वतन वापसी: लाओस में गैरकानूनी काम में फंसाए गए 17 भारतीय लौट रहे स्वदेश: विदेश मंत्री जयशंकर
- 5,000 से अधिक भारतीय कंबोडिया में फंसे
- साइबर धोखाधड़ी करने के लिए मजबूर
- नौकरी के लालच में मानव तस्करों के शिकार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि लाओस में धोखे से असुरक्षित और अवैध गैरकानूनी तरीके से काम में फंसाए गए 17 भारतीय कामगारों को स्वदेश वापस लाया जा रहा है। विदेश मंत्री ने इस मामले में मदद के लिए लाओस में भारतीय दूतावास की सराहना की। जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, सुरक्षित वापसी के लिए समर्थन के लिए लाओ अधिकारियों को धन्यवाद। शाबाश, @ IndianEmbLaos।
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कंबोडिया में अच्छी नौकरी का वादा करने वाले मानव तस्करों का शिकार बनने के प्रति भारतीय नागरिकों को आगाह किया है। भारतीय नागरिकों के सफल बचाव के बाद, जयशंकर ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, मोदी की गारंटी देश और विदेश में सभी के लिए काम करती है, यह वाक्यांश अक्सर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।
लाओस के गोल्डन ट्राएंगल स्पेशल इकोनॉमिक में कॉल-सेंटर घोटालों और क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी में शामिल भ्रामक फर्मों द्वारा कई भारतीय नागरिकों को थाईलैंड या लाओस में रोजगार के लिए गुमराह करके ले जाया जा रहा है, जिन्हें वहां ले जाकर डिजिटल सेल्स और मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव या कस्टमर सपोर्ट सर्विस में फंसा दिया जाता है।
विदेशी एजेंट भारतीय नागरिकों को उच्च वेतन, होटल आवास और वीज़ा सहायता के वादे के साथ नौकरी के लिए लुभाते हैं, और अवैध रूप से थाईलैंड से लाओस में ले जाते हैं। और उन्हें लीगल परमिट के बिना कठोर काम करने के लिए मजबूर किया जाता है। इसमें कई भारतीय मानव तस्करों के शिकार बन गए हैं, उन्होंने खुद को कठिन श्रम में फंसाया है और शारीरिक और मानसिक पीड़ा झेलनी पड़ी। खतरनाक परिस्थितियों का सामना करने के बावजूद, कई भारतीय नागरिकों को इन गंभीर परिस्थितियों से बचाया गया है।
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि दक्षिण पूर्व एशियाई देश में नौकरी के अवसर तलाश रहे भारतीयों से संभावित नियोक्ता की पृष्ठभूमि की पूरी तरह से जांच करने का आह्वान किया। कंबोडिया में आकर्षक नौकरी के फर्जी वादों से आकर्षित होकर भारतीय नागरिक मानव तस्करों के जाल में फंस रहे हैं। मंत्रालय ने आगे कहा कि इन भारतीय नागरिकों को ऑनलाइन वित्तीय घोटाले और अन्य अवैध गतिविधियों के लिए मजबूर किया जाता है। भारत सरकार ने पिछले हफ्ते ही 250 से अधिक भारतीय नागिरकों को बचाया है।
Created On :   6 April 2024 3:29 PM IST