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50-50 पर गडकरी ने याद दिलाया बाला साहब का फार्मूला, बोले - शिवसेना से नहीं हुआ कोई समझौता
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डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य में चल रहे सत्ता संघर्ष के बीच शुक्रवार को महानगर पहुंचे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मुख्यमंत्री पद साझा करने समेत विभागों के बराबर बंटवारे को लेकर उनकी पार्टी और शिवसेना के बीच कोई करार नहीं हुआ था। गडकरी के इस कथन से संकेत मिलता है कि सहयोगी शिवसेना के साथ मुख्यमंत्री पद को साझा नहीं करने के भाजपा के कड़े रुख में कोई नरमी नहीं आई है। मुंबई पहुंचे भाजपा के पूर्व अध्यक्ष गडकरी ने पहले संकेत दिया कि वह महाराष्ट्र में शिवसेना और उनकी पार्टी के बीच जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए हस्तक्षेप नहीं करेंगे। उन्होंने अपने मुंबई आगमन को निजी यात्रा बताया। हालांकि उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मेरी जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र में विभागों के बराबर बंटवारे को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच में कोई करार हुआ नहीं था।
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गडकरी ने कहा, “यहां तक कि दिवंगत बालासाहेब ठाकरे ने भी शिवसेना-भाजपा के बीच इस व्यवस्था पर जोर दिया था कि जिस दल के निर्वाचित विधायकों की संख्या ज्यादा होगी, वह मुख्यमंत्री पद के लिए दावा करने के लिए पात्र होगा। गडकरी की ओर से भी यह बयान आने से लग रहा है कि शिवसेना और भाजपा के बीच तल्खियां और बढ़ जाएगी जो सरकार गठन को लेकर रस्साकशी में उलझे हुए हैं। गडकरी के दौरे से राजनीतिक खेमे में अटकलें तेज हो गईं हैं कि वह भाजपा-शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद की साझेदारी को लेकर दो हफ्तों से चले आ रहे गतिरोध को खत्म करने का प्रयास कर सकते हैं। इस गतिरोध के चलते राज्य में सरकार गठन में देरी हो रही है। गडकरी ने संवाददाताओं से कहा कि मैं आज किसी नेता से मुलाकात नहीं कर रहा हूं। मैं आज शाम को एक सरकारी कार्यक्रम में शामिल होने यहां आया हूं, हालांकि गडकरी ने इस बात पर जोर दिया था कि भाजपा को मुख्यमंत्री पद मिलना चाहिए क्योंकि पार्टी ने शिवसेना से ज्यादा सीटें जीती हैं। विधानसभा चुनावों में 105 सीटें जीत कर सबसे बड़े दल के तौर पर उभरी भाजपा और 56 सीटें जीतने वाली उसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना ने अब तक साथ-साथ या अलग-अलग, सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है।
गडकरी से मिले भाजपा नेता
उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े तथा ऊर्जा एवं आबकारी मंत्री चन्द्रशेखर बावांकुले ने शुक्रवार को मुंबई पहुंचे वरिष्ठ भाजपा नेता व केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस के करीबी माने जाने वाले मंत्री संभाजी पाटिल नीलांगेकर भी मुलाकात के दौरान मौजूद रहे। हालांकि मुलाकात के दौरान क्या बातचीत हुई, इस बारे में जानकारी नहीं मिली है। भाजपा ने 21 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनाव में तावड़े और बावांकुले को टिकट नहीं दिया था।
Created On :   8 Nov 2019 8:51 PM IST