Trump-Zelensky Controversy: ट्रंप और जेलेंस्की के बीच तेज हुई जुबानी जंग, अमेरिकी राष्ट्रपति ने बताया तानाशाह
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- ट्रंप और जेलेंस्की के बीच गहराया विवाद
- अमेरिका के राष्ट्रपति ने जेलेंस्की को बताया मामूली कॉमेडियन
- जेलेंस्की के सपोर्ट में आए यूरोपीय देश और कनाडा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। अमेरिका के राष्ट्रपति ने जेलेंस्की को एक मामूली कॉमेडियन और तानाशाह कहा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि मुझे यूक्रेन से प्यार है, लेकिन जेलेंस्की ने बहुत खराब काम किया है। उसका देश तबाह हो गया है, और लाखों लोग अनावश्यक रूप से मारे गए हैं।
इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा था कि ट्रंप गलतफहमी में जी रहे हैं। जेलेंस्की का यह बयान ट्रंप के आरोप के जबाव में आया था। दरअसल, ट्रंप ने मंलगवार को कहा था कि यूक्रेन में जेलेंस्की की अप्रूवल रेटिंग गिरकर केवल चार फीसदी रह गई है।
सपोर्ट में आए यूरोपीय देश और कनाडा
जेलेंस्की को ट्रंप द्वारा तानाशाह कहने के खिलाफ यूरोपीय नेता उनके सपोर्ट में उतर आए हैं। जर्मनी के चांसलर ने कहा कि राष्ट्रपति जेलेंस्की की लोकतांत्रिक वैधता को नकारना पूरी तरह से गलत और खतरनाक है। वहीं जर्मनी के विदेश मंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान को बेतुका बताया है।
इसी तरह ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर ने भी जेलेंस्की का सपोर्ट किया है।उन्होंने कहा कि युद्ध के दौरान चुनावों को टालना पूरी तरह से सही था। स्वीडन प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टर्सन ने भी ट्रम्प की आलोचना की है। कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो भी जेलेंस्की के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा कि कनाडा हमेशा यूक्रेन के समर्थन में खड़ा रहेगा।
बताया जा रहा है कि ट्रंप और जेलेंस्की के बीच हो रहे इस विवाद की असली वजह यूक्रेन का खनिज भंडार है। ट्रंप ने रूस के साथ जंग के बदले यूक्रेन से दुर्लभ मृदा खनिज की मांग की थी। इस डील के तहत अमेरिका ने यूक्रेन से ग्रेफाइट, लिथियम और यूरेनियम समेत सारे खनिज भंडारों में 50% हिस्सेदारी की मांग रखी थी, जिसे जेलेंस्की ने ठुकरा दिया था।
Created On :   20 Feb 2025 9:28 PM IST