सोनिया ने कहा- व्हाट्सएप पर जासूसी करना शर्मनाक, भाजपा ने पूछा- प्रणब और वीके सिंह की जासूसी किसने कराई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायली कंपनी के स्पाइवेयर के जरिए वॉट्सएप यूजर्स की जासूसी की खबरों पर कांग्रेस और भाजपा के बीच घमासान मचा है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद शनिवार को भाजपा ने तीखा पलटवार किया है।
While the Govt has already clarified its stand on this issue, perhaps Mrs Gandhi could enlighten the nation about who at 10 Janpath authorised snooping on Shri Pranab Mukherjee when he was a minister in UPA Gen VK Singh when he was the Army Chief!https://t.co/7aTPEcjQt5
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) November 2, 2019
भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोनिया गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार इस मुद्दे (वॉट्सऐप से जासूसी) पर अपना रुख पहले ही स्पष्ट कर चुकी है, शायद सोनिया गांधी अब देश को यह बता सकती हैं कि 10 जनपथ का वह कौन शख्स था, जिसने यूपीए सरकार में अपने ही मंत्री प्रणब मुखर्जी और सेना प्रमुख के पद पर रहने के दौरान वीके सिंह की जासूसी कराई थी।
जेपी नड्डा ने यह प्रतिक्रिया सोनिया गांधी के उस बयान पर दी, जिसमें उन्होंने इजरायली पेगासस सॉफ्टवेयर के जरिए वॉट्सऐप से जासूसी को शर्मनाक कृत्य बताया था। सोनिया गांधी ने वॉट्सऐप से सामाजिक कार्यकर्ताओं, नेताओं और पत्रकारों की गतिविधियों की जासूसी को लेकर कहा था, यह पूरी तरह अवैध और असंवैधानिक ही नहीं बल्कि शर्मनाक है।
Congress Interim President Sonia Gandhi:Latest shocking revelation that through Israeli Pegasus software acquired by Modi govt snoopingspying activities on activists,journalistspoliticians have taken place.These activities are not only illegalunconstitutional, they"re shameful pic.twitter.com/uvPyW5Fon1
— ANI (@ANI) November 2, 2019
वॉट्सऐप पर स्पाइवेयर के जरिए नेताओं, पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी के लिए सरकार को जिम्मेदार बताते हुए गांधी ने कहा कि यह गैरकानूनी, असंवैधानिक और शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की वजह से अर्थव्यवस्था खस्ता हाल है और पिछले 8 सालों में 90 लाख लोगों के रोजगार छिने हैं।
जासूसी मामले पर मोदी सरकार की आलोचना करते हुए सोनिया गांधी ने कहा, "हालिया खुलासे चौंकाने वाले हैं कि मोदी सरकार के द्वारा हासिल किए गए इजरायली सॉफ्टवेयर पेगासस के जरिए ऐक्टिविस्टों, पत्रकारों और नेताओं की जासूसी की गई। ये गतिविधियां न सिर्फ गैरकानूनी और असंवैधानिक हैं बल्कि शर्मनाक भी हैं।"
Created On :   3 Nov 2019 12:51 AM IST