चीन के साथ 'ट्रेड वॉर' नहीं, बेवकूफ नेताओं की वजह से हम पहले ही हार चुके हैं : ट्रंप
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अमेरिका और चीन के बीच चल रहे "ट्रेड वॉर" के बीच अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने नेताओं पर ही निशाना साधा है। डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि "अमेरिका चीन के साथ किसी भी तरह का ट्रेड वॉर नहीं लड़ रहा है, क्योंकि इस लड़ाई को तो अमेरिका सालों पहले अपने बेवकूफ नेताओं की वजह से हार चुका है।" वहीं इससे पहले बुधवार को चीन ने 106 अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर 25% चार्ज लगाने का फैसला लिया है। बता दें कि ये कोई पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने किसी पॉलिसी के लिए पुराने नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है।
We are not in a trade war with China, that war was lost many years ago by the foolish, or incompetent, people who represented the U.S. Now we have a Trade Deficit of $500 Billion a year, with Intellectual Property Theft of another $300 Billion. We cannot let this continue!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) April 4, 2018
डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि "हम चीन के साथ कोई ट्रेड वॉर नहीं लड़ रहे हैं, क्योंकि उस लड़ाई को तो अमेरिका कई साल पहले ही अपने बेवकूफ और बेकार नेताओं की वजह से हार चुका है, जो अमेरिका का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।" ट्रंप ने अपने ट्वीट में आगे लिखा "अब हमारा व्यापार घाटा सालाना 500 अरब डॉलर है। वहीं इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी की चोरी की वजह से हमें 300 अरब डॉलर का नुकसान हुआ। अब हम इसे आगे जारी नहीं रख सकते हैं।"
चीन ने अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर बढ़ाया चार्ज
दरअसल, मंगलवार को ट्रंप सरकार ने करीब 1300 चीनी प्रोडक्ट्स की एक लिस्ट जारी की थी, जिन पर चार्ज लगाया जा सकता है। अमेरिका ने चीन से 50 अरब डॉलर के इन प्रोडक्ट्स के इंपोर्ट (आयात) पर एक्स्ट्रा चार्ज लगाने का प्रस्ताव दिया था। इसी की जवाबी कार्रवाई में चीन ने अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर चार्ज बढ़ा दिया। चीन ने 50 अरब डॉलर के 106 अमेरिकी प्रोडक्ट्स के इंपोर्ट पर 25% चार्ज लगाने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि इन प्रोडक्ट्स में प्लेन और कारें भी शामिल हैं।
कैसे शुरू हुआ ये ट्रेड वॉर?
दरअसल, पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के इंपोर्ट पर 60 अरब डॉलर का टैरिफ लगा दिया था। जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में चीन ने भी अमेरिकी प्रोडक्ट्स के इंपोर्ट पर 3 अरब डॉलर का टैरिफ लगाने का फैसला लिया। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच ट्रेड वॉर की स्थिति पैदा हो गई। बताया जा रहा है कि 25 साल के इतिहास में पहली बार अमेरिका-चीन के बीच इस तरह का ट्रेड वॉर देखने को मिल रहा है।
क्या होता है ट्रेड वॉर?
ट्रेड वॉर को भी एक तरह का युद्ध ही कहते हैं, जो कारोबार के जरिए होता है। युद्ध या जंग की तरह ही इसमें भी एक देश दूसरे देश पर हमला करता है और फिर दोनों देशों के बीच ये लड़ाई शुरू हो जाती है। इसमें हथियारों की जगह टैक्स या टैरिफ का इस्तेमाल करके विदेशी प्रोडक्ट्स को निशाना बनाया जाता है। ऐसे में जब एक देश दूसरे देश से आने वाले प्रोडक्ट्स पर टैरिफ बढ़ाता है, तो दूसरा देश भी इसके जवाब में ऐसा करता है। इससे दोनों देशों के बीच तनातनी बढ़ जाती है और दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर इसका असर होता है। साथ ही दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव भी बढ़ जाता है।
Created On :   5 April 2018 9:01 AM IST