Ladakh border standoff: ड्रेगन से तनाव के बीच रूस से 12 सुखोई और 21 मिग-29 फाइटर जेट खरीदेगा भारत, रक्षा मंत्रालय ने दी मंजूरी

Amid Ladakh border standoff, Defence ministry to purchase 21 MiG-29s, 12 Su-30 MKI aircraft
Ladakh border standoff: ड्रेगन से तनाव के बीच रूस से 12 सुखोई और 21 मिग-29 फाइटर जेट खरीदेगा भारत, रक्षा मंत्रालय ने दी मंजूरी
Ladakh border standoff: ड्रेगन से तनाव के बीच रूस से 12 सुखोई और 21 मिग-29 फाइटर जेट खरीदेगा भारत, रक्षा मंत्रालय ने दी मंजूरी
हाईलाइट
  • कुल 38900 करोड़ रुपये के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है
  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की बैठक में इसका फैसला लिया गया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लद्दाख में चीन के साथ बढ़​ते तनाव के ​बीच भारत सरकार सेना की ताकत मजबूत करने में जूटी है। अब भारत और रूस के बीच बड़ी डिफेंस डील हुई है। इसके तहत गुरुवार को रक्षा मंत्रालाय ने रूस से 33 नए लड़ाकू विमान प्राप्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। भारत रूस से 12 नए सुखोई-30 और 21 नए मिग-29 लड़ाकू विमान खरीदेगा। यही नहीं 59 मौजूदा मिग -29 को अपग्रेड भी किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि दोनों देशों के बीच होने वाली इस बड़ी और महत्वपूर्ण डील का फैसला डिफेंस एक्जिविशन काउंसिल ने लिया है। बता दें कि कुछ समय पहले ही भारत सरकार ने तीनों सेनाओं को गोला बारूद और घातक हथियार खरीदने के लिए आपातकालीन वित्तीय शक्ति प्रदान की है। 

रक्षा मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, 38,900 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। रूस से मिग-29 की खरीद और अपग्रेड में अनुमानित 7,418 करोड़ रुपये की लागत आएगी। वहीं सुखोई-30 एमकेआई की खरीद पर 10,730 करोड़ रुपए की लागत आएगी। स्वदेशी डिजाइन और विकास पर केंद्रित इन मंजूरियों में भारतीय उद्योग से 31,130 करोड़ रुपए का अधिग्रहण शामिल है। इन उपकरणों का निर्माण भारत में भारतीय रक्षा उद्योग द्वारा कई एमएसएमई की भागीदारी के साथ किया जाएगा। इनमें से कुछ परियोजनाओं में घरेलू सामग्री परियोजना लागत का 80 प्रतिशत तक है।

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा घरेलू उद्योग के लिए प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के कारण बड़ी संख्या में इन परियोजनाओं को संभव बनाया गया है। इनमें भारतीय सेना के लिए पिनाका मिसाइल, बीएमपी आयुध उन्नयन और सॉफ्टवेयर परिभाषित रेडियो और भारतीय नौसेना व भारतीय वायुसेना के लिए लंबी दूरी की जमीन पर मार करने वाली क्रूज मिसाइल प्रणाली और अस्त्र मिसाइल शामिल हैं। इन डिजाइन और विकास प्रस्तावों की लागत 20,400 करोड़ रुपए है। नई और अतिरिक्त मिसाइल प्रणालियों के अधिग्रहण से तीनों सेनाओं की शक्ति में इजाफा होगा।

पिनाका मिसाइल सिस्टम से भी मारक क्षमता बढ़ेगी
रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि पिनाका मिसाइल सिस्टम से भी मारक क्षमता बढ़ेगी। इसके साथ ही एक हजार किलोमीटर लंबी दूरी की मारक क्षमता वाले मिसाइल सिस्टम से नौसेना और वायुसेना की मारक क्षमता में कई गुणा बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इसी तरह, अस्त्र मिसाइलों को बेड़े में शामिल करने से बल की ताकत में और इजाफा होगा। इससे भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना की मारक क्षमता में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी।

पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच फोन पर बातचीत
मालूम हो कि आज ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच फोन पर बातचीत हुई। पुतिन ने कहा भी था कि भारत और रूस के बीच सामरिक सबंध और मजबूत होंगे। माना जा रहा है कि भारत ने यह फैसला चीन के साथ बढ़ते सैन्य तनाव को देखते हुए लिया है। हाल ही में पूर्वी लद्दाख में गलवां घाटी क्षेत्र में हुई भारतीय और चीनी सैनिकों की हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।
 

Created On :   2 July 2020 5:42 PM IST

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