पाक की घुसपैठ रोकने BSF खरीदेगा एंटी-ड्रोन सिस्टम, 360 डिग्री निगरानी की क्षमता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। BSF ग्राउंड आधारित "एंटी-ड्रोन सिस्टम" खरीदेगा जिसमें 360 डिग्री निगरानी क्षमता होगी। सिस्टम में जीपीएस जैमिंग सिस्टम भी होगा और सभी प्रकार के ड्रोन का पता लगाने में सक्षम होगा। यह पाकिस्तान की ओर से ड्रोन की घुसपैठ से निपटने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थापित किया जाएगा।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के एक्सेस किए गए एक आधिकारिक दस्तावेज के अनुसार, बॉर्डर गार्डिंग फोर्स ने एक फुल ड्रोन डिटेक्शन सिस्टम मांगा है जिसमें सभी मानव रहित एरियल व्हीकल (यूएवी) को बेअसर करने के लिए रडार, रेडियो फ्रीक्वेंसी रिसीवर, जैमर और सिस्टम कंट्रोलर होंगे।
स्पेसिफिकेशन के अनुसार, फोर्स ने स्टैंड-अलोन प्लेटफ़ॉर्म में ग्राउंड-आधारित ड्रोन प्रणाली की मांग की है जिसे जमीन पर या किसी वाहन पर फिक्स किया जा सकता है। बीएसएफ ने कहा है कि इसे हार्श बॉर्डर क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा जिसमें घने जंगल, रेगिस्तान, नदियां और अन्य शामिल हैं।
इससे पहले रविवार को खबर आई थी कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सुरक्षा बलों को 1,000 फीट या उससे नीचे उड़ान भरने वाले ड्रोन को मार गिराने की मंजूरी दी गई है। सरकारी सूत्रों ने न्यूज एजेंसी एएनआई को यह जानकारी दी थी। दरअसल, पाकिस्तान समर्थित आतंकी समूहों ने भारत में हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए नया रास्ता अपनाया है। वह छोटे ड्रोन का उपयोग कर हथियारों और नशीले पदार्थं की तस्करी कर रहे हैं।
सूत्रों ने कहा कि 1,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर उड़ान भरने वाले किसी भी ड्रोन के लिए संबंधित एजेंसियों से अंतिम मंजूरी लेनी होगी क्योंकि उड़ने वाली वस्तु एक हवाई जहाज भी हो सकती है। बीते दिनों पंजाब में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारतीय सीमा में दाखिल हुए कई छोटे ड्रोन देखे गए हैं। पाकिस्तान में मोजूद आतंकवादी चीन में निर्मित इन ड्रोनों का इस्तेमाल भारत में असॉल्ट राइफल और ड्रग्स की आपूर्ति के लिए कर रहे हैं।
फिरोजपुर के हुसैनीवाला सीमा चौकी पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने सोमवार रात को पाकिस्तानी सीमा से भारत में प्रवेश करते हुए एक ड्रोन देखा। पंजाब पुलिस को इस बारे में सूचित किए जाने के बाद एक सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था। बीएसएफ सूत्रों ने कहा था कि स्थानीय पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
हुसैनीवाला बॉर्डर पर पाकिस्तानी ड्रोन दिखने के 21 घंटे बाद एक बार फिर फिरोजपुर सीमा पर ड्रोन मूवमेंट देखी गई। मंगलवार रात के बाद बुधवार रात को भी सरहदी गांव हाजरा सिंह वाला, टेन्डी वाला में पाकिस्तानी ड्रोन ने भारतीय सीमा में 4-5 किमी अंदर तक उड़ान भरी। बीएसएफ ने कई फायर कर ड्रोन गिराने की कोशिश की, पर 300 से 400 फीट की ऊंचाई पर होने के कारण वह सफल नहीं हो पाई।
पंजाब के पुलिस प्रमुख दिनकर गुप्ता ने 24 सितंबर को बताया था कि पाक से 9-16 सितंबर के बीच करीब 8 चीनी ड्रोन के जरिए 80 किलो विस्फोटक सामग्री पंजाब और जम्मू-कश्मीर भेजी गई। पाक के आतंकी संगठन पंजाब और जम्मू-कश्मीर में बड़े धमाकों की साजिश रच रहे हैं। इसके लिए पाक सेना और आईएसआई आतंकी संगठन खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) का समर्थन कर रही है।
शुक्रवार को नार्दन कमांड के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने पंजाब में ड्रोन की मदद से हथियार पहुंचाने के सवाल पर कहा था, "ये पाकिस्तान का नया तरीका है, लेकिन मैं आपको यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि भारतीय सेना पाकिस्तान की इस नापाक कोशिश को विफल करने में पूरी तरह से सक्षम है। उनके मंसूबों को सफल नहीं होने दिया जाएगा।"
Created On :   14 Oct 2019 5:05 PM IST