शादी पर सवाल उठाने वाली मलाला यूसुफजई ने असर मलिक से किया निकाह, पति का है क्रिकेट से क्या है रिश्ता ?
- पाकिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के जनरल मैनेजर है असर मलिक
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। दुनियाभर में सबसे कम उम्र में नोबल शांति पुरस्कार से सम्मानित मलाला यूसुफजई ने असर मलिक से निकाह कर लिया है। इस बात की जानकारी खुद मलाला ने सोशल मीडिया के जरिए दी है। हालांकि, कुछ समय पहले मलाला ने फैशन पत्रिका वोग को एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि,"मुझे ये बात समझ नहीं आती कि, लोग शादी क्यों करते है। अगर आपको जीवनसाथी चाहिए तो आप शादी के कागजों पर साइन क्यों करते है? ये एक पार्टनरशिप क्यो नहीं हो सकती?" उनके इस बयान को याद करते हुए कई लोगों ने उन्हें शादी की तस्वीरों के साथ ट्रोल भी किया।
Malala just changed her mind? I"m not surprised, she was always a hypocrite.
— Tomato // Your left stan (dil ke pass) (@Tumhotoh) November 9, 2021
#Malala #malalayousafzai #MalalaKiShadi
Before After pic.twitter.com/wJelkQtnnQ
बता दें कि, मलाला एक क्रिकेट प्रेमी लड़की है और उन्होंने जिस असर मलिक के साथ निकाह किया है उनका भी क्रिकेट से गहरा नाता है। जी हां! असर मलिक पाकिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के जनरल मैनेजर पद पर हैं। इस पद पर असर की नियुक्ति पिछले साल मई के महीनें पर हुई थी।
I know the power that a young girl carries in her heart when she has a vision and a mission – and I hope that every girl who sees this cover will know that she can change the world. Thank you @BritishVogue, @Edward_Enninful @thedalstonyears pic.twitter.com/3OYejo5Hnm
— Malala (@Malala) June 1, 2021
असर मलिक की कुछ बातें
पाकिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के जनरल मैनेजर से पहले असर मलिक पाकिस्तान सुपर लीग में अपनी सेवाएं देते थे। असर ने प्लेयर मैनेजमेंट कंपनी का भी संचालन किया है। साल 2012 में असर ने पाकिस्तान के लाहौर से ग्रेजुएशन पूरा किया है। वर्तमान समय में वो एलएमएस पाकिस्तान के को-फाउंडर भी हैं। इन सब के अलावा मलाला के शौहर मुल्तान सुल्तान टीम के खिलाडि़यों के लिए डेवलेपमेंट प्रोग्राम भी चलाते हैं। हमने आपको पहले भी बताया था कि, मलाला एक क्रिकेट प्रेमी लड़की है और उनकी असर से पहली मुलाकात भी साल 2019 में क्रिकेट मैच में हुई थी।
2012 में मलाला को लगी थी गोली
साल 2012 में तालिबान आतंकियों ने स्कूल से लौटते समय मलाला के सर पर गोली मार दी थी। उस वक्त मलाला महज 15 वर्ष की थी, जिसके बाद उन्हें लंदन इलाज के लिए ले जाया गया। सुरक्षित बचने के बाद मलाला ने लड़कियों की शिक्षा को लेकर पूरी दुनिया में अपनी आवाज बुलंद की और इलाज के बाद वो ब्रिटेन में बस गई। ब्रिटेन सरकार ने मलाला और उनके परिवार को नागरिकता प्रदान की। 2014 में मलाला को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
Created On :   11 Nov 2021 3:48 PM IST