कांग्रेस ने अन्य दलों के समर्थन के साथ राज्य में सरकार बनाने के लिए दावा पेश कर दिया है। इन चुनावों में सपा को 1, बसपा को 2 और निर्दलीयों को 4 सीटें मिली है।
Created On :   12 Dec 2018 7:11 PM IST