Panna News: जेके सीमेन्ट हादसे के तीन दिन गुजरे, जांच के लिए नहीं पहुंची संभागायुक्त जिला प्रशासन द्वारा गठित टीम

जेके सीमेन्ट हादसे के तीन दिन गुजरे, जांच के लिए नहीं पहुंची संभागायुक्त जिला प्रशासन द्वारा गठित टीम
  • जेके सीमेन्ट हादसे के तीन दिन गुजरे
  • जांच के लिए नहीं पहुंची संभागायुक्त जिला प्रशासन द्वारा गठित टीम
  • हादसे में चार मजदूरों की हुई थी मौत

Panna News: पन्ना जिले के सिमरिया पगरा स्थित जेके सीमेन्ट प्लांट के निर्माणाधीन दूसरी यूनिट के सातवें फ्लोर के स्लैब गिर जाने से गत ३० जनवरी को हुए बडे हादसे में चार मजदूरों की मौत हो गई थी। १९ मजदूर गंभीर रूप से घायल है जेके सीमेन्ट में काम करने वाले मजदूरो में हादसे के बाद से सहमें हुए है और मातम पसरा हुआ है। इस बडे हादसे के बाद श्रमिक संगठनों में नाराजगी बनी हुई है। कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रदर्शन कर हादसे की उच्चस्तरीय जांच कर जेके सीमेन्ट प्रबंधन और कंपनी द्वारा नियुक्त कंस्ट्रक्शन कंपनी के जिम्म्मेदारो पर सख्त कार्यवाही के साथ एफआईआर दर्ज करने की मांग की जा रही है किन्तु इन सबके बीच जेके सीमेन्ट में हुए बडे हादसे के तीन दिन गुजर जाने के बाद संभाग आयुक्त एवं जिला प्रशासन द्वारा हादसे की जांच के लिए जो अलग-अलग टीमें बनाकर फटाफट जांच कर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए थे वह टीमें जांच कार्यवाही पूरी करने की बात तो दूर तीन दिन के बाद भी जेके सीमेन्ट में निर्माणाधीन यूनिट जहां पर हादसा हुआ है उसकी जांच करने के लिए नहीं पहुंचे हंै। ऐसे में जांच को लेकर हो रहे विलंब पर यह भी आशंका जाहिर की जा रही है कि घटना से जुडे साक्ष्य क्या जांच दल के लिए शेष बचेगें।

वहीं जेके सीमेन्ट में हुए हादसे की प्राथमिक जांच के लिए ३१ जनवरी को औद्योगिक सुरक्षा की उपसंचालक द्वारा पाया गया कि निर्माणाधीन यूनिट के सातवें फ्लोर में स्लैब की ढलाई का ढांचा कमजोर होने के चलते हादसा हुआ है। जो कि कहीं न कहीं कस्ट्रक्शन कंपनी और सीमेन्ट प्रबंधन की लापरवाही है। उपसंचालक की प्राथमिक जांच से जहां पर घटना का परिणाम लापरवाही है वहीं हादसेे में पुलिस की जांच कार्यवाही की गति पर सवाल खडे हो रहे है। जानकारों का कहना है कि प्राथमिक दृष्टि में कंस्ट्रक्शन कंपनी और जेके सीमेन्ट प्रबंधन की लापरवाही हादसे का कारण है और इस पर जिम्मेदारों के विरूद्ध गैर इरादतन हत्या की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर पुलिस को जांच कार्यवाही करनी चाहिए किन्तु पुलिस द्वारा मामले में अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की है।

संभाग आयुक्त ने बना दी है अपनी टीम इसलिए जिले की टीम ने नहीं की जांच

जेेके सीमेन्ट में दिनांक ३० जनवरी को हुए हादसे की जांच के लिए जिले के तीन कार्यपालन यंत्रियों की टीम गठित कर तीन दिवस के अंदर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे। कार्यपालन यंत्रियो की टीम को स्लैब के गिर जाने की कारणो की जांच कर रिपोर्ट देनी थी जिला प्रशासन द्वारा गठित टीम तीन बाद भी जांच के लिए नहीं पहुंची इस पर जब टीम में शामिल किए गए कार्यपालन यंत्री आरईसी बी.डी.कोरी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि संभाग आयुक्त द्वारा दूसरी टीम बना दी गई है जो कि वरिष्ठ है ऐसे में हम जांच के लिए नहीं गए।

संभाग आयुक्त ने बनाया चार सदस्यीय दल

जेके सीमेन्ट में हादसे के दूसरे दिन दिनांक ३१ जनवरी को संभाग आयुक्त सागर संभाग सागर वीरेन्द्र सिंह रावत द्वारा हादसे की जांच के लिए चार सदस्यीय जांच दल जिसमें अपर कलेक्टर पन्ना, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पन्ना, मुख्य अभियंता पीडब्ल्यूडी सागर, सहायक श्रम आयुक्त सागर, कार्यपालन यंत्री की पीआईयू पन्ना को शामिल किया गया है। जांच कमेटियों को छ: बिन्दुओं दुर्घटना की परिस्थितियों एवं कारण निर्माण कार्य से संबधित विभागीय अनुमति, निर्माण हेतु सुरक्षा उपाय, मटेरियल की गुणवत्ता के मानक स्तर तथा लापरवाही का स्तर एवं लापरवाही के लिए कौन जिम्मेदार है जैसे बिन्दुओं पर तीन दिन के अंदर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश है परंतु कमिश्नर द्वारा गठित दल भी अभी तक जांच के लिए नहीं पहुंंचा और न ही कार्यवाही की गई है।

इनका कहना है

हमने टीम बनाई है संभवत: जांच के लिए सोमवार को टीम घटना स्थल पहुंचेगी और जांच कार्यवाही शुरू करेगी पूरी घटना को गंभीरता के साथ लिया गया है और जो भी तथ्य सामने आयेंगें उस पर कार्यवाही होगी।

वीरेन्द्र सिंह रावत, कमिश्नर सागर संभाग सागर

Created On :   3 Feb 2025 4:37 PM IST

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