Pune News: गरीबों के इलाज के लिए जमा 35 करोड़ दीनानाथ अस्पताल ने इस्तेमाल ही नहीं किए

गरीबों के इलाज के लिए जमा 35 करोड़ दीनानाथ अस्पताल ने इस्तेमाल ही नहीं किए
  • गरीबों के इलाज के लिए जमा थे 35 करोड़
  • दीनानाथ अस्पताल ने इस्तेमाल ही नहीं किए
  • हर मरीज के बिल की राशि से 2 प्रतिशत आईपीएफ में जमा की जाती है

Pune News. अस्पतालों में गरीबों का उपचार किया जाता है कि नहीं इसका जायजा लेने के लिए धर्मादाय सहआयुक्त की अध्यक्षता में एक समिति ने दौरा किया। निरीक्षण के बाद समिति ने रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। इसमें सामने आया है कि दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल ने गरीब मरीजों के जमा 35 करोड़ से अधिक राशि का उपयोग ही नहीं किया है। चैरिटी कमिश्नरेट के नियमों के अनुसार चैरिटी अस्पतालों में भर्ती होनेवाले मरीजों के बिलों की राशि से दो प्रतिशत राशि गरीब मरीज निधि ( आईपीएफ ) के रूप में बचाना होता है। दुर्भाग्य की बात है कि पैसों नहीं जमा करने के चलते दीनानाथ अस्पताल ने गर्भवती महिला को भर्ती नहीं किया, जिससे उसकी मौत हो गई थी।

--हर मरीज के बिल की राशि से 2 प्रतिशत आईपीएफ में जमा की जाती है

रिपोर्ट में गरीब मरीज निधि ( आईपीएफ) के संबंध में जानकारी दी गई है। जिसमें खुलासा हुआ है कि अस्पताल के पास वित्तीय वर्ष के अंत में 35 करोड़ आईपीएफ फंड शेष था। रिपोर्ट के अनुसार दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में अप्रैल 2024 से मार्च 2025 के बीच लगभग 5 लाख 319 मरीजों का इलाज किया गया। उनके बिलों से 907 करोड़ 20 लाख 36 हजार 511 रुपये की राशि जमा हुई। इसमें से 2 फीसदी यानि 18 करोड़ 14 लाख 40 हजार 729 रुपए गरीब मरीजों के खाते ( आईपीएफ ) में ट्रांसफर किए गए। इसके अलावा दान से खाते में 36 लाख 56 हजार 380 रुपए की धनराशि जमा हुई। अस्पताल ने गरीब मरीजों के इलाज पर 7 करोड़ 23 लाख 7 हजार 295 रुपए खर्च किए। कमजोर वर्ग के मरीजों पर 8 करोड़ 8 लाख 83 हजार 64 रुपए खर्च किए गए। जिसके बावजूद दीनानाथ अस्पताल के आईपीएफ खाते में मार्च 2025 के अंत तक 35 करोड़ 48 लाख 26 हजार 680 रुपए शेष है। मामले में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और धर्मादाय आयुक्तालय अस्पताल प्रशासन पर क्या कार्रवाई करते हैं, यह देखनेवाली बात होगी।

Created On :   10 April 2025 8:36 PM IST

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