पन्ना: बिलखुरा की आदिवासी बस्ती में जलसंकट, दूर से लाना पडता है पानी

बिलखुरा की आदिवासी बस्ती में जलसंकट, दूर से लाना पडता है पानी
  • बिलखुरा की आदिवासी बस्ती में जलसंकट, दूर से लाना पडता है पानी
  • एक हैण्डपम्प उसमें भी नहीें निकलता पानी

डिजिटल डेस्क, पन्ना। ग्राम पंचायत बिलखुरा की आदिवासी बस्ती में पानी की कोई व्यवस्था न होने के कारण यहां के गरीब आदिवासियों को एक किमी की दूरी से पानी लाना पडता है। सुबह होते ही साइकिल व हांथों में डिब्बे ले जाकर लाइन में लगकर पानी ढोना पड रहा है लेकिन उनकी समस्या का अभी तक कोई हल नहीं निकाला गया है। जनपद पंचायत पन्ना की ग्राम पंचायत बिलखुरा के तालाब के किनारे बसी इस आदिवासी बस्ती की आबादी २५० से ३०० के लगभग है। तालाब के पार के नीचे बस्ती होने के कारण यहां पर बरसात के दिनों में तो और हालत खराब हो जाती है जहां पर चलना भी दूभर हो जाता है और ऐसी स्थिति दूर से पानी ढोने के कारण यहां की महिलाओं व पुरूषों को कठिनाईयों का सामना करना पडता है। आदिवासी बस्ती में एक मात्र हैण्डपम्प लगा हुआ है उससे भी पानी नहीं निकलता है। गांव की रूमा आदिवासी बतलातीं हैं कि बरसात के दिनों में हम लोगों को दो से तीन घण्टे लग जात हैं लेकिन हमारी परेशानी को कोई देखने वाला नहीं हैं।

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जगलाल आदिवासी ने बतलाया कि हमारी बस्ती के पीछे तरफ एक कुआ है लेकिन वहां से हम लोगों को पानी भरने नहीं दिया जाता है इस कारण से दूर से पानी लाना पड रहा है। गांव में पानी की व्यवस्था होनी चाहिए। हम लोग पूरी तरह से मजदूरी पर आश्रित हैैं हम पानी भरें या परिवार के पालन-पोषण के लिए मजदूरी करें। रोहित व मनोज आदिवासी बतलाते हैं कि एक डीपी और लगनी चाहिए क्योंकि एक ट्रांसफारमर जो लगा हुआ है उसके खराब हो जाने पर कई दिनों के लिए बिजली बंद हो जाती है।

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इनका कहना है

मैं कल स्वयं बिलखुरा ग्राम पंचायत जाउंगा, मौके पर निरीक्षण कर पानी की समुचित व्यवस्था के लिए निश्चित तौर पर कार्यवाही की जायेगी।

आनंद शुक्ला

सीईओ जपं पन्ना

Created On :   9 Feb 2024 12:00 PM GMT

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