Panna News: रैपुरा में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों में अनियमितितायें, गुणवत्ताविहीन निर्माण सामग्री का उपयोग व मानकों के अनुरूप कार्य नहीं

रैपुरा में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों में अनियमितितायें, गुणवत्ताविहीन निर्माण सामग्री का उपयोग व मानकों के अनुरूप कार्य नहीं
  • रैपुरा में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों में अनियमितितायें
  • गुणवत्ताविहीन निर्माण सामग्री का उपयोग व मानकों के अनुरूप कार्य नहीं

Panna News: रैपुरा क्षेत्र में विभिन्न विभागों के भवनों का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसमें अनियमितताओं के आरोप लगना अब आम बात है। हालात यह हैं कि जिनकी जिम्मेदारी है वह कार्य को देखने तक नहीं पहुंचते हैं। यदि वह काम की मानीटरिंग करते होते तो बिना देखे क्लीन चिट नहीं देते।

सहकारी समिति के भवन में डस्ट से काम

रैपुरा से आठ किलोमीटर दूर मनकौरा में सहकारी समिति के लिए गोदाम एवं पहले तल पर निवास का कार्य चल रहा है। गुरुवार को पहुंच कर देखा तो पहले तल पर भवन निर्माण का कार्य चल रहा था। जहां ईंटों की जुड़ाई मजदूर कर रहे थे परंतु दीवाल बनाने के लिए जुड़ाई के लिए उपयोग होने वाले रेत सीमेंट की जगह सीमेंट और डस्ट का उपयोग किया जा रहा था। आश्चर्य की बात यह है कि भवन निर्माण स्थल पर सिर्फ ०8 से 10 तगाड़ी रेत ही मौजूद थी और एक डम्फर डस्ट, इस संबध में मजदूरों से पूछने पर उन्होंने बताया कि रेत हमने सिर्फ पिलर में उपयोग की है जुड़ाई इसी डस्ट से कर रहे हैं। पिलर में देखा गया कि सरिया का इस्तेमाल भी अनियमित तरीके से किया गया है।

इनका कहना है

यह भोपाल के हाउसिंग बोर्ड के जरिए निर्माण एजेंसी के तहत काम कराया जा रहा है आप उनसे बात करें।

एस.के. खोबरिया जीएम सहकारिता विभाग

अमानक गिट्टी और रेत से बना दिया उप स्वास्थ्य केंद्र

रैपुरा से सात किलोमीटर दूर जरगवां ग्राम पंचायत में उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण चल रहा है। बिल्डिंग बनकर लगभग तैयार होने को है। एक माह पूर्व हमने मौके पर जाकर देखा था कि भवन निर्माण में अमानक गिट्टी का उपयोग किया जा रहा था। साथ ही रेत भी घटिया गुणवत्ता की उपयोग की जा रही थी। सरिया निम्न क्वालिटी का उपयोग किया गया था। इस मामले को हमने स्वास्थ्य विभाग के एनएचएम के इंजीनियर के संज्ञान में लाया परंतु कार्यवाही करने की बजाय बिल्डिंग खड़ी हो गई।

नवीन निर्माण में अनदेखी के नतीजे

मनकौरा ग्राम पंचायत में माध्यमिक विद्यालय है जहां एक से आठवी तक की कक्षाएं संचालित होती हैं जिनमें कुल 107 बच्चे हैं। इस परिसर में 2014-15 में एक अतिरिक्त भवन का निर्माण कराया गया। निर्माण एजेंसी मनकौरा ग्राम पंचायत थी परंतु निर्माण की गुणवत्ता ऐसी कि आज तक एक भी दिन कक्षाएं संचालित नहीं हो सकीं। जब पहुंचे तो स्कूल प्रबंधन ने बिल्डिंग का ताला खोला तो वहां की वास्तविक स्थिति देखकर चौक गए। भवन के तीन कमरों में फर्श बैठने लायक ही नहीं था। जैसे रेत की जगह मिट्टी डाली गई हो तो पूरा फर्श ही उखड़ गया। दीवालों से प्लास्टर हाथ मारने पर बड़ा हिस्सा नीचे गिर रहा था। छत के हाल तो और खतरनाक है जहां कई जगहों पर छत के चीथड़े नीचे आ गए हैं और सरिया दिखाई दे रहा है। जब इस संबध में ग्राम पंचायत मनकौरा के सचिव से जानकारी चाही तो उन्होंने कहा कि मेरे पास इसका कोई रिकॉर्ड मौजूद नहीं है।

शिवशक्ति धाम चकरा में बन रहे सामुदायिक भवन में गुणवत्ताविहीन फांउडेशन

मनकोरा के चकरा घाट पर सामुदायिक भवन बनाया जा रहा है। इसका निर्माण मंदिर परिसर में किया जा रहा है जिससे लोगों को धार्मिक अनुष्ठानों के लिए भवन मिल सके लेकिन वहां मौजूद कुछ ग्रामीणों ने हमें बताया कि बगल में बह रहे नाले में बारिश का पानी रोड के ऊपर आ जाता है। बने रहे सामुदायिक भवन का आधार रोड से दो से तीन फिट नीचे है जिससे भवन में बनने वाले कमरों में बारिश का पानी घुस जाएगा और भवन का उपयोग ही नहीं रह जाएगा। ग्रामीणों ने बताया कि इसके लिए हमने सरपंच व सचिव से बात की तो उन्होंने कहा कि इसका प्रावधान नहीं है कि हम इसे ऊंचा कर सकें।

चकरा धाम मनकौरा में बन रहे सामुदायिक भवन का आधार सडक से बहुत नीचे है। बगल में बह रहे नाले का पानी बरसात में दीवालों को डुबो देगा।

प्रीतम लोधी, निवासी मनकौरा

फांउडेशन ऊंचा हो जाये तो भवन बरसात में उपयोगी हो जायेगा।

महेश लोधी, निवासी मनगवां

इनका कहना है

हमें जितना पैसा मिला है उस हिसाब से काम कर रहे हैं। बिल्डिंग में पानी तो घुसेगा ही क्योंकि बगल में नाला है।

लखन यादव, सचिव ग्राम पंचायत मनकोरा

नकोरा ग्राम पंचायत में हितग्राही केवाईसी कराने के लिए करते मिले इंतजार

मनकौरा ग्राम पंचायत के पास दोपहर में १२ से ०१ बजे तक मौजूद थे लेकिन कोई भी अधिकारी-कर्मचारी ग्राम पंचायत में मौजूद नहीं मिला। ग्राम पंचायत के बाहर सडक़ पर दो हितग्राहियों ने बताया कि उन्हें इस माह गल्ला नहीं मिला। वितरक ने बताया कि पंचायत जाकर केवाईसी कराकर आओ। ग्रामीणों ने बताया कि इसलिए पास के गांव किशनपाटन से मनकोरा ग्राम पंचायत आए एक घंटे से गेट के बाहर खड़े हैं। अन्दर का गेट खुला है पर बाहर का मुख्य द्वार बंद मिला।

मुझे इस माह गल्ला नहीं मिला कहा गया कि पंचायत जाकर केवायसी कराईये। एक घण्टे से बाहर खडे पंचायत में कोई नहीं हैं।

अनरिया चौधरी, निवासी किशनपाटन

Created On :   28 Feb 2025 12:20 PM IST

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