Pakistan Train Hijack: सामने आया हाईजैक का पहला वीडियो, पाकिस्तान में मची हलचल, सेना के रेस्क्यू ऑपरेशन पर उठे सवाल

- पाकिस्तान ट्रेन हाईजैक मामले में सेना और बीएलए के अलग-अलग दावे
- बलोच आर्मी का अल्टीमेटम खत्म होने में कुछ घंटे बाकी
- पाक सरकार के सामने बलोच राजनीतिक कैदियों को छोड़ने की रखी शर्त
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान में मंगलवार को बलोच आर्मी ने ट्रेन को हाईजैक कर लिया था। तभी से इस संकट को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) की ओर से दावा किया गया है कि उसने पाकिस्तान आर्मी के 100 से ज्यादा सैनिकों को मार गिराया है। वहीं अभी भी 150 से ज्यादा पैसेंजरों को बंधक बना रखा है। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान सेना की ओर से दावा किया गया है कि उसने सभी बंधकों को रिहा करा लिया है। साथ ही 33 बीएलए लड़ाकों को मारकर इस संकट को खत्म कर दिया है।
इन सब के बीच सोशल मीडिया पर कुछ फोटोज और वीडियो सामने आए हैं, जिनसे पाकिस्तान में सनसनी फैल गई है। दरअसल, बीएलए ने पाकिस्तान को सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था, जो कि अब कुछ ही घंटों का बचा है। बुधवार को जारी मैसेज में बलोच आर्मी ने साफ तौर पर शहबाज सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि बलूच के राजनीतिक कैदियों को रिहा नहीं किया गया और सैन्य ऑपरेशन नहीं रोका गया तो बंधकों को मार दिया जाएगा।
इस बीच बीएलए की ओर से एक और वीडियो जारी किया है। इस वीडियो के बाद पड़ोसी मुल्क में खलबली मच गई है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि बीएलए ने पहाड़ियों के बीच अपनी पोजिशन पहले ही संभाल रखी थी। जैसे ही सैन्य ऑपरेशन की शुरुआत हुई उन्होंने ट्रेन को अपने कब्जे में ले लिया। कुछ देर बाद वीडियो में जाफर एक्सप्रेस पटरी पर खड़ी नजर आई जहां बलोच लड़ाकों ने बंधकों को तीन ग्रुप में बांट दिया। एक समूह में आम नागरिक, दूसरे में पाकिस्तानी सैनिक और तीसरे में आईएसआई एजेंट्स थे। इस बीच बीएलए ने पाकिस्तानी सेना के कब्जे में लिए गए जवानों की एक चिट्ठी भी जारी की है जिसमें 180 जवानों के नाम, उनके मोबाइल नंबर और वाउचर नंबर हैं।
सेना के दावों पर उठ रहे सवाल
पाकिस्तान सेना द्वारा ये दावा किया गया है कि उसने बलोच लड़ाकों के चंगुल से 150 से ज्यादा बंधकों को छुड़ा लिया है। लेकिन स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में कुछ और ही सामने आया है। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि जिन यात्रियों को छुड़ाने की बात पाक आर्मी कर रही है उन्हें बीएलए ने खुद छोड़ा है। हाईजैक के समय ट्रेन में करीब 500 पैसेंजर सवार थे, लेकिन बीएलए केवल ट्रेन में सवार सेना के जवान और आईएसआई एजेंट्स को ही निशाना बना रहे हैं। इस स्थिति में पाकिस्तानी सेना का एक्शन और उनके दावों पर सवाल उठ रहे हैं।
Created On :   13 March 2025 11:08 AM IST