जिले की 6026 आंगनवाड़ियों के नहीं खुलेंगे ताले

डिजिटल डेस्क, नागपुर. साेमवार से जिले की 6026 आंगनवाड़ियों के ताले नहीं खुलेंगे। जिले की 5,626 आंगनवाड़ी सेविकाएं और मदतनीस 20 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रही हैं। इस हड़ताल से 2.41 लाख से अधिक लाभार्थी बच्चे प्रभावित होंगे। हड़ताल के दौरान उन्हें शिक्षा और दैनिक आहार नहीं मिल पाएगा।
शहर की 900 आंगनवाड़ियां शामिल
आंगनवाड़ी सेविकाएं और मदतनीस अपनी विविध मांगों को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगी। जिले में 6026 आंगनवाड़ियां हैं। इनमें शहर की 900 आंगनवाड़ियां शामिल हैं। जिले में 3000 सेविकाएं और 2626 मदतनीस मिलाकर कुल संख्या 5626 है। आयटक व कृति समिति संगठन के आह्वान पर यह हडताल की जा रही है। हड़ताल के कारण जिले में अांगनवाड़ी में शिक्षा व पौष्टिक आहार के 2.41 लाख से अधिक बच्चे प्रभावित होंगे। हड़ताल के दौरान आंगनवाड़ियों को शुरू नहीं किया जाएगा। इस कारण बच्चों का शिक्षा कार्य व रोजमर्रा के काम प्रभावित होंगे। आंगनवाड़ी बंद होने से बचत समूहों के माध्यम से बच्चों को दिया जाने वाला दैनिक पौष्टिक आहार नहीं मिल पाएगा।
सरकार सेविकाओं के प्रति सकारात्मक पहल नहीं कर रही
आंगनवाड़ी सेविकाओं व मदतनीस ने प्रमुख रूप से मानधन बढ़ाने की मांग, ग्रैच्युटी का लाभ देने, मानधन के बराबर की राशि पेंशन स्वरूप में देने, सेविकाओं का मुख्य सेविका के रूप में सीधा चयन करने, निवासी शर्त रद्द करने, आदिवासी प्रकल्पों को प्रोत्साहन राशि देने, बकाया ग्रीष्म अवकाश व टीएडीए देने, मोबाइल, कार्यक्रम, परिवर्तन व गणवेश निधि देने, जनसंख्या के आधार पर नई आंगनवाड़ियां शुरू करने, एकात्मिक बालविकास सेवा योजना का निजीकरण न करने व विविध बीमा योजनाओं का लाभ देने की मांग की गई है। आयटक के प्रदेश अध्यक्ष कॉ. श्याम काले और आयटक व कृति समिति नागपुर की अध्यक्ष ज्योति अंडरसहारे ने बताया कि, सरकार को कई बार समस्याएं बताकर मांगे पूरी करने कहा गया है, लेकिन सरकार आंगनवाड़ी सेविकाएं और मदतनीसों के प्रति सकारात्मक पहल नहीं कर रही है।
Created On :   20 Feb 2023 7:39 PM IST