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Amrawati News: इलाज के लिए 6 घंटे तरसती रही दुष्कर्म पीड़ित 8 वर्षीय मासूम
- 5 घंटे तक एडमिट तक नहीं किया गया
- मां मासूम को गोद में लेकर जमीन पर ही बैठी रही
Amrawati News जिला सरकारी अस्पताल (इर्विन) में उपचार के लिए पहुंची मासूम 8 वर्षीय दुष्कर्म पीड़ित को 6 घंटे तक प्राथमिक उपचार तक नहीं मिला। अस्पताल में कार्यरत नर्स ने भी दुर्व्यवहार किया। 4 से 5 घंटे तक तो उसे एडमिट तक नहीं किया गया जिससे उसकी मां मासूम को गोद में लेकर जमीन पर ही बैठी रही।
इस अमानवीय व्यवहार के लिए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर भीम ब्रिगेड ने सोमवार को सीएस डॉ. दिलीप सौंदले के कक्ष में ढाई घंटे डेरा आंदोलन किया। जिसके बाद इर्विन अस्पताल की अधिपरिचारिका जयमाला तंतरपाले और सिस्टर अंजुम को कार्यमुक्त किया गया है। 18 जनवरी को दर्यापुर में एक 8 वर्षीय मासूम दुष्कर्म का शिकार हुई। जिसके बाद उसे इलाज के लिए अमरावती जिला सरकारी अस्पताल (इर्विन) में रेफर किया गया, लेकिन जब इस पीड़िता को लेकर उसके माता-पिता इर्विन अस्पताल में पहुंचे तो जिला अस्पताल के कुछ नर्सों और अन्य कर्मचारियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
दुर्व्यवहार और उपेक्षा के कारण उसे प्राथमिक उपचार से भी 6 घंटे तक वंचित रखा। यह बच्ची मां की गोद में कई घंटे तक फर्श पर ही बैठी रही। जिससे बच्ची की जान भी जा सकती थी। इसलिए संबंधित दुर्व्यवहार की दोषी और लापरवाह नर्स और अन्य दोषियों के तत्काल निलंबन की मांग भीम ब्रिगेड के राजेश वानखड़े ने की। आंदोलन में भीम ब्रिगेड पदाधिकारी विक्रम तसरे, प्रवीण मोहोड, अविनाश जाधव, ज्ञानेश्वर रंगारी, अमित कुलकर्णी, केवल हिवराले, शुभम राऊत, सोहेल खान, प्रफुल्ल तंतरपाले, रोशन गवई, अजय खडसे, विजय खंडारे, विजय मोहोड, अजय तायडे, मंगेश गवई, सागर वर्धे, दर्शन धांदे, संघपाल खंडारे आदि शामिल थे।
Created On :   21 Jan 2025 3:29 PM IST