पाकिस्तान चुनाव नतीजे: पाकिस्तान सरकार ने पीटीआई की ऑफिशियल वेबसाइट पर लगाया प्रतिबंध, चुनाव में धांधली के सबूत किए थे पेश!
- पीटीआई ने पेश किए धांधली के सबूत
- कार्यकारी सरकार ने लगाया बैन
- देश भर में विरोध प्रदर्शन कर रहे पीटीआई कार्यकर्ता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान में 8 फरवरी को नेशनल असेंबली और प्रांतीय विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ था। जिसके बाद करीब 65 घंटों से वोटों की काउंटिंग चल रही है। अभी तक आए नतीजों में इमरान खान की पार्टी पीटीआई के समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार 101 सीटों पर जीत हासिल कर चुके हैं। वहीं नवाज शरीफ की पीएमएलएन 73 जबकि बिलावल भुट्टो की पार्टी पीपीपी 54 सीटों जीतती नजर आ रही है। अभी तक के नतीजों में कोई भी दल बहुमत का आंकड़ा (134) पाते हुए नजर नहीं आ रहा है। इस बीच इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की आधिकारिक वेबसाइट पर पाकिस्तान की कार्यकारी सरकार ने बैन लगा दिया है। दरअसल, पीटीआई ने अपनी वेबसाइट insaf.pk पर चुनाव में धांधली और हेरफेर के सबूत अपलोड किए थे।
पीटीआई ने खटखटाया कोर्ट का दरवाजा
इमरान खान की पार्टी ने चुनावी नतीजों में धांधली होने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही इसे रुकवाने के लिए पार्टी के कई नेताओं ने कोर्ट का रुख भी किया है। बता दें कि इससे पहले पीटीआई ने चुनाव आयोग को जल्द ही नतीजे घोषित करने की धमकी दी थी। पार्टी ने कहा था कि यदि नतीजे जल्द ही घोषित नहीं किए गए तो बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
पीटीआई के इस बयान के बाद उसके समर्थकों ने देश में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किए। पेशावर और कराची में पार्टी कार्यकर्ताओं ने चुनाव आयोग के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी का दौर शुरु हो गया। लाहौर, पेशावर और रावलपिंडी जैसे बड़े शहरों में पीटीआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा पार्टी ने सियालकोट, कराची और बलूचिस्तान में काउंटिंग के दौरान हुई धांधली और हेरफेर के वीडियो भी शेयर किए।
बहुमत पाने का किया दावा
इस बीच पीटीआई चेयरमैन गौहर अली खान ने एक बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने 170 सीट जीत ली हैं और इनमें वे सीट भी शामिल हैं, जिन पर उनकी पार्टी को पहले ही विजेता घोषित किया गया था। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पीटीआई के पास मतदान केंद्रों के फॉर्म 45 का प्रमाण है, जिससे इसका खुलासा होता है कि पार्टी समर्थित उम्मीदवार जीत गए थे, लेकिन निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें असफल घोषित कर दिया।
इसके साथ ही उन्होंने आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर से मांग की है कि वो इमरान सहित पीटीआई के राजनीतिक कैदियों को रिहा करें। उन्होंने कहा, 'बेहतरी का मतलब है कि देश में कोई भी राजनीतिक कैदी नहीं होना चाहिए। अरब न्यूज से बात करते हुए गौहर खान ने कहा- PTI को मिले जनादेश का सम्मान किया जाना जरूरी है।'
Created On :   11 Feb 2024 7:01 PM IST