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Panna News: बारिश से धान खरीदी केन्द्रों में हडकंप, समर्थन मूल्य पर खरीदी गई दो लाख क्विंटल धान खुले में मौजूद
- बारिश से धान खरीदी केन्द्रों में हडकंप
- समर्थन मूल्य पर खरीदी गई दो लाख क्विंटल धान खुले में मौजूद
- बेमौसम बारिश से केन्द्रों में भीगीं हजारों क्विंटल धान
Panna News: शुक्रवार और शनिवार की रात्रि से मौसम अचानक तेजी से बदल गया है आसमान में घने बादल छाने के साथ ही जिलेभर में बारिश का दौर शुरू हो गया है। सुबह करीब डेढ़ से दो घंटे तक लगातार बारिश हुई और उसके बाद बूंदाबादी के साथ रूककर बारिश हो रही है। अचानक मौमस में आए बदलाव के साथ बारिश होने से समर्थन मूल्य पर जिले में चल रही खरीदी कार्य जहां प्रभावित हो गया है। बारिश के चलते कलेक्टर सुरेश कुमार द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से तत्काल कदम उठाते हुए सोमवार दिनांक ३० दिसम्बर से लेकर बुधवार दिनांक ०१ जनवरी २०२५ तक खरीदी के कार्य पर रोक लगाते हुए खरीदी केन्द्रों में खरीदी गई धान का परिवहन करते हुए गोदामो में भण्डारित करने के निर्देश जारी किए गए है। शनिवार की सुबह के साथ हुई तेज बारिश और उसके बाद बूंदाबादी के साथ हो रही बारिश के जरिए जिले में धान खरीदी के लिए बनाए गए सभी ५० खरीदी केन्द्रों मेंं हडकंप मचा हुआ हेै। जानकारी के अनुसार समर्थन मूल्य पर जिले में ०५ लाख १२ हजार क्विंटल से अधिक धान खरीदी हो चुकी है जिनमें से ०३ लाख १२ हजार क्विंटल धान के परिवहन हो जाने के पश्चात खरीदी केन्द्रों से परिवहन के लिए ०२ लाख क्विंटल से अधिक धान परिवहन के लिए शेष है।
जिसमें ०१ लाख क्विंटल से भी अधिक धान बोरियों बंद होकर खुले आसमान के नीचे खुले में पडी हुई है और खरीदी केन्द्रों में परिवहन से शेष बची धान को बचाने के लिए समिति प्रबंधक तथा किसान बचाने के लिए जदोजहद कर रहे है। तिरपाल, पन्नी आदि से खुले मे पडी धान को ढककर बचाने का प्रयास किया जा रहा है इसके बावजूद जो जानकारियां सामने आ रही है आज हो रही बरसात में हजारो क्विंटल धान भीग चुकी है और इसके खराब हो जाने की आशंकायें जाहिर की जा रही है। खरीदी केन्द्रों की स्थिति यह है कि बडी संख्या में किसान जो कि अपनी धान की फसल को तुलाई कर उसे खरीदी केन्द्रों में जमा करवाने के लिए पहुंचे है किन्तु उनकी तुलाई नहीं हो पाई है और इन किसानों का काफी मात्रा में धान या तो ट्रैक्टर-ट्राली में रखा हुआ है अथवा ट्रैक्टर-ट्रालियों से उतरवाने के बाद तुलाई नही हो पाने के चलते खरीदी केेन्द्रो में मौजूद है। बारिश के चलते भींग गया है हो रही बारिश के बीच किसान अपनी फसल बचाने की जददोजहद में लगे हुए है। मैदानी स्तर पर जो जानकारियां सामने आई है खरीदी केन्द्रों में बारिश से धान को बचाने के लिए तिरपाल पन्नी आदि संसाधनों की कमी पड रही है और इसके चलते समितियों में अफरा-तफरी और हडकंप की स्थिति बनी हुई है।
अजयगढ़ के कई खरीदी केन्द्रों में बारिश से भीगीं धान
अजयगढ़ तहसील क्षेत्र में धान खरीदी केन्द्रों में भारी मात्रा में बेमौसम हो रही बारिश से धान भीगने की जानकारियां सामने आ रह है। अजयगढ़ क्षेत्र स्थित कृषि उपज मण्डी राजापुर ओपन वेयर हाउस, बहादुरगंज, शहपुरा, हरदी आदि खरीदी केन्द्रों में खुले में भारी मात्रा में रखी गई धान के भीगने की जानकारियां सामने आई है जो जानकारी निकलकर सामने आई है उसमें बताया जा रहा है कि मौसम के बदलने और बारिश होने की जानकारियाो का पूर्व अनुमान मौसम विभाग द्वारा जारी किया जा चुका था उसके बावजूद जहां परिवहन के कार्य में लापरवाहियां हुई इसके साथ ही साथ बारिश पर फसल को बचाने के लिए तिरपाल, पन्नी आदि की समय पर व्यवस्था नहीं की गई है जिसके चलते अब स्थिति बरिश होने पर कुआ खोदने की कहावत की तरह हो गई है समिति के कर्ताधर्ता तिरपाल और पन्नियों की व्यवस्था