जेके सीमेन्ट हादसा: जांच कार्यवाही शुरू, उपसंचालक औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा ने प्लांट पहुंचकर हादसे के कारण जाने

जांच कार्यवाही शुरू, उपसंचालक औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा ने प्लांट पहुंचकर हादसे के कारण जाने
  • जेके सीमेन्ट हादसा, जांच कार्यवाही शुरू
  • उपसंचालक औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा ने प्लांट पहुंचकर हादसे के कारण जाने
  • स्लैब की ढलाई कमजोर होने से हुआ हादसा, मजदूरों के दर्ज किए बयान

Panna News: पन्ना के सिमरिया पगरा स्थित जेके सीमेन्ट प्लांट की निर्माणाधीन दूसरी वर्क यूनिट के सातवें फ्लोर की स्लैब के गुरूवार को ढह जाने से चार मजदूरों की मौत की घटना से मजदूरों में मातम पसरा हुआ है। घटना में घायल हुए १९ मजदूरों का इलाज कटनी स्थित एक निजी अस्पताल में जारी है। घायल में कुछ मजदूरों की हालत गंभीर बनी हुई है। प्लांट में हुए हादसे के बाद सीमेन्ट प्रबंधन द्वारा निर्माण कार्य के लिए नियुक्त की गई कंस्ट्रक्शन कंपनी पर निर्माण कार्य में मजदूरों की सुरक्षा की अनदेखी किए जाने और इसके चलते स्लैब के कमजोर होने से हादसा घटित होने के आरोप लग रहे है और हादसे की उच्चस्तरीय जांच और कार्यवाही की मांग शुरू हो गई है। यह भी आरोप लग रहे है कि प्रभावशाली प्रबंधन द्वारा हादसे में हुई लापरवाहियों को छिपाने का प्रयास किया जा रहा है इस बीच जेके सीमेन्ट यूनिट प्लांट में हुए हादसे की जांच की कार्यवाही भी शुरू हो गई है। श्रम आयुक्त ग्वालियर के निर्देश पर श्रम विभाग द्वारा प्राथमिक जांच कार्यवाही शुरू कर दी गई है।

घटना में आज दूसरे दिन मध्य प्रदेश शासन श्रम विभाग से संबंधित औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा में संचालक का अतिरिक्त प्रभार संभाल रही उपसंचालक नमिता तिवारी आज श्रम विभाग के अफसरों के साथ हादसे की जांच कार्यवाही के लिए जेके सीमेन्ट प्लांट सिमरिया पहुंची जहां पर उनके द्वारा वर्किग प्लांट की निर्माणाधीन यूनिट के साथ ही घटना स्थल का निरीक्षण किया गया और मजदूरों तथा कंपनी प्रबंधन के अधिकारियो के साथ स्वास्तिक कंस्ट्रक्शन कंपनी के मिले प्रतिनिधियों के साथ पूंछताछ की गई। औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा संचालक को प्राथमिक जांच कार्यवाही के दौरान निर्माण कार्य में सुरक्षा की दृष्टि से लापरवाहियों की जानकारियां सामने आईं। संचालक नमिता तिवारी ने बताया कि स्लैब की ढलाई का कार्य कमजोर होना हादसा का कारण प्राथमिक रूप से सामने आया है। छत की स्लैब की ढलाई के दौरान स्ट्रेक्चर कमजोर तैयार हुआ और वह ढलाई में कांक्रीट का लोड सह नहीं पाया और यही लापरवाही हादसे का कारण बनी है। पूरी विस्तृत जांच रिपोर्ट तैयार की जायेगी तथा औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा कानून के तहत मामले में कार्यवाही के लिए प्रकरण दर्ज किया जायेगा।

प्रशासन ने भी जांच के लिए कार्यपालन यंत्रियो की तीन सदस्यीय कमेटी बनाई

जेके सीमेन्ट में हादसे को लेकर निष्पक्ष जांच एवं कार्यवाही को लेकर मांग तेज हो रही है। हादसे की न्यायिक जांच की भी मांग की जा रही है। जेके सीमेन्ट प्लांट में कार्यरत मजदूरों की सुरक्षा एवं जांच को लेकर जिला प्रशासन के श्रम विभाग के अधिकारियों की भूमिकायें भी सवालो के घेरे में है। इस बीच हादसे के कारणों की जांच को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कार्यपालन यंत्रियों की तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। इस कमेटी में जे.पी. सोनकर कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग (भा/स), बी.डी.कोरी कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिका सेवा पन्ना, बी.के. त्रिपाठी कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी (भवन) को शामिल किया गया है। अपर कलेक्टर नीलाम्बर मिश्रा द्वारा जांच संबधी आदेश जारी करते हुए निर्देशित किया गया है कि संरचना निर्माण में किन-किन तकनीकी त्रुटियों से घटना घटित हुई है कि जांच दल मौका स्थल का निरीक्षण कर घटना की जांच कर संयुक्त प्रतिवेदन तीन दिन के अंदर प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें।

पारदर्शिता एवं जबावदेही महत्वपूर्ण, उच्चस्तरीय जांच जरूरी

जेके सीमेन्ट प्लांट में पूर्व में भी हादसे हो चुके है प्लांट में हो रही गतिविधियां मीडिया से दूर है मीडिया कर्मियों का सरलता से प्लांट में पहुंचना और जानकारियां जुटाना कठिन बना हुआ है। प्लांट की इस स्थिति से पारदर्शिता एवं जबाव देही पर सवाल खडे हो रहे है। प्लांट प्रबंधन को लेेकर कई बार बडे प्रदर्शन भी हो चुके है और इस तरह के आरोप भी लग रहे है कि प्लांट प्रबंधन के प्रभावशाली होने की वजह से स्थानीय प्रशासन भी पारदर्शिता एवं जबावदेही सुनिश्चित करने को लेकर गंभीर नजर नही आया। गुरूवार को जिस तरह से हादसा हुआ है यह स्थिति वाकई चिंताजनक है चार मजदूरो की मौत और १९ लोगो के गंभीर रूप से घालय हो जाना एक गंभीर घटना है और इसे हल्के में नही लिया जाना चाहिए। सरकार और जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को मजदूरो को न्याय दिलाने के लिए जरूरी निर्णय लेने होगे और हादसे की उच्चस्तरीय जांच को सच के सामने लाना होगा।

Created On :   1 Feb 2025 2:51 PM IST

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