स्टूडेंट्स के डॉक्यूमेंट्स नहीं रख सकेंगे कॉलेज, ग्रीवियंस कमेटी रखेगी नजर

College will not be able to keep student documents
स्टूडेंट्स के डॉक्यूमेंट्स नहीं रख सकेंगे कॉलेज, ग्रीवियंस कमेटी रखेगी नजर
स्टूडेंट्स के डॉक्यूमेंट्स नहीं रख सकेंगे कॉलेज, ग्रीवियंस कमेटी रखेगी नजर

डिजिटल डेस्क,नागपुर। कॉलेज से पढ़ाई बीच में छोड़ने या कॉलेज बदलनेे के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए राहत की खबर है। अब कोई भी कॉलेज विद्यार्थियों के ओरिजनल दस्तावेज रोक कर नहीं रख सकता। विद्यार्थियों के हित में राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय की ग्रीवियंस कमेटी सक्रिय हो गई है। समिति 15 दिन के भीतर विद्यार्थियों की समस्या का समाधान कर रही है। कमेटी को अब तक 30 विद्यार्थियों की शिकायतें मिलीं, कि उनका कॉलेज उनके दस्तावेज नहीं लौटा रहा है। कमेटी के आदेश पर शहर के 19 कॉलेजों को विद्यार्थियों के दस्तावेज लौटाने पड़े। इसमें शहर के नामी गिरामी राजनेताओं के इंजीनियरिंग और एमबीए कॉलेजों का समावेश है।

बता दें कि कॉलेजों द्वारा विद्यार्थियों के दस्तावेज न लौटाना शिक्षा क्षेत्र की एक बड़ी समस्या है। कई बार विद्यार्थी आगे की पढ़ाई पूरी नहीं करना चाहे या शेष पढ़ाई दूसरे कॉलेज में पूरी करना चाहे, तो कॉलेज विद्यार्थियों को पूरे पाठ्यक्रम की फीस भरने को कहते हैं। नहीं तो विद्यार्थियों की टीसी, मार्कशीट या अन्य दस्तावेज रोक लिए जाते हैं। अब तक इसकी रोकथाम के लिए कोई तंत्र नहीं था, लेकिन अब यूजीसी के निर्देश पर विवि में ग्रीवियंस कमेटी सक्रिय हो गई है। जिससे विद्यार्थियों को राहत मिलने लगी है।

मान्यता रद्द करने के अधिकार 

नागपुर विवि में संचालित ग्रीवियंस कमेटी को शिकायत मिलने पर हर हाल में 15 दिन में उसे हल करके यूजीसी को रिपोर्ट भेजनी पड़ती है। नियमानुसार कमेटी को कई प्रकार के अधिकार हैं। यदि कोई कॉलेज कमेटी का आदेश नहीं मानता, तो कॉलेज की मान्यता तक रद्द हो सकती है। ऐसे में ग्रीवियंस कमेटी का आदेश आते ही कॉलेज तुरंत विद्यार्थियों को दस्तावेज लौटा रहे हैं। कुछ समय पूर्व यूजीसी ने विश्वविद्यालय को इस प्रकार की कमेटी गठित करने के आदेश दिए थे।

फीस भी लौटानी पड़ेगी 

यूजीसी के दिशानिर्देशों के अनुसार अगर विद्यार्थी किसी भी कॉलेज से एडमिशन रद्द करा लेते हैं, तो कॉलेज को उसकी फीस लौटानी ही होगी। कॉलेज एडमिशन प्रोसेसिंग के नाम जो फीस लेते हैं, उसमें से भी 5 फीसदी ही या अधिकतम 5 हजार रुपए ही ले सकेंगे। एडमिशन बंद होने की 15 दिन पहले कोई भी छात्र एडमिशन रद्द करवाता है, तो उसे 100 फीसदी फीस यानी पूरी फीस वापस दी जाएगी। वहीं किसी भी कॉलेज लेने के बाद एडमिशन की अंतिम तारीख से 15 दिन पहले एडमिशन रद्द करवाने पर 90 फीसदी फीस वापस मिलेगी। अंतिम तारीख के बाद 15 दिन के भीतर एडमिश रद्द करवाने पर कॉलेज को 80 फीसदी फीस लौटानी होगी। 50 फीसदी फीस उन छात्रों को लौटाई जाएगी, जो एडमिशन होने के बाद 16 से 30 दिन के भीतर एडमिशन रद्द करवाते हैं। 

Created On :   23 Sept 2019 8:54 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story