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Panna News: केन्द्रीय बजट में जिले को नहीं मिली अलग से कोई सौगात
![केन्द्रीय बजट में जिले को नहीं मिली अलग से कोई सौगात केन्द्रीय बजट में जिले को नहीं मिली अलग से कोई सौगात](https://www.bhaskarhindi.com/h-upload/2025/02/02/1399657-.webp)
- केन्द्रीय बजट में जिले को नहीं मिली अलग से कोई सौगात
- आयकर स्लैब में बदलाव से कर्मचारियों को राहत
- मध्यवर्गीय व्यापारी, किसान और युवाओ में बजट को लेकर कोई उत्साह नहीं
Panna News: केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में केन्द्रीय बजट वर्ष २०२५-२६ पेश कर दिया गया। केन्द्रीय बजट में आयकर में राहत देते हुए नये आयकर स्लैब की घोषणा की गई है। किसानों के लिए प्रधानमंत्री धन धान्य योजना का ऐलान कर किया गया है और किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट ०३ लाख से ०५ लाख रूपए की गई है। सामाजिक कल्याण शिक्षा स्वास्थ्य सेवाओं और गरीब कल्याण की योजनाओं में बजट बढ़ाया गया है। रोजगार सृजन और उद्योगों का विकास की योजना की घोषणायें की है। प्रदेश व जिले को बजट में स्पेशल क्या मिलेगा इस पर भी जिले के लोगों की नजर रही किन्तु पन्ना जिले को सरकार के इस बजट मेें कुछ भी अलग से नही मिल पाया है। केन्द्र सरकार के बजट में इन्कम टैक्स स्लैब में किए गए बदलाव से कर्मचारी वर्ग राहत महसूस कर रहा है। कर्मचारियों को पिछले वर्ष के तुलना में टैक्स स्लैब में किए गए बदलाव से इस बार काफी बचत होगी। महिलाओं, युवाओं तथा किसानों को सीधे लाभ की उम्मीद बजट से थी।
बेरोजगार युवाओं को सरकारी क्षेत्र में नौकरी और रोजगार की उम्मीद थी जिसके लिए बजट में कोई बडे विशेष प्रावधान न किए जाने से युवा वर्ग उत्साहित नहीं है। किसान खाद बीज और कृषि उपकरण पेट्रोल-डीजल के दामों में राहत की उम्मीद कर रहे थे। किसानों का कहना है कि किसानों को फसलों के उचित दाम मिले इसके लिए भी कोई घोषणा नहीं हुई है। ऐसे में बजट को लेकर किसानों में भी कोई उत्साह नहीं दिख रहा है। बुजुर्ग पेंशनधारी टीडीएस में आय की छूट की सीमा ५० हजार से ०१ लाख किए जाने को सरकार का अच्छा निर्णय बता रहे है। केन्द्र सरकार के बजट को लेकर विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। सत्ता पक्ष से नेताओं द्वारा बजट का स्वागत करते हुए इसे आमजन गरीबां,े किसानों, महिलाओं का बजट बताया जा रहा है। वहीं विपक्षी नेताओ ने बजट को हर वर्ग के लिए निराश जनक बताते हुए इसे पिछले बार की तरह राजनैतिक लाभ-हानि का बजट बताया है और बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के चलते बजट का बडा हिस्सा बिहार में दिए जाने के आरोप लगाए है।
१४० करोड़ भारतीयों की आशाओं का बजट: बृजेन्द्र प्रताप सिंह
मध्य प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं पन्ना विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह केन्द्रीय बजट को गांव, गरीब, किसान, मजदूर एवं मध्यवर्ग के लिए तैयार किया गया बजट बताया है। उन्होंने कहा कि बजट १४० करोड़ भारतीयों आशाओं और उम्मीदों का बजट है बजट में चिकित्सा, शिक्षा रोजगार पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। आयकर में छूट की सीमा १२ लाख कर दी गई है जिससे मध्यवर्गीय करदाताओं, व्यापारियों तथा कर्मचारियों को बडी राहत मिलेगी। बृजुर्गाे का भी बजट मे ध्यान दिया गया है।