में लगे हुए और दूसरी ओर बोरियों में खुले में रखी धान भीग रही है। राजापुर के खरीदी केन्द्र प्रभारी व सहायक प्रबंधक पवन द्विवेदी ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में बताया कि हमारे खरीदी केन्द्र में १६ हजार क्विंटल धान की खरीदी हुई है जो खुले में रखी हुई है अभी तक परिवहन नहीं हुआ है। नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों से चर्चा कर परिवहन के लिए अनुरोध किया था परंतु परिवहन नहीं हुआ है। वरिष्ठ अधिकारी समिति को ही परिवहन करवाने के लिए निर्देश दिए गए लेकिन समिति धान का परिवहन करवाने में स्वयं सक्षम नहीं है। बनहरी और मझगांय समिति के प्रबंधक शिवांग सिंह बघेल ने बताया कि खरीदी केन्द्रां का निरीक्षण कर पांच दिन पहले ही धान को तिरपाल को ढकने के लिए निर्देश दिए थे।
रैपुरा मनगंवा खरीदी केन्द्रों में भींगी खरीदी गई धान
खरीदी को लेकर सुरक्षाओं की व्यवस्थाओं के आज पहले ही दिन सुबह से लगातार हुई ६ से ८ घंटे की बारिश में खुल गई। बारिश में दोनों खरीदी केन्द्रों के परिसर में रखी हजारो क्विंटल धान भीग गई है। रात में ही मौसम बदल गया था किन्तु खुले में रखी धान की बोरियों को ढांककर भीगने से बचाने का कार्य सुबह १० व ११ बजे के बाद शुरू हुआ इस दौरान ४-५ घंटे में बारिश से धान की अधिकांश बोरियों भीग चुकी थी। आनन-फानन में तिरपाल और पन्नियों से धान को ढकने का काम किया गया परंतु कई हिस्सो में बोरियां ठीक से ढक नहीं पाई है और हजारो क्विंटल धान पूरी तरह से भीग चुकी है। रैपुरा स्थित धान खरीदी केन्द्र में २९ हजार ४०० क्विंटल में से मात्र ५७०० क्विंटल धान का ही परिवहन हुआ। मनगवां स्थित रावतपुरा सरकार प्रांगण में स्थापित खरीदी केन्द्र में १२२५७ क्विंटल में से मात्र ३८१५ क्विंटल धान उठाव कर वेयर हाउस पहुंचाई गई है। बघवार के खरीदी केन्द्र में खरीदी गई कुल १६०७१ क्विंटल में मात्र २००० क्विंटल धान का ही परिवहन हुआ है। कृषक रम्मूमणि यादव ने बताया कि पवई तहसील के बिहरासर के खरीदी केन्द्र में आज हुई बारिश से काफी मात्रा में धान भीग गई है जिससे किसान परेशान हो रहे हैं।
५० फीसदी खरीदी केन्द्रों में खुले में हो रही खरीदी
जिले में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिए कुल ५० खरीदी केन्द्र बनाये गए है इन ५० खरीदी केन्द्रों में से २५ खरीदी केन्द्र गोदाम से जुडे हुए है जबकि २५ खरीदी केन्द्र खुले प्रांगण में संचालित है। खुले प्रांगण में संचालित खरीदी केन्द्रो में खरीदी की गई धान को परिवहन कर दूरस्थ गोदामों में जमा किया जाता है किन्तु परिवहन के कार्य में हो रही लापरवाहियां और अव्यवस्थाओ के चलते लाखों क्विंटल खरीदी गई धान गोदामों में नहीं पहुंच पाई हैऔर खुले में मौजूद होने के चलते अब जब बारिश हुई है और धान के भीग जाने से उसके खराब हो जाने का खतरा बन गया है यदि बारिश और अधिक होती है तो भारी मात्रा में धान खराब हो जायेगी।
इनका कहना है
बारिश की संभावनाओं को देखते हुए खरीदी केन्द्र प्रभारियों और समितियों को पूर्व ही निर्देश दे दिए गए थे कि खरीदी केन्द्र परिसरों में परिवहन के लिए जो धान शेष बची हुई है उसे तिरपाल और पन्नियों से ढंककर सुरक्षित किया जाये बारिश के चलते धान को तिरपाल और पन्नियों से खरीदी केन्द्र के प्रभारियों व समितियों द्वारा ढकवाया गया। इसके बाद भी बारिश के चलते कुछ मात्रा में धान में पानी पहुंचने से नमी होने की संभावना है जिसे मौसम खुलते ही सुखाया जायेगा और परिवहन कराया जायेगा। मौसम और खरीदी केन्द्रों की स्थितियों पर लगातार अधिकारियों सहित निगरानी के लिए नियुक्त कर्मचारियों द्वारा नजर रखी जा रही है और भ्रमण किया जा रहा है फिलहाल किसी भी खरीदी केन्द्र से बडे नुकासन की जानकारी नहीं आई है।
देेवेन्द्र खोबरिया, प्रभारी जिला आपूर्ति अधिकारी पन्ना
Created On :   29 Dec 2024 3:02 PM IST