सनातन धर्म के ध्वज वाहक थे आद्य जगद््गुरु रामानन्दाचार्य जी

डिजिटल डेस्क जबलपुर। भगवान आद्य जगद््गुरु रामानन्दाचार्य जी सनातन धर्म के ध्वज वाहक थे। उन्होंने धर्म जागृति के साथ समाज में सद््भाव जगाने का काम किया। जातीय भेदभाव खत्म करने के लिए उन्होंने सामाजिक समरसता का संदेश दिया। उक्त विचार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भगवान आद्य जगद््गुरु रामानन्दाचार्य जी की 723 वीं जयंती के उपलक्ष्य में एवं जगद््गुरु सुखानंद स्वामी राघवदेवाचार्य महाराज के वर्धापन दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए। कार्यक्रम का आयोजन राघव शिष्य मंडल द्वारा सगड़ा स्थित अदिति लॉन में किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान को श्री राघव रत्न अलंकार से सम्मानित किया गया।
विश्व में बने संस्कारधानी की पहचान-
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा िक आज विश्व क्लाइमेट चेंज पर चिंतन कर रहा है। यह सब हुआ है, प्रकृति के अंधाधुंध दोहन से, जबकि भारत में प्रकृति पूजन की सनातन परंपरा है। हम नदी, पहाड़, पेड़ सभी का पूजन करते हैं। दुनिया की सारी समस्याओं का समाधान भारतीय दर्शन में है। मुख्यमंत्री चौहान ने संस्कारधानी की पहचान विश्व में बनाने के लिए विशेष कार्ययोजना बनाने की बात भी कही। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने स्वामी विवेकानंद के जीवन दर्शन पर केन्द्रित नीलम दुबे द्वारा लिखित पुस्तक का भी विमोचन किया।
इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, सांसद राकेश सिंह, प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव, विधायक अशोक रोहाणी, नगर निगम अध्यक्ष रिकुंज विज, नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल, नगर अध्यक्ष जीएस ठाकुर, डॉ. अभिलाष पाण्डेय, रजनीश यादव, सोनू बचवानी, राहुल जैन आदि मौजूद रहे।
शिष्यों ने किया पूजन
कार्यक्रम के दौरान शिष्य मंडल द्वारा जगद््गुरु राघवदेवाचार्य महाराज का पूजन किया गया। इस दौरान कन्या पूजन, गौ माता का पूजन एवं वृक्षारोपण भी किया गया।
Created On :   18 Jan 2023 11:33 PM IST