विद्यार्थी-कॉलेज दोनों परेशान, मांगें पूरी नहीं, तो मूल्यांकन नहीं शिक्षकों और शिक्षा मंडल में तनाव

डिजिटल डेस्क, नागपुर. राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल की 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा जारी है। परीक्षा खत्म होते ही विद्यार्थियों और पालकों को नतीजों का बेसब्री से इंतजार रहेगा, लेकिन उनका यह इंतजार इस बार कुछ लंबा हो सकता है, क्योंकि उत्तर पुस्तिकाएं जांचने वाले शिक्षकों ने राज्य सरकार के खिलाफ अपने विविध मांगों को लेकर आवाज उठाई है। शिक्षक संगठनों ने अपनी मांगे पूरी होने तक मूल्यांकन प्रक्रिया के बहिष्कार की घोषणा कर दी है।
अहम मांगों को गिनाया : गौरतलब है कि नागपुर विभाग से करीब 1.50 लाख विद्यार्थी परीक्षा दे रहे हैं। ऐसे में 5 विषयों की करीब 7.5 लाख उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य थम गया है। विदर्भ जूनियर कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन व महासंघ के अनुसार, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, मूल्यांकन कार्य शुरू नहीं होगा। शिक्षकों की मांग है कि राज्य सरकार 1 नवंबर 2005 के पूर्व लागू पुरानी पेंशन योजना को फिर से शुरू करे। साथ ही अंशत: अनुदानित तौर पर नियुक्त शिक्षकों व सेवानिवृत्तों को भी इसका लाभ दे। सरकारी कर्मचारियों की तरह 10, 20 और 30 साल की आश्वासित प्रगति योजना को तुरंत लागू किया जाए और चयन श्रेणी के लिए 20 प्रतिशत की शर्त रद्द की जाए।
Created On :   27 Feb 2023 6:29 PM IST