संकट में कर्नाटक सरकार: इस्तीफा दे मुंबई पहुंचे 11 विधायक, बीजेपी बनाएगी सरकार!
- 13 विधायकों के इस्तीफे से संकट में कर्नाटक सरकार
- कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी पर लगाया खरीदफरोख्त का आरोप
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। विधायकों के इस्तीफे के बाद से कर्नाटक में सियासी संकट गहराता जा रहा है। अब तक कांग्रेस-जेडीएस के 13 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं, ऐसे में कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी की अगुवाई वाली जेडीएस-कांग्रेस की गठबंधन वाली सरकार पर अल्पमत का संटक मंडरा रहा है। इस सियासी उठा-पटक का फायदा उठाकर बीजेपी भी कर्नाटक में अपनी सरकार बनाने की कोशिश में लगी हुई है। वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। वह कांग्रेस विधायकों से इस्तीफा वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
Bengaluru: Congress workers hold protest outside party office asking Congress MLAs to take back their resignation. #Karnataka pic.twitter.com/M0pr8SZKHE
— ANI (@ANI) July 7, 2019
दरअसल कांग्रेस और जेडीएस के 13 विधायकों ने शनिवार को विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय में अपना इस्तीफा दिया। कांग्रेस के 10 और जेडीएस के 3 विधायकों ने अपने इस्तीफे सौंपे। अब डैमेज कंट्रोल में जुटी कांग्रेस ने इस्तीफा देने वाले बागी विधायकों को मुंबई के एक होटल में भेज दिया है। इन सभी विधायकों को बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में सोफीटेल होटल में ठहराया गया है।
Maharashtra: 10 Karnataka Congress-JD(S) MLAs are staying at Sofitel hotel in Mumbai. 11 Congress-JD(S) tendered their resignations yesterday in #Karnataka. pic.twitter.com/5mfmC7btRi
— ANI (@ANI) July 7, 2019
हालांकि अभी तक इन विधायकों का इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है। विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार ने कहा, रविवार को छुट्टी है। सोमवार को वह बेंगलुरु में नहीं हैं। इसलिए मंगलवार को इस मसले को देखेंगे। विधानसभा सत्र भी 12 जुलाई से शुरू हो रहा है। वहीं सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी भी आज अमेरिका से लौट रहे हैं।
#Karnataka: Congress leader Karnataka Minister DK Shivakumar meets JD(S) leader former PM, HD Deve Gowda in Bengaluru. pic.twitter.com/zhJW6jPFb3
— ANI (@ANI) July 7, 2019
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी का कहना है कि, कांग्रेस पार्टी एचडी कुमारस्वामी की सरकार को गिराने का प्रयास कर रही है। एचडी देवगौड़ा और उनके परिवार को बाहर करने का यह कांग्रेस का गेमप्लान है। इसके लिए सिद्धारमैया जिम्मेदार हैं। कुछ वरिष्ठ नेता भी इसमें शामिल हैं।
Union MinisterBJP leader Pralhad Joshi on political situation in K"taka: Congress party as a whole is trying throw out HD Kumaraswamy. It"s Congress party"s game plan to out HD Deve Gowdafamily. Siddaramaiah is responsible, also some senior Congress leaders are involved in it. pic.twitter.com/JnqB1lhUoR
— ANI (@ANI) July 7, 2019
बीजेपी पर आरोप लगाते हुए सिद्धारमैया ने कहा, पूरी तरह से साफ है कि बीजेपी इस दल-बदल के पीछे है। यह ऑपरेशन कमल है। सब कुछ ठीक है, चिंता मत कीजिए। सरकार बच जाएगी, उस पर कोई खतरा नहीं है।
Congress leader Siddaramaiah on political situation in #Karnataka : This clearly shows that BJP is behind all these defections. It is Operation Kamala...Everything is fine. Don"t worry. Govt will survive, there is no threat to the govt. pic.twitter.com/3ZjPPj7IS8
— ANI (@ANI) July 7, 2019
कांग्रेस कर्नाटक के सियासी संकट से निपटने में जुटी हुई है। पार्टी नेता सिद्धारमैया और केसी वेणुगोपाल ने नाराज विधायकों सौम्या रेड्डी और अंजलि निम्बालकर से इस्तीफा न देने की अपील की है। सिद्धारमैया ने कहा, मैं 5-6 विधायकों के संपर्क में हूं। सब पार्टी के वफादार हैं। यहां सवाल मेरे प्रति वफादार होने का नहीं, पार्टी के प्रति वफादार होने का है।
