Panna News: कचरा की दुर्गध व मृत पशुओं की बदबू से वन चौकी में रहने को तैयार नहीं वन कर्मी, आठ लाख रूपए की लागत से निर्मित की गई बिल्डिंग हो रही है जर्जर

कचरा की दुर्गध व मृत पशुओं की बदबू से वन चौकी में रहने को तैयार नहीं वन कर्मी, आठ लाख रूपए की लागत से निर्मित की गई बिल्डिंग हो रही है जर्जर
  • कचरा की दुर्गध व मृत पशुओं की बदबू से वन चौकी में रहने को तैयार नहीं वन कर्मी
  • आठ लाख रूपए की लागत से निर्मित की गई बिल्डिंग हो रही है जर्जर

Panna News: उत्तर वनमण्डल की विश्रामगंज रेंज अंतर्गत बाईपास मार्ग से लगे जंगल की कटाई की रोकथाम व उसकी निगरानी के उद्देश्य से वर्ष २०१५-१६ के वित्तीय वर्ष में ०८ लाख रूपए की लागत से बायपास में टगरा बीट में बीट गार्ड आवास के नाम पर नाका बनाया गया था लेकिन उसमें किसी के न रहने से वह जर्जर होने की कगार पर है और उसमें लगाई गई लोहे की खिड़कियां व दरवाजे चोरी हो चुके हैं। यदि उसका समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो वह बिल्डिंग भी धराशाई हो जायेगी और जो उसमें ०८ लाख रूपए वन विभाग ने खर्च किए है वह व्यर्थ में चले जायेगें। इस क्षेत्र में जंगल की कीमती लकड़ी काटकर बेचने वालों की टीम काफी वर्षाे से सक्रिय है और इसके चलते उस समय के रेंज आफिसर द्वारा यहां पर बीट गार्ड आवास बनाकर उसकी रोकथाम व जंगल की सुरक्षा के उद्देश्य से भवन प्रस्तावित किया था।

यह भी पढ़े -जल निगम के मुख्य महाप्रबंधक ने जल प्रदाय योजना का किया निरीक्षण

विभागीय सूत्रों से जानकारी हासिल हुई है उसके मुताबिक उस बिल्डिंग में कोई वन कर्मी रहने के लिए तैयार नहीं हैं क्योकि इसके ठीक सामने बायपास पर नगर पालिका परिषद शहर का निकलने वाला कचरा डाल रही है और इसकी बदबू से वहां नही रूका जा सकता साथ ही विभाग का कहना है कि कचरे के साथ साथ मृत पशुओंं को भी वहां डाल दिया जाता है जिससे उसकी दुर्गध के चलते वहां पर रहकर काम करना करना मुश्किल है। इसके साथ ही यह बात सामने आ रही है कि जंगली क्षेत्र लगे होने के कारण वन्य प्राणियों की भी आवाजाही रहती है और वह मृत पशुओं का मांस आदि खाने के लिए पहुंचते है ऐसी स्थिति में उनसे बचाव करना भी आवश्यक है। वन विभाग द्वारा लाखों रूपए खर्च करने के बाद जंगल की सुरक्षा करना जरूरी है यदि इस बिल्डिग में नियमित रूप से निगरानी की जाये तो काफी हद तक जंगल की कटाई को रोका जा सकता है लेकिन ऐसा न होकर वह बिल्डिंग शो-पीस बनकर रह गई और खण्डहर होने की स्थिति में है। शहर का कचरा बायपास में डाले जाने से हीरापुर टपरियन आदि आसपास के लोगों ने उसको न डालने के लिए शिकायत भी की नगर पालिका भी प्रशासनिक स्तर पर प्रयास कर रही है कि उसे स्थाई जगह मिल जाये ताकि वह निकलने वाले कचरे को डाल सके लेकिन अभी तक इस संबंंध में जगह नही मिल पाई हैं।

यह भी पढ़े -बाल विवाह की रोकथाम के लिए ग्राम एवं वार्ड स्तरीय दल गठित

इनका कहना है

अभी वृक्षारोपण का कार्य चल रहा है उसकी साफ-सफाई करवाकर जंगल की सुरक्षा के काम में लिए जायेगा।

नितिन रजौरिया, वन परिक्षेत्राधिकारी विश्रामगंज उत्तर वनमण्डल पन्ना

यह भी पढ़े -द्वारी एवं विक्रमपुर में तीन दिवसीय आधार शिविर 12 नवम्बर से

Created On :   10 Nov 2024 12:44 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story