रूस-यूक्रेन युद्ध: जेलेंस्की की सत्ता पर मंडरा रहा खतरा! तख्तापलट की राह पर यूक्रेन? यूक्रेन के विपक्ष के साथ ट्रंप के सहयोगी की बैठक, जानें क्या हुई चर्चा

- खतरे में जेलेंस्की की सत्ता?
- यूक्रेन में राष्ट्रपति चुनाव चाहता है अमेरिका
- विपक्षी नेताओं के साथ अमेरिकी सहयोगियों की गुप्त बैठक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूक्रेन और अमेरिका के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस बीच न्यूज पोर्टल POLITICO की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा किया गया है। जानकारी है कि रहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चार समर्थकों ने यूक्रेन के विपक्ष के साथ गुप्त रूप से बैठक की है। इस मीटिंग के बाद से अटकलों का दौर शुरू हो गया है। कहा जा रहा है कि जेलेंस्की की सरकार तख्तापलट की राह पर है। आपको बता दें कि, यह खबर ऐसे समय पर आई है जब हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और जेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में तीखी बहस हुई है।
किनके साथ हुई बैठक?
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप के सहयोगियों ने यूक्रेन की मुख्य विपक्षी नेता यूलिया तिमोशेंको की पार्टी 'Batkivshchyna' और पूर्व राष्ट्रपति पेत्रो पोरोशेंको की पार्टी 'European Solidarity' के नेताओं के साथ गुप्त बैठक की। यूक्रेन के सांसदों के हवाले से यह जानकारी मिली है कि इस बैठक में प्रेसिडेंट इलेक्शन को जल्द करवाने को लेकर बातचीत हुई।
रूस और अमेरिका क्या चाहते हैं?
रूस और अमेरिका का मानना है कि जब तक जेलेंस्की सत्ता में रहेंगे तब तक रूस यूक्रेन जंग को खत्म करना मुश्किल है। इसके लिए उन्हें सत्ता से बाहर होना पड़ेगा। आपको बता दें कि, हाल ही में जेलेंस्की और ट्रंप की व्हाइट बहस हो गई थी। इस दौरान ट्रंप ने आरोप लगाया था कि जेलेंस्की रूस के साथ युद्ध खत्म करने के पक्ष में नहीं हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच होगा समझौता?
रूस और यूक्रेन के बीच 2022 से युद्ध जारी है। इस बीच ब्रिटेन में लेबर पार्टी की एक सांसद जोहाना बैक्सटर ने प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की सरकार को सवालों के बीच घेरा। उनका कहना है कि यूक्रेन के साथ शांति स्थापित करने के लिए उन्हें सबसे पहले 19,556 बच्चों को वापस भेजना चाहिए जिन्हें रूस की सेना ने अगवा किया है। वहीं, इसके जवाब में पीएम स्टार्मर ने कहा कि सभी बच्चों को सुरक्षित वापस किया जाएगा। पीएम के इस बयान से यह साफ होता है कि उन्होंने रूसी सेना द्वारा बच्चों को अगवा करने वाली बात को झुठलाया नहीं है। इसके बजाय उन्होंने सभी की वापसी सुनिश्चित करने की बात की है।
आपको बता दें कि, इस जंग में अब तक हजारों लोगों ने अपनी जान गंवा दी है।
Created On :   6 March 2025 6:25 PM IST