कठुआ रेप-मर्डर केस : SC पहुंचा मामला, CJI से संज्ञान लेने की गुहार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के कठुआ में 8 साल की बच्ची से रेप के बाद हत्या का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट के वकीलों के एक ग्रुप ने कठुआ रेप-मर्डर केस में हो रही रुकावट पर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) दीपक मिश्रा से संज्ञान लेने की अपील की है। वकीलों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में ठीक तरीके से मामले की सुनवाई नहीं हो पा रही है, जिसके बाद चीफ जस्टिस ने कहा कि इस मामले पर आप कोई रिकॉर्ड दीजिए, उसके बाद हम देखेंगे। बता दें कि कठुआ में हुए बच्ची के साथ गैंगरेप को लेकर देश भर में गुस्सा है और गुरुवार रात को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इंडिया गेट पर कैंडल मार्च भी निकाला।
कोर्ट ने कहा- पहले कुछ रिकॉर्ड दो
शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के वकीलों के एक ग्रुप ने चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के सामने कठुआ रेप-मर्डर केस पर संज्ञान लेने की अपील की है। वकीलों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में मामले की सुनवाई नहीं हो पा रही है। कई घंटे तक चार्जशीट दाखिल नहीं होने दी गई। यहां तक कि महिला वकील को भी धमकाया जा रहा है। वकीलों की इस अपील पर चीफ जस्टिस ने कहा कि "अभी हमारे पास इस मामले में कोई रिकॉर्ड नहीं है। कोई डॉक्यूमेंट दिखाओ, वहां की मीडिया रिपोर्ट्स दिखाओ या पिटीशन दायर करो ताकि कोर्ट इस मामले पर संज्ञान ले सके।"
कठुआ रेप और मर्डर : नशा देकर बच्ची से गैंगरेप, पुलिसकर्मी भी शामिल
पीड़िता की वकील बोली- मैं किसी से नहीं डरती
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कठुआ गैंगरेप की पीड़िता की वकील दीपिका थुस्सू ने शुक्रवार को खुलासा किया कि उन्हें केस न लड़ने के लिए धमकियां दी जा रही हैं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएस सलाथिया पर धमकी देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा "उनको लगता है कि औरत है डर जाएगी, छुप जाएगी पर ये औरत दबने वाली नहीं है। मैं हिंदू के लिए, मुस्लिम के लिए, ईसाई के लिए और सिख के लिए भी लडूंगी। मेरे घर में भी 5 साल की बच्ची है।"
बीजेपी की महिला मंत्रियों ने क्या कहा?
उन्नाव गैंगरेप पर स्मृति ईरानी : कानूनी एजेंसियां और सरकार मामले में जरूरी कार्रवाई कर रही है। एक महिला होने के नाते मैं गुजारिश करती हूं कि पीड़िता पर लांछन न लगाया जाए।
कठुआ गैंगरेप पर मेनका गांधी : मैं कठुआ और हालिया रेप मामलों को जानकर बहुत ज्यादा डिस्टर्ब हो गई हूं। मैं और मंत्रालय मिलकर पोस्को ऐक्ट में संशोधन का प्रस्ताव रखेंगे जिसके अनुसार 12 साल से कम बच्चों के रेप के मामले में मौत की सजा का प्रावधान हो।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 10 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले की हीरानगर तहसील के रसाना गांव से एक 8 साल की बच्ची अगवा हो गई थी। इस बच्ची के साथ कई दिनों तक रेप किया गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गई। गांव के जंगलों में बच्ची की लाश पड़ी मिली थी। जानकारी के मुताबिक, बच्ची को अगवा करके गांव के एक धार्मिक स्थल में रखा गया था, जहां उसे बार-बार नशा दिया और कई बार रेप किया गया। बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाने के बाद आरोपियों ने पहले बच्ची का गला घोंटा और बाद में उसके सिर पर पत्थर मार कर उसकी हत्या कर दी।
किस-किसके खिलाफ केस दर्ज
इस पूरे मामले में क्राइम ब्रांच ने 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामले का मास्टरमाइंड रिटायर्ड राजस्व अधिकारी संजी राम बताया जा रहा है। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने संजी राम, उसके बेटे विशाल और भतीजे को आरोपी माना है। इसके साथ ही स्पेशल पुलिस ऑफिसर दीपक खजुरिया, सब इंस्पेक्टर आनंद दत्ता, पुलिस ऑफिसर सुरेंद्र कुमारा, रसाना गांव का रहने वाला परवेश कुमार और हेड कॉन्स्टेबल तिलक राज को इस मामले में भूमिका निभाने और सबुत मिटाने की कोशिश करने का आरोपी बनाया गया है। दीपक खजुरिया पर बच्ची के साथ रेप करने का आरोप भी लगाया गया है।
Created On :   13 April 2018 3:40 PM IST