स्टोन क्रेशर में रैंप की दीवार ढही, 3 श्रमिक दबे, दो की मौत, एक घायल

डिजिटल डेस्क जबलपुर। बरगी थाना क्षेत्र स्थित ग्राम घागरा में महाकाल स्टोन क्रेशर में बुधवार की सुबह 9:30 बजे रैंप के लिए बनाई गई दीवार ढहने से तीन श्रमिक उसमें दब गये। रेस्क्यू कर मलबे में दबे श्रमिकों को जब तक बाहर निकाला जाता दो की मौत हो चुकी थी, वहीं एक श्रमिक गंभीर रूप से घायल था। घायल को तत्काल इलाज के लिए मेडिकल रवाना किया गया। उधर सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुँचकर घटना की जाँच शुरू की।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम घागरा में दुर्गेश शर्मा द्वारा महाकाल स्टोन क्रेशर का संचालन किया जाता है। क्रेशर में कुछ दिन पहले रैंप के लिए दीवार का निर्माण कराया गया था। इस दीवार के आसपास डंपर के जरिए मुरुम भरी जा रही थी, वहाँ पर मानेगाँव निवासी नारायण कोल उम्र 45 वर्ष, दशरथ बरकड़े उम्र 30 वर्ष व गिरधारी उर्फ सुमेर सिंह उम्र 30 वर्ष कार्य कर रहे थे। कार्य के दौरान अचानक दीवार भरभराकर ढह गई। दीवार ढहने से वहाँ कार्य कर रहे तीनों श्रमिक बुरी तरह मलबे में दब गये थे। घटना की जानकारी लगने पर आसपास के लोग मदद को दौड़े और किसी तरह मलबे को हटाकर श्रमिकों को बाहर निकाला गया, तब तक नारायण कोल व दशरथ बरकड़े की मौत हो चुकी थी, वहीं गिरधारी गंभीर रूप से घायल था। घायल को तत्काल इलाज के लिए मेडिकल पहुँचाया गया। पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण जाँच में लिया है।
ग्रामीणों की भीड़ जमा हुई
ग्राम घागरा में सुबह हुए हादसे की जानकारी लगने पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। लोगों द्वारा बचाव कार्य शुरू किया गया। इस बीच सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुँची और ग्रामीणों की मदद से राहत कार्य करते हुए श्रमिकों को बाहर निकाला गया। वहीं कुछ देर तक इस बात को लेकर अफरा-तफरी मची रही कि कई श्रमिक मलबे में दबे हैं लेकिन वहाँ कार्यरत अन्य कर्मियों से पूछताछ किए जाने पर वहाँ सिर्फ 3 श्रमिकों के कार्य करने की जानकारी दी गई जिसके बाद स्थिति सामान्य हुई।
पीडि़त परिवार को राहत मिले
हादसे के बाद आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा के इंतजाम न होने से हादसा हुआ है और पीडि़त परिवारों को आर्थिक सहायता दिलाई जाए। बरगी टीआई रीतेश पांडे ने ग्रामीणों से चर्चा कर पीडि़त परिवारों को आर्थिक सहायता दिलाए जाने व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया जिसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ।
Created On :   18 Jan 2023 11:01 PM IST