अमेरिका: अपनी ही पार्टी के सदस्यों से घिरे जो बाइडेन, नेताओं ने की प्रेसिडेंट रेस से हटने की मांग
- जो बाइडेन की पार्टी उनके खिलाफ है
- पार्टी के 5 सदस्य बाइडेन को राष्ट्रपति चुनाव की रेस में नहीं देखना चाहते
- प्रेसिडेंशियल डिबेट का हवाला दिया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका में 5 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होने वाला है। होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में, डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उम्मीदवार जो बाइडेन की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। बाइडेन की पार्टी के सदस्यों ने उनके खिलाफ सवाल खड़े करना शुरू कर दिया है। डेमोक्रेटिक पार्टी के करीब 5 सदस्यों का मानना है कि 5 नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव से जो बाइडेन का नाम निकाल देना चाहिए। बता दें सांसदों के मुताबिक उन्होंने 27 जून को हुई प्रेसिडेंशियल डिबेट के आधार पर यह राय दी है। इन सांसदों में मार्क टाकानो, जो मोरेल, जेरी नैडलर, टेड लियू और एडम स्मिथ का नाम शामिल है।
स्वास्थ बनी वजह
जो बाइडेन की अपनी डेमोक्रेटिक पार्टी ही उनके खिलाफ जाती दिख रही है। उनका कहना है कि बाइडेन को राष्ट्रपति चुनाव से हटना चाहिए। जानकारी के मुताबिक, पार्टी के करीब पांच सदस्यों ने 27 जून को हुए प्रेसिडेंशियल डिबेट में बाइडेन का प्रदर्शन देख यह राय दी है। दरअसल हाल ही में जो बाइडेन और डोनाल्ड ट्रम्प के बीच राष्ट्रपति चुनाव के लिए पहला डिबेट आयोजित हुआ था। जिसमें बाइडेन का प्रदर्शन कुछ खास नहीं बताया गया। इसी के चलते बाइडेन की पार्टी के कुछ सदस्य उनके खिलाफ होती नजर आ रही है।
बता दें, सदस्यों ने जो बाइडेन की हेल्थ का हवाला दिया है। खबरों के मुताबिक सदस्यों का कहना है कि बाइडेन ऐसे हालातों में वह 4 साल कैसे देश चला पाएंगे। वहीं, बाइडेन के मुताबिक वह नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प को हराकर प्रेसिडेंट की कुर्सी संभालेंगे।
सदस्यों का बयान
सशस्त्र सेवा समिति के रैंकिंग सदस्य, एडम स्मिथ के मुताबिक अब समय आ गया है कि डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीवार जो बाइडेन को प्रेसिडेंशियल रेस से हट जाना चाहिए। वहीं, दल के बाकी सदस्य भी स्मिथ की बात से सहमत हैं। उनका भी यही मानना है कि बाइडेन को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी छोड़ देनी चाहिए। जानकारी के मुताबिक इन लोगों में सशस्त्र सेवा, न्यायपालिका, और खुफिया समितियों के बड़े डेमोक्रेट्स भी मौजूद हैं। वहीं, बाइडेन ने सदस्यों के बयान को नजरअंदाज कर राष्ट्रपति चुनाव जीतने की बात की है।
Created On :   8 July 2024 4:52 PM IST