भागदौड़ भरी है पुलिस की नौकरी, मुख्य अतिथि अतुल सबनीस बोले - तनाव मुक्त रखती है गजलें

Job of the police is full of running, Chief Guest Atul Sabnis said - ghazals Keeps the stress free
भागदौड़ भरी है पुलिस की नौकरी, मुख्य अतिथि अतुल सबनीस बोले - तनाव मुक्त रखती है गजलें
बहारे गजल भागदौड़ भरी है पुलिस की नौकरी, मुख्य अतिथि अतुल सबनीस बोले - तनाव मुक्त रखती है गजलें
हाईलाइट
  • एक से बढ़कर एक रचनाएं पेश
  • बहारे गजल का आयोजन
  • सीता बर्डी के थाना निरीक्षक अतुल सबनीस हुए शामिल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विदर्भ हिन्दी साहित्य सम्मेलन के मंच साहित्यकी के बैनर तले बहारे गजल का आयोजन किया गया। जिसमें एक से बढ़कर एक रचनाएं पेश की गईं। इस बार कवियों का जोश देखते ही बना।

कार्यक्रम में सीता बर्डी के थाना निरीक्षक अतुल सबनीस खास तौर से शामिल हुए। उन्होंने कहा कि पुलिस की नौकरी भागदौड़ भरी है। कब कौनसी समस्या आए कहा नहीं जा सकता, इस दौरान तनाव होना भी स्वाभाविक है, ऐसे में गजलें हमें तनाव मुक्त रखती हैं। जगजीत सिंह और गुलाम अली की गजलें आज भी नई सी लगती हैं, जितनी बार सुनो कम है, गजलें रचनाओं का मैच्योर रूप है, गजलों में भावनाओं के अलावा एक अलग ही कशिश होती है, जो सुनने वाले को आपबीती या अपनी सी लगती है।  

Created On :   17 Oct 2022 8:31 PM IST

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