Covid-19 in India: भारत में बन रही हैं तीन कोरोना वैक्सीन, एक का थर्ड फेज ट्रायल आज या कल में शुरू होगा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में एक ओर जहां कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, वहीं भारतीय वैज्ञानिक वैक्सीन तैयार करने में जुटे हुए हैं। मंगलवार को देश में कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण, नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल और आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव देश में कोरोना की स्थिति को लेकर जानकारियां दीं।
औसत प्रतिदिन रिकवरी 55000 केस है, जबकि मृत्यु दर 2% से नीचे
राजेश भूषण ने कहा, "भारत में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड संख्या में कोरोना वायरस सैंपलों की जांच की गई है। इनकी संख्या नौ लाख रही।" उन्होंने बताया कि देश में कोरोना वायरस से ठीक होने की दर तेज रफ्तार से बढ़ रही है। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 19.70 लाख से अधिक है। यह संख्या कोरोना के सक्रिय मरीजों से 2.93 गुना ज्यादा है। भूषण ने कहा कि जुलाई महीने के पहले सप्ताह में लगभग दो लाख 30 हजार औसत टेस्ट देशभर में होते थे। अब ये संख्या बढ़कर 8 लाख 8 हजार औसत टेस्ट प्रति सप्ताह हो गई है। औसत प्रतिदिन रिकवरी 55000 केस है और केस मृत्यु दर 2% से नीचे हो गई है।
एक वैक्सीन पहले और एक वैक्सीन दूसरे चरण में
डॉ. वीके पॉल ने कहा कि जहां तक वैक्सीन की बात है, प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर देशवासियों को आश्वासन दिया था। वह कह चुके हैं कि भारत में 3 वैक्सीन विकसित की जा रही हैं और ट्रायल के विभिन्न स्तरों में हैं। इनमें से एक आज या कल में ट्रायल के तीसरे चरण में शामिल हो जाएगी। एक वैक्सीन पहले और एक वैक्सीन दूसरे चरण में है। नीति आयोग के सदस्य डॉ. पाल ने कहा कि बीमारी का एक नया आयाम सामने आ रहा है। वैज्ञानिक और चिकित्सकीय समुदाय इस पर नजर रख रही हैं। हमें इस बारे में जागरूक होना होगा कि इसका बाद में भी कुछ प्रभाव पड़ सकता है, लेकिन अभी के हिसाब के दूरगामी परिणाम या प्रभाव खतरनाक नहीं हैं।
हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन पहले दी जाएगी
बैठक में बताया गया कि किन लोगों को वैक्सीन पहले दी जानी है और कैसे लोगों को इसकी डोज दी जाएगी। जो लोग पहले कोरोना वायरस से संक्रमित न हुए हों, उन्हें वैक्सीन की प्राथमिकता दी जाएगी। जो लोग संक्रमित हो चुके हैं, उनके शरीर में कोरोना वायरस का एंटीबॉडी बन जाता है। इसलिए ऐसे लोग वैक्सीन लेने की प्राथमिकता में पहले नहीं आते हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहले बोल चुके हैं कि हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन पहले दी जानी चाहिए।
बीमारी की चपेट में (वलनेरेबल) आ सकने वाले आयु वर्ग के लोगों को भी इस कैटगरी में रखा गया है। बैठक में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि वैक्सीन अलग-अलग स्टेज में हैं। इनमें एक वैक्सीन सोमवार को या मंगलवार को तीसरे फेज के ट्रायल में प्रवेश कर जाएगी। इसे लेकर सही दिशा में काम हो रहा है। वैक्सीन बनते ही इसकी सप्लाई चेन तैयार कर दी जाएगी। कुछ वैक्सीन के लिए कोल्ड चेन प्रोक्योरमेंट की भी जरूरत पड़ेगी। कुछ वैक्सीन ऐसी भी होंगी, जिसका हर व्यक्ति को दो डोज देना होगा।
Created On :   18 Aug 2020 6:49 PM IST
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