ओमिक्रॉन को लेकर दुनिया है चिंतित, लेकिन इस देश ने किया चौंकाने वाला खुलासा, कहा- घबराने की जरुरत नहीं !
- अभी डेटा और अध्ययन की जरुरत है- सिंगापुर स्वास्थ्य मंत्रालय
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर आए दिन अलग-अलग बातें सामने आ रही है। माना जा रहा है कि, ये डेल्टा वेरिएंट की तुलना में ज्यादा खतरनाक है। लेकिन, क्या वाकई में ऐसा है? इस पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। दरअसल, आज तक की खबर के अनुसार,सिंगापुर के हवाले से एक समाचार रिपोर्ट में कहा गया कि, वर्तमान में ऐसे कोई भी सबूत सामने नहीं आए है, जिससे ये कहा जा सके कि, ओमिक्रॉन वेरिएंट अन्य की तुलना में ज्यादा गंभीर है। न ही आप ये कह सकते है कि,कोरोना वैक्सीन का असर इस पर प्रभावी नहीं है।
दुनियाभर में ओमिक्रॉन को लेकर चिंता बढ़ गई है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव दक्षिण अफ्रीकी देशों में है। इस वेरिएंट ने वहा तबाही मचा रखी है। इस बीच सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि, हमें ओमिक्रॉन को लेकर बहुत से डेटा और अध्ययन की जरुरत है। तभी इस पर कुछ कहा जा सकता है। बता दें कि, नए वेरिएंट से संक्रमित 2 लोगों ने हाल ही में सिंगापुर से मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया की यात्रा की है।
मंत्रालय ने आगे कहा कि, पहला मरीज (यात्री) 27 नवंबर 2021 को सिंगापुर एयरलाइंस की उड़ान में जोहान्सबर्ग से आया था और 28 नवंबर को उस यात्री ने सिंगापुर एयरलाइंस की दूसरी फ्लाइट से सिडनी की भी यात्रा की। अंत में ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा इस बात की पुष्टि की गई कि, वो यात्री संक्रमित था। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका से निकलने से पहले 24 नवंबर को उस यात्री की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी।
दूसरे यात्री की बात करें तो, ये 19 नवंबर को जोहान्सबर्ग से सिंगापुर आया और उसी दिन मलेशिया जाने के पहले तक ट्रांजिट होल्डिंग क्षेत्र में था। ये मामला सिंगापुर के लिए पहला ओमिक्रॉन मरीज था। बता दें कि, ये 19 साल की छात्रा थी, जो पूरी तरह वैक्सीनेट थी।
Created On :   4 Dec 2021 12:43 PM IST