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पुणे: बारामती के बाद अजित पवार का शिरूर लोकसभा को लेकर बड़ा बयान- अच्छा विकल्प देंगे, सांसद पर साधा निशाना
- शिरूर में अच्छा विकल्प देंगे
- सीट भी चुनकर लाएंगे
- शिरूर लोकसभा को लेकर बड़ा बयान
डिजिटल डेस्क, पुणे। सोमवार को शिरूर लोकसभा चुनाव क्षेत्र को लेकर उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बड़ा बयान दिया है। बिना नाम लिए सांसद अमोल कोल्हे की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि बेहतर होता कि कोई सांसद 5 साल में अपने क्षेत्र पर ध्यान देता, चुनाव करीब आने पर किसी को पदयात्रा तो किसी को संघर्ष यात्रा सूझ रही है। यही नहीं अजीत पवार ने शिरूर लोकसभा से अच्छा विकल्प देने और उसे चुनकर लाने का भी भरोसा दिलाया। पिछले तीन दिन से उपमुख्यमंत्री अजित पवार पुणे के दौरे पर हैं। शनिवार को उन्होंने बारामती लोकसभा चुनाव क्षेत्र से सक्षम और योग्य प्रत्याशी खड़ा करने का ऐलान करने के बाद कल बारामती दौरे पर शरद पवार का बिना नाम लिए उनपर जमकर हमला बोला था।
असल में अजीत पवार से शरद पवार गुट के सांसद डॉ अमोल कोल्हे और सुप्रिया सुले द्वारा किसानों के मसलों पर पदयात्रा निकालने की घोषणा के बारे में सवाल पूछा गया था। इस पर उन्होंने तंज कसते कहा कि, पांच साल तक निर्वाचन क्षेत्र में ध्यान नहीं दिया और अब पदयात्रा, संघर्ष यात्रा निकालने की सूझ रही है। डॉ कोल्हे का नाम लिए बिना पवार ने कहा, उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र की उपेक्षा की है। उन्हें निर्वाचित कराने के लिए दिलीप वलसे पाटिल और मैंने स्वयं जान लगा दी। वो तो डेढ़ साल में ही इस्तीफा देने निकले थे। कहा कि मेरा फ़िल्मी करियर बर्बाद हो रहा है, मेरे परिवार और आर्थिक हालातों पर विपरीत असर हो रहा है। मैं कभी इस बारे में बात नहीं करने वाला था, लेकिन अब वे उत्साहित हैं उन्हें पद यात्रा निकालने की सूझ रहे है। उन्हें टिकट देते वक्त हमने सोचा कि वक्ता बहुत अच्छा है, जनाधार भी अच्छा है। उन्होंने संभाजी महाराज की महान भूमिका निभाई। हालाँकि अब हम शिरूर से अच्छा विक्लप देंगे।
चुनाव पूर्व सर्वे का कोई मतलब नहीं
राज्य में पानी की किल्लत महसूस होने लगी है, इस बारे में बोलते हुए अजीत पवार ने कहा, पिछले साल की तुलना में जल भंडार कम है। राज्य में हर जगह यही स्थिति है। कैबिनेट में पानी की स्थिति बताई गई है। मुख्यमंत्री फड़नवीस ने निर्देश दिये हैं कि पहले पीने के लिए पानी दो और फिर खेती के लिए दो। जल संसाधन विभाग को भी निर्देश दिये गये हैं। पिछले साल की तुलना में पुणे में जलस्तर कम है। बेमौसम बारिश के कारण कई फलों और फसलों को नुकसान हुआ। तुरंत पंचनामा शुरू किया गया है। किसानों को जल्द नुकसान भरपाई दी जायेगी। एबीपी-सी वोटर सर्वे में अनुमान लगाया गया है कि महाविकास आघाड़ी लोकसभा चुनाव जीतेगी साथ ही उसे महायुति से चार फीसदी ज्यादा वोट मिलेंगे। इस पर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ऐसे सर्वे का कोई मतलब नहीं है। पांच विधानसभा राज्यों के सर्वे को याद करें और नतीजे देखें। कितना भी सर्वे करा लें, इसका ध्यान महायुति के तीनों दल रखेंगे. हमारे हाथ में अधिक समय है, हम महायुति के पक्ष में माहौल बनाने के लिए काम करेंगे।
नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद के लिए सही हैं
महायुति के प्रधान मंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी हैं। इस पद के लिए विपक्ष के सामने कौन है? जब विपक्ष अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करेगा तो लोग तुलना करेंगे। मीडिया भी तुलना करेगा. मीडिया के प्रतिनिधियों को भी आत्ममंथन करना चाहिए कि वे कौन सा बटन दबाने जा रहे हैं। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा, अब भी देश में नरेंद्र मोदी के अलावा प्रधानमंत्री पद के लिए कोई अन्य उपयुक्त उम्मीदवार नहीं है। केंद्र सरकार ने गैस सिलेंडर की कीमतें कम करने की कोशिश की है। किसानों को सालाना 6000 की मदद की, राज्य सरकार ने इसमें छह हजार जोड़ दिये हैं। देश का हित किसके हाथ में है, विश्व स्तर पर देश का नेतृत्व करते हुए भारत की छवि को ऊपर उठाने का काम कौन कर सकता है? देखने लायक कई बिंदु हैं। सिर्फ एक ही विषय पर सोचने से काम नहीं चलेगा। हमने अभी पांच राज्यों में चुनाव के नतीजे देखे हैं, तीनों राज्यों की जनता ने बीजेपी को वोट दिया। तेलंगाना में भी क्या हुआ, हमने देखा। वहां के पूर्व मुख्यमंत्री रोज महाराष्ट्र में विज्ञापन दे रहे थे। वे कह रहे थे, मैंने ये किया, मैंने वो किया, लेकिन फिर भी वे एक निर्वाचन क्षेत्र में हार गये और राज्य सरकार भी चली गयी। पवार ने बताया कि सर्वेक्षण भविष्यवाणियां करते हैं, जिसका मतलब यह नहीं है कि मतदाता वैसा ही सोचते हैं।
Created On :   25 Dec 2023 8:37 PM IST