रूस: 2036 तक राष्ट्रपति बने रहेंगे व्लादिमीर पुतिन, कानून को दी मंजूरी
- पुतिन ने दो और कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति पद पर बने रहने के विधेयक पर किए हस्ताक्षर
- पुतिन पहली बार 2000 में राष्ट्रपति बने थे
- रूस में राष्ट्रपति का कार्यकाल छह साल का होता है
डिजिटल डेस्क, मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को उस विधेयक पर दस्तखत किए, जो उन्हें दो और कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति पद पर बने रहने की अनुमति देता है। इस नियम को अनुमति मिलने के बाद पुतिन को 2036 तक सत्ता में बनाए रखने की ताकत मिल गई है। बता दें कि रूस में राष्ट्रपति का कार्यकाल छह साल का होता है।
इसके साथ ही संभावना है कि पुतिन रूसी तानाशाह जोसेफ स्टालिन से भी ज्यादा लंबे वक्त तक सत्ता में रहने वाले नेता बन सकते हैं। बता दें कि 68 वर्षीय व्लादिमीर पुतिन पिछले दो दशक से अधिक समय से रूस की सत्ता में हैं। सरकार के कानूनी जानकारी पोर्टल पर जारी की गई एक प्रति के अनुसार पुतिन ने सोमवार को इस कानून पर हस्ताक्षर किए। इस कानून को अनुमति मिलने से अब वह 2024 में वर्तमान कार्यकाल पूरा होने के बाद वह अगले चुनावों में भी खड़े हो सकेंगे।
हालांकि, पुतिन ने कहा कि वो इस पर बाद में फैसला करेंगे कि क्या वर्तमान कार्यकाल के 6 वर्ष पूरे होने के बाद भी वे फिर सत्ता हासिल करने की होड़ में रहेंगे या नहीं। बीते वर्ष ही रूस में इस संविधान संशोधन के लिए एक जनमत संग्रह करवाया गया था। लोगों ने इसका जोरदार समर्थन किया था। इसके बाद बीते महीने ही सांसदों ने इस विधेयक को मंजूरी भी दे दी थी।
पुतिन पहली बार 2000 में राष्ट्रपति बने थे। उन्होंने दो बार चार-चार साल के कार्यकाल पूरे किए। इसके बाद उनके सहयोगी दिमित्रि मेदेवदेव 2008 में राष्ट्रपति बने। 2012 में पुतिन की सत्ता में एक बार फिर वापसी हुई और 2018 में भी उन्होंने जीत हासिल की।
Created On :   6 April 2021 12:24 AM IST