Panna News: चार साल से बंद है पहाडीखेरा का खरीदी केन्द्र, क्षेत्राचंल के किसान सिलधरा सोसायटी द्वारा संचालित हरद्वाही खरीदी केन्द्र में जाने को मजबूर

चार साल से बंद है पहाडीखेरा का खरीदी केन्द्र, क्षेत्राचंल के किसान सिलधरा सोसायटी द्वारा संचालित हरद्वाही खरीदी केन्द्र में जाने को मजबूर
  • चार साल से बंद है पहाडीखेरा का खरीदी केन्द्र
  • क्षेत्राचंल के किसान सिलधरा सोसायटी द्वारा संचालित हरद्वाही खरीदी केन्द्र में जाने को मजबूर

Panna News: समर्थन मूल्य पर चार साल पहले तक रवी तथा खरीफ में उपार्जित किए जाने वाली फसलों की खरीदी प्राथमिक साख सहकारी समिति पहाडीखेरा द्वारा संचालित खरीदी केन्द्र पहाडीखेरा में की जाती रही है किन्तु उस समय खरीदी कार्य में हुई गड़बडिय़ों के चलते पहाडीखेरा में स्थापित खरीदी केन्द्रों को बंद कर दिया गया है जिसका खामियाजा परेशानी के रूप में जिन गांव के किसान पहाडीखेरा केन्द्र में अपना अनाज समर्थन मूल्य पर विक्रय करने के लिए जमा करते है उन्हें भुगतना पड रहा है। पहाडीखेरा खरीदी केन्द्र बंद हो जाने के बाद इस केन्द्र से जुडे किसानों को प्राथमिक साख सहकारी समिति सिलधरा से जोड दिया गया है जिसके चलते समिति द्वारा ग्राम हरद्वाही में स्थापित खरीदी केन्द्र में खरीदी का कार्य बीते चार वर्षाे से किया जा रहा है इससे जहां खरीदी केन्द्र को लेकर किसानो के लिए दूरियां अधिक बढ़ गई है वहीं सहकारी समिति सिलधरा द्वारा संचालित खरीदी केन्द्र में किसानों की संख्या दोगुनी हो गई है जिसका असर यह है कि प्रतिदिन जहां सैकड़ों की संख्या में किसान अपनी उपज जमा करने के लिए पहुंच रहे है

समिति में काम अधिक होने की वजह से सीमित संख्या में ही किसानो की फसल की तुलाई हो पा रही है और वर्तमान जब खरीदी केन्द्र में धान की खरीदी का कार्य चल रहा है अपनी धान की फसल की तुलाई के लिए पहाडीखेरा सहित भसूडा, हीरापुर, गेरूआ, बरहौंकुंदकपुर, गजना धरमपुर आदि गांव के किसान हरद्वाही में बने खरीदी केन्द्र में पहुंच रहे है और किसानों को तुलाई करने के लिए एक-एक सप्ताह तक का इंतजार करना पडा रहा है इसके चलते किसान काफी परेशान हो रहे है। समिति पर अधिक दोगुना किसानों का दबाव होने के बावजूद सिलधरा सोसायटी द्वारा किसान व्यवस्थित तरीके से अपनी फसल जमा कर सके और परेशानी न हो इसके लिए कोई प्रबंध नहीं किए गए है और इसके चलते किसानों की नाराजगी बनी हुई है। पहाडीखेरा के खरीदी केन्द्र में जिन गांवों के किसान अपनी फसल जमा करते थे उनका कहना है कि यदि पूर्व की तरह पहाडीखेरा में जो खरीदी केन्द्र चल रहा था उसे पुन: शुरू किया जाये तो इतनी अधिक परेशानी किसानों को नहीं उठानी पडेगी।

कड़ाके की ठण्ड के बीच दिन-रात रखी फसल की सुरक्षा को लेकर मजबूर किसान

पहाडीखेरा का खरीदी केन्द्र बंद हो जाने से सहकारी समिति सिलधरा ग्राम हरद्वाही में जो खरीदी केन्द्र बनाया गया है वहां पर उपज जमा करने वाले सैकड़ों की संख्या में किसानों की भीड़ धान की फसल तुलाई करवाने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते देखे जा रहे है। दो से तीन दिन तक तुलाई नहीं हो पाती और ऐसे में पहुंचे किसानों को अपने ट्रेैक्टरों से लाई गई तुलाई के लिए रखी गई धान की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी स्वयं संभालनी पड रही है। आसपास के क्षेत्र के ऐरा पशु खरीदी केन्द्र के आसपास मौजूद रहते है और जरा सी चूक होने पर खरीदी केन्द्र परिसर में भी घुसकर धमाचौकडी मचाकर किसानों की रखी धान को खाने लगते है इसके साथ ही साथ किसानो को लाई हुई धान के खुर्दबुर्द होने का भी डर रहता है जिसके चलते अन्नदाता किसान पूरे २४ घंटे कड़ाके की ठण्ड का सामना करते हुए फसल सुरक्षा करने के लिए मजबूर है और इसके चलते किसानों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड सकता है।

Created On :   27 Dec 2024 2:10 PM IST

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