रूस-यूक्रेन युद्ध: डोनाल्ड ट्रंप की बात पर राजी हुए पुतिन-जेलेंस्की, ब्लैक सी में रुकी जंग, अमेरिका ने की पुष्टि

डोनाल्ड ट्रंप की बात पर राजी हुए पुतिन-जेलेंस्की, ब्लैक सी में रुकी जंग, अमेरिका ने की पुष्टि
  • रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध
  • डोनाल्ड ट्रंप की बात पर राजी हुए पुतिन-जेलेंस्की
  • ब्लैक सी में दोनों देशों के बीच युद्धविराम

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। इस बीच दोनों देशों की जंग के बीच नया मोड़ आया है। दरअसल, यूक्रेन के विदेश मंत्री रुस्तम उमरोव ने मंगलवार को कहा कि रूस-यूक्रेन एक-दूसरे के एनर्जी इन्फ्रास्ट्रक्चर पर हमला बंद करने के लिए राजी हो गए हैं। इस बात की पुष्टि उन्होंने फेसबुक पोस्ट के जरिए दी।

सीजफायर के लिए राजी हुए रूस-यूक्रेन

बता दें, कुछ दिनों पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की थी। इस दौरान रूस-यूक्रेन 30 दिनों के लिए एक-दूसरे के एनर्जी इंफ्रास्ट्राचर पर हमला बंद करने पर चर्चा हुई थी।

इस संबंध में व्हाइट हाउस ने बयान जारी किया था। इसके मुताबिक सऊदी अरब में यूक्रेन और रूस के प्रतिनिधिमंडलों के साथ बातचीत के बाद अमेरिका ने प्रतिबंध लागू करने की प्रतिबद्धता जताई थी। इसके बाद व्हाइट हाउस ने जानकारी दी है कि पुतिन और जेलेंस्की अब ब्लैक सी में युद्ध विराम के लिए राजी हो गए हैं। यह समझौता डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन के बीच वीडियो मीटिंग के बाद हुआ था। इस समझौते के दौरान दोनों नेताओं ने यूक्रेन में जंग समाप्त करने पर चर्चा की थी।

अमेरिका ने रूस से किया था ये वादा

बता दें, अमेरिका ने कृषि और उर्वरक निर्यात के लिए वैश्विक बाजारों तक रूस की पहुंच को सुगम बनाने, समुद्री बीमा लागत को कम करने और इन लेन-देन के लिए बंदरगाहों और भुगतान प्रणालियों तक पहुंच में सुधार करने का भी वादा किया है। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वहां के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के दिग्गज निदेशक एंड्रयू पीक और विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारी माइकल एंटोन ने किया था।

रूसी प्रतिनिधिमंडल में फेडरेशन काउंसिल की अंतर्राष्ट्रीय मामलों की समिति के अध्यक्ष ग्रिगोरी कारासिन और संघीय सुरक्षा सेवा (FSB) के निदेशक अलेक्जेंडर बोर्टनिकोव के सलाहकार सर्गेई बेसेडा उपस्थित थे। यह चर्चा अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से यूक्रेन और रूस के बीच शांति समझौता कराने की कोशिश में बड़ा कदम था।

Created On :   26 March 2025 1:14 AM IST

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