गंभीर बीमारियों से पीडित मरीजो के लिए बजट वरदान: डॉ. अमित खरे
समाजसेवी डॉ. अमित खरे ने बजट में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्रों के लिए बजट में कई बडे ऐलान केन्द्र सरकार की वित्त मंत्री ने किए है। कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से जुडे ३६ दवाओं पर अब कोई टैक्स नहीं लगेगा इससे जो इंजक्शन ०३ हजार का मिलता था अब वह १३०० रूपए में मिलेगा। जो टेबलेट ४०० रूपए मिलती थी अब बाजार में २३० रूपए में मिलने लगेगी।
कम देना होगा टैक्स ०१ लाख ७० हजार रूपए तक की होगी बचत: नीरज श्रीवास्तव
अधिवक्ता एवं आयकर सलाहकार नीरज श्रीवास्तव ने वित्तमंत्री द्वारा प्रस्तुत बजट पर बातचीत करते हुए बताया कि बजट से सरकारी कर्मचारियों को सीधा फायदा हुआ है। वित्तीय वर्ष में ०७ लाख ७५ हजार रूपए तक की आय कर मुक्त थी जो कि बढ़ाकर १२ लाख ७५ हजार रूपए कर दी है। इससे सरकारी कर्मचारियों को ०५ लाख के टैक्स पर फायदा हुआ है। अन्य करदाताओ के लिए टैक्स की सीमा १२ लाख रूपए है जिसे आम करदाता को ४० हजार रूपए से उच्च वेतन पाने वालों को ०१ लाख ७० हजार रूपए का फायदा मिलेगा। हम उम्मीद कर रहे थे कि १० लाख रूपए तक इनकम टैक्स फ्री किया जायेगा। आशाओं से अधिक करदाताओं को बजट में मिला है।
मंहगाई बढ़ रही है राहत नहीं मिली: श्रीमती श्रृद्धा मिश्रा
गृहणी एवं अशासकीय विद्यालय में अध्यापन कार्य करने वाली श्रीमती श्रृद्धा मिश्रा ने बताया कि खाद्य सामग्री से लेकर घर की हर जरूरतों की कीमतें लगातार बढ रही है मंहगाई से ऐसे परिवार जिनकी संख्या सबसे ज्यादा है और आय १० से १५ हजार रूपए भी महीने में नहीं होती मंहगाई के चलते परेशान है। बजट में मंहगाई को घटाने के लिए कोई उपाय नही किए गए है। गरीब मध्यवर्गीय महिलाओं को बजट से कोई राहत नहीं मिली है।
बजट से १० करोड़ टैक्स देने वालों को सीधा लाभ: सतानंद गौतम
भाजपा नेता कार्य समिति सदस्य सतानंद गौतम ने कहा है कि सरकार ने आयकर की सीमा में १२.७५ लाख की वार्षिक आय को कर मुक्त करने का फैसला बजट में लिया गया है। वार्षिक आय को कर मुक्त करने से देश के १० करोड़ टैक्स देने वालो को सीधा लाभ होगा। बजट में प्रधानमंत्री के निर्देशन में वित्तमंत्री द्वारा हर वर्ग गरीब किसान युवा महिला के हितों को ध्यान में रखकर बजट तैयार किया गया जिसका लाभ उन्हें मिलेगा। बजट में विकास पर भी जोर दिया गया है।
बजट में व्यापरियों के लिए कुछ नहीं: अनूप मोदी
व्यापार संघ के अध्यक्ष अनूप मोदी ने बजट को लेकर कहा है कि मध्यवर्गीय छोटे व्यापारियों जिनकी संख्या सबसे ज्यादा है बजट मे कुछ नहीं मिला है। तेल के दाम यथावत है शक्कर के दामों में कोई राहत नहीं है। गन्ना व्यापारियो से गन्ना सस्ते में खरीदा जाता है लेकिन शक्कर मंहगी है। व्यापारियों को राहत देने वाले विशेष प्रावधान बजट में नजर नहीं आ रहे है। उपभोक्ताओं को भी इससे कोई राहत नहीं मिलेगी।
पूरा बजट दिल्ली चुनाव को रखकर बनाया गया: आनंद शुक्ला
पूरा बजट दिल्ली चुनाव को ध्यान में रखकर बनाया गया है। जिसमें किसानों की फसल के दाम एमएसपी के बारे में कोई बात नहीं की गई। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के बारे में कोई बात नहीं। 12 लाख में टैक्स की छूट बात की गई लेकिन 12 लाख कमाने के लिए रोजगार की आवश्यकता होगी उसके बारे में कोई बात नहीं।
Created On :   2 Feb 2025 4:57 PM IST