राष्ट्रपति पुतिन ने वैगनर ग्रुप के चीफ की बगावत को बताया था राजद्रोह, लेकिन अब कार्रवाई में हो रही देरी, रूसी कानूनी प्रणाली पर उठ रहे सवाल

राष्ट्रपति पुतिन ने वैगनर ग्रुप के चीफ की बगावत को बताया था राजद्रोह, लेकिन अब कार्रवाई में हो रही देरी, रूसी कानूनी प्रणाली पर उठ रहे सवाल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ 23 जून को देश की प्राइवेट आर्मी वैगनर के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन ने खुलेआम बगावत कर दिया था। अचानक हुए वैगनर ग्रुप के विद्रोह के बाद रूस के अंदर कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे थे, जिसकी चर्चा दुनिया भर के देशों में हुई। हालांकि, 24 जून को रूस के सैनिकों द्वारा इस विद्रोह को दबा दिया गया। लेकिन इस मामले में अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वैगनर ग्रुप ने सैन्य नेताओं के खिलाफ जो विद्रोह किया और जिसके चलते सैनिकों की मौत हुई है। उसे लेकर किसी को आरोपी ठहराया जाएगा या नहीं?

इधर, रूस में वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन को एक लालची व्यक्ति के तौर पर प्रस्तुत किया जा रहा है। रूस ने इस बात के संकेत दिए है कि प्रिगोझिन के खिलाफ राजकोष में अरबों डॉलर की राशि के हेर-फेर के आरोप में उन पर जांच होगी।

वैगनर ग्रुप को एक साल में एक अरब डॉलर मिले

बता दें कि, पिछले सप्ताह तक रूस की सरकार निजी सैन्य कंपनियों को वित्तीय सहायता देने वाली बात से इनकार कर रही थी। लेकिन अब देश के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस बात का खुलासा किया कि रूसी सरकार ने वैगनर ग्रुप को बीते एक साल में एक अरब डॉलर का भुगतान किया है। पुतिन ने कहा कि उन्होंने प्रिगोझिन की एक अन्य कंपनी को भी एक अरब डॉलर दिए हैं।

गौरतलब है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने खिलाफ हुए प्रिगोझिन के विद्रोह को राजद्रोह करार दिया है। लेकिन इसके बावजूद भी अभी तक प्रिगोझिन पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। सेंट पीटर्सबर्ग नगरपालिका परिषद सदस्य निकिता युफेरेव ने इस स्थिति को रूस में "कानूनी प्रणाली का धीरे-धीरे" कमजोर होना बताया है। इसके अलावा कार्नेगी रूस यूरेशिया सेंटर के वरिष्ठ फेलो आंद्रेई कोलेनिकोव ने प्रिगोझिन के विद्रोह को लेकर लिखा,"देश में सरकार का ताना-बाना बिखर रहा है।" जानकारी के मुताबिक, अभी यह भी स्पष्ट नहीं है कि प्रिगोझिन बेलारूस दोबारा जाएंगे या फिर नहीं।

सेंट पीटर्सबर्ग में मौजूद प्रिगोझिन

बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जैंडर लुकाशेकों ने गुरुवार को प्रिगोझिन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस वक्त वैगनर ग्रुप के चीफ प्रिगोझिन सेंट पीटर्सबर्ग में मौजूद हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रिगोझिन के सैनिक भी शिविरों में है। इसका मतलब यह है कि ये सभी सैनिक अभी युद्ध में रूस की ओर से नहीं लड़ रहे हैं। हाल ही बेलारूस के राष्ट्रपति ने प्रिगोझिन के बगावत के बाद रूस से एक समझौता करवाया था। इस समझौते में प्रिगोझिन और उनके सैनिकों के लिए सुरक्षा का वादा और उनके बेलारूस जाने की बातें शामिल थीं।

खबरों के मुताबिक, वैगनर ग्रुप के सैनिकों ने बगावत करते हुए रोसतोव-ऑन-दोन शहर और वहां के सेना मुख्यालय पर अपना कब्जा जमा लिया था। हालांकि, बाद में प्रिगोझिन ने इसे रूस के रक्षा मंत्री तथा जनरल स्टॉफ चीफ को पद से हटाने के लिए "न्याय मार्च" करार दिया था।

Created On :   8 July 2023 6:55 PM IST

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