Mumbai News: पहलगाम में चंद मिनटों ने बचाई अमरावती के 11 लोगों की जान, बाल -बाल बचे

पहलगाम में चंद मिनटों ने बचाई अमरावती के 11 लोगों की जान, बाल -बाल बचे
  • घटना से ठीक पहले ही निकल गया था बोडके और देशमुख परिवार
  • चंद मिनटों ने बचाई अमरावती के 11 लोगों की जान

Mumbai News. 'जाको राखे साइयां, मार सके न कोई' यह कहावत जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर एक बार फिर सटीक बैठी। अमरावती के 11 लोग पहलगाम घूमने के लिए दो दिन पहले ही गए थे। यह सभी लोग चंद मिनट पहले ही उस स्थान से निकल गए थे जहां आतंकियों ने देश भर के अलग-अलग जगहों के रहने वाले 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। जिसकी वजह से इन सभी लोगों की जान बच गई। फिलहाल यह सभी 11 लोग सुरक्षित हैं और श्रीनगर के एक होटल में ठहरे हुए हैं।

कैसे बची जान?

अमरावती का बोडके और देशमुख परिवार मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से मशहूर पहलगाम के बैसरन इलाके में घूमने के लिए गया था। ग्रुप में कुल 11 लोग थे। अमरावती पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मंगला बोडके और छाया देशमुख का परिवार आतंकी वारदात वाली जगह से चंद मिनट पहले ही निकल गया था। जैसे ही यह परिवार गाड़ी में बैठकर किसी दूसरी जगह घूमने के लिए निकला तो उन्हें गोलियों की आवाज सुनाई दी। इस दौरान इन लोगों ने गाड़ी रोककर पीछे देखा तो आतंकी उसी जगह पर मौजूद सैलानियों पर गोलियां बरसा रहे थे, जिस जगह पर ये लोग चंद मिनट पहले थे। इन सैलानियों ने वहां से भाग कर सीधे श्रीनगर का रुख किया, जहां वह एक होटल में ठहरे हुए हैं। इन लोगों ने अमरावती पुलिस को जानकारी दी कि वह जल्द से जल्द महाराष्ट्र वापस आना चाहते हैं। पुलिस ने उन्हें राज्य सरकार द्वारा इंतजाम करने की बात कही है।

उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कार्यालय के मुताबिक ठाणे के करीब 40 पर्यटक दो दिन पहले ही पहलगाम घूमने के लिए गए थे। जिनमें से 37 पर्यटकों ने प्रशासन से संपर्क कर वापस लौटने की गुहार लगाई है। प्रशासन ने सभी लोगों को हिदायत दी है कि कोई भी रात के समय होटल से बाहर न निकले। राज्य सरकार सभी लोगों को वापस लाने के लिए इंतजाम कर रही है।

जलगांव जिले के करीब 70 से 80 पर्यटक भी जम्मू कश्मीर में फंसे हुए हैं। स्थानीय प्रशासन का इन लोगों से संपर्क हो गया है। प्रशासन ने अगले आदेश तक सभी को सुरक्षित जगहों पर ठहरने के लिए कहा है। इसके अलावा बुलढाणा जिले के भी पांच लोग पहलगाम घूमने के लिए गए थे। वह होटल से निकल ही रहे थे कि होटल कर्मियों ने गोलीबारी की जानकारी दी। जिसके चलते उनकी जान बच गई। राज्य के अपना प्रबंधन मंत्री गिरीश महाजन कश्मीर पहुंच गए हैं और वहां महाराष्ट्र के फंसे हुए लोगों को वापस लाने के लिए समन्वय करने का काम कर रहे हैं।

Created On :   23 April 2025 9:47 PM IST

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