Congress leader Siddaramaiah in Bengaluru: I am in touch with 5-6 MLAs. I can"t reveal all details. Everybody is loyal to the party. It is not a question of a person being loyal to me. Everybody is expected to be loyal to the party. #Karnataka pic.twitter.com/diJm2eEq7G
— ANI (@ANI) July 7, 2019
रविवार को डीके शिवकुमार ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा से मुलाकात की और राज्य में जारी सियासी संकट पर चर्चा की। एचडी देवगौड़ा के साथ बैठक के बाद डीके शिवकुमार ने कहा, उन्होंने (जेडीएस) अपने पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई है। हमने मामला सुलझाने के लिए अपने पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई है। मुझे लगता है ये जल्द ही खत्म हो जाएगा। देशहित और दोनों पार्टियों के हित के लिए हमें सरकार ठीक से चलानी होगी। मुझे विश्वास है कि विधायक वापस आ जाएंगे।
DK Shivakumar, Congress: They"ve (JDS) called a meeting of their party leaders. We"ll also call our party leaderssort out this issue. I"m confident things will cool down immediately. In interest of nationboth parties we"ve to run govt smoothly. I"m confident MLAs will come back pic.twitter.com/HTE5uR0jGf
— ANI (@ANI) July 7, 2019
वहीं सियासी हलचल पर पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा, मैं पार्टी सांसदों के साथ तुमकुर जा रहा हूं और शाम 4 बजे लौटूंगा। सिद्धारमैया और एचडी कुमारस्वामी ने क्या कहा, इस पर मैं कुछ बोलना नहीं चाहता। अभी हमें इंतजार करना चाहिए।
BS Yeddyurappa, BJP in Bengaluru, #Karnataka : I am going to Tumkur and I will come back at 4 pm. You know about the political developments. Let"s wait and see. I don"t want to answer to what HD Kumaraswamy and Siddaramaiah say. I am nowhere related to this. pic.twitter.com/vYNbvKRcJQ
— ANI (@ANI) July 7, 2019
खुद को सीएम बनाए जाने की चर्चाओं पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा, मुझे पता नहीं है। मैं चाहता हूं कि गठबंधन जारी रहे। ऐसी सूचनाएं हमें बांटने के लिए फैलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा, रामलिंगा रेड्डी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं। काफी लंबे समय से बेंगलुरु में कांग्रेस का किला उन्होंने बचाकर रखा है। देखते हैं उनकी क्या समस्याएं हैं।
Congress leader Mallikarjun Kharge: Ramalinga Reddy Ji is a senior leader and a Congress man. For long he has been holding Congress"s fort in Bengaluru. Let us see what are his grievances and what we can do. https://t.co/FrfCqj1ftM
— ANI (@ANI) July 7, 2019
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, बीजेपी लोकतंत्र को बाजार बनाकर खरीदफरोख्त, सत्ता और धनबल से चुनी हुई प्रजातांत्रिक सरकारों को गिराने का प्रयास कर रही है जिसका ताजा उदाहरण कर्नाटक है। कर्नाटक की चुनी हुई सरकार बीजेपी को हजम नहीं हो रही है। चुनाव हारने के बाद से ही बीजेपी वहां खरीदफरोख्त में लगी हुई है। मोदी जी और बीजेपी ने 12 प्रांतों में चुनी हुई सरकारों को गिराने का प्रयास किया। अरुणाचल प्रदेश से शुरु यह सिलसिला गोवा, मणिपुर, त्रिपुरा, गुजरात, उत्तराखंड होते हुए कर्नाटक तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा, अगर रक्षक ही भक्षक बन जाएंगे, लोकतंत्र के प्रहरी ही संविधान की धज्जियां उड़ाएंगे तो लोकतंत्र कैसे चलेगा।
कर्नाटक विधानसभा में कुल 224 सीटें हैं। शनिवार को हुए इस्तीफों से पहले कर्नाटक विधानसभा में 78 सीट कांग्रेस, 37 जेडीएस, बसपा, 1, निर्दलीय-2, बीजेपी 105 और अन्य के खाते में कुल 1 सीटे थीं। अगर 13 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार हो जाते हैं तो सदन के कुल विधायकों की संख्या घटकर 211 हो जाएगी। इसके बाद बहुमत के लिए 113 के बजाए 106 सीटों की जरूरत होगी। बीजेपी के पास 105 सीटें हैं ऐसे में उन्हें सिर्फ 1 विधायक की जरूरत है। विधायकों के इस्तीफे स्वीकार होने की स्थिति में बीजेपी के लिए सरकार बनाने के मौका बढ़ जाएगा वहीं कांग्रेस-जेडीएस की सरकार गिर जाएगी।
Created On :   7 July 2019 10:26 AM IST