बेमौसम बारिश: अचानक बदला मौसम, तेज हवा से कई घरों की छतें उड़ गईं, ओलावृष्टि से फसल खराब

अचानक बदला मौसम, तेज हवा से कई घरों की छतें उड़ गईं, ओलावृष्टि से फसल खराब
  • तेज हवा, आंधी, गिरे पेड़
  • तो कई मकानों को भी नुकसान हुआ

डिजिटल डेस्क, नागपुर। उत्तरी हवाओं ने नागपुर का मिजाज बिगाड़ दिया। शनिवार देर रात 12.30 से 1 बजे के बीच नागपुर जिले में तेज हवाओं के साथ आंधी चली। कई घरों की टीन की छत्तें उड़ गईं, तो कई मकानों को भी नुकसान पहुंचने की जानकारी है। तेज हवाओं के साथ शहर में हल्की बूंदाबांदी भी हुई। रविवार को भी इसका असर बना रहा। रविवार शाम को भी फिर तेज हवा चली। इस दौरान शहर के चार अलग-अलग जगहों से पेड़ गिरने की जानकारी है। सीताबर्डी में जानकी टॉकीज के पास, सक्करदरा तालाब के पास, झिंगाबाई टाकली में स्वामी समर्थ मंदिर के पास और बिनाकी मंगलवारी में सड़कों पर पेड़ गिरने की जानकारी है। हालांकि पेड़ गिरने से किसी के हताहत या नुकसान की जानकारी नहीं है।

सर्द हवा के झोंके : शनिवार और रविवार को तेज हवाओं के कारण ठंडक महसूस की गई। हालांकि दिन में सामान्य की तरह रहा। रविवार को अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले कुछ समय में उत्तरी हवाओं के कारण शहर में ठिठुरन बढ़ गई है। हालांकि सोमवार को आसमान साफ रहने का अनुमान है। मंगलवार को धुंध के साथ आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। अगले कुछ दिनों तक मौसम में इसी तरह उतार-चढ़ाव जारी रहेगा।हिंगना तहसील में 100 हेक्टेयर क्षेत्रफल की

फसल को पहुंचा नुकसान

हिंगना में मौसम के अचानक करवट लेने से 10 फरवरी की मध्यारात्रि तेज हवा के साथ ओलावृष्टि से तहसील में गेहूं की फसल चौपट हो गई। तहसील के देवली, पेंढरी समेत अन्य गांवों में 100 हेक्टेयर से अधिक फसल को नुकसान हुआ है। सब्जी की फसल काे भी नुकसान पहुंचा है। पूर्व सरपंच राजेंद्र दूधबड़े, प्रगतिशील किसान संदीप चलाख ने नुकसान का सर्वेक्षण का पंचनामे तैयार करने व किसानों को अविलंब नुकसान भरपाई देने की सरकार से मांग की है।

विधायक सावरकर ने किया नुकसानग्रस्त क्षेत्र का दौरा

कामठी तहसील में शनिवार की रात अचानक तेज हवा के साथ हल्की बारिश व ओलावृष्टि हुई। रविवार को दिन भर बादल छाए रहे। बेमौसम बारिश तथा ओले गिरने से कामठी तहसील में गेहूं, सब्जी, मिर्ची, कपास आदि की फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहंुचा। तहसील के रनाला, वडोदा, चिकना, भामेवाड़ा, गुमथला, अजनी, भूगांव, गादा, नेरी आदि क्षेत्रों में सब्जी-भाजी, गेहूं, मिर्ची आदि को नुकसान पहंुचा। किसानों से सरकार से नुकसानग्रस्त क्षेत्रों का सर्वे पर पंचनामा बनाकर आर्थिक नुकसान भरपाई देेने की मांग की हैं।

भरपाई देने की मांग

विधायक टेकचंद सावरकर ने रविवार की सुबह वडोदा क्षेत्र के नुकसान ग्रस्त भागाें की निरीक्षण किया। सरकार से पंचनामा कर किसानों को आर्थिक नुकसान भरपाई देने की मांग की। इस अवसर पर तहसीलदार अक्षय पोयाम, जिला भाजपा महामंत्री अनिल निधान, नरेश मोटघरे, आशीष फुटाणे, भूषण सावरकर, सुनील भुरे आदि उपस्थित थे।

कुही में गिरे ओले, 2 हजार हेक्टेयर में फसल बर्बाद

कुही तहसील के राजोला जिला परिषद सर्कल मंे शनिवार की देर रात जोरदार हवा के साथ ओले गिरे। तकरीबन 2 हजार हेक्टेयर में फसलों का भारी मात्रा मंे नुकसान हुआ है। राजोला जिला परिषद सर्कल सदस्य अरुण हटवार ने तहसीलदार से पत्र लिखकर तत्काल पंचनामा कर सरकार से मुआवजे की मांग की है। शनिवार की रात कुही तहसील के राजोला, बोरी, हरदोली, मसली, आवरमारा, कन्हेरी डोंगर खुर्द, कन्हेरी डोंगर मोह, खुर्सापार, आमटी, मोहगांव, चिचघाट, सावंगी, चापेगड़ी, आगरगांव, सावरखंडा आदि गांवों में तेज हवा के साथ ओलावृष्टि हुई। हरभरा, मिर्ची, गेहूं, सोयाबीन, कपास आदि फसलों का भारी नुकसान हुआ।

गिरे खंभे, बिजली आपूर्ति खंडित

तेज हवा के चलते कई ग्रामीण क्षेत्र में बिजली के खंभे टूट गए। जिससे कई घंटे तक बिजली आपूर्ति खंडित रही। सनद रहे कि, सितंबर-2023 मंे जोरदार बारिश से नदियों मंे बाढ से फसलों को भारी नुकसान हुआ था, जिसका मुआवजा अब तक नहीं मिल पाया। दोबारा बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। तत्काल पंचनामा कर नुकसान भरपाई देने की मांग जिप सदस्य अरुण हटवार, किसान व ग्रामीणों ने की हैं।


Created On :   12 Feb 2024 5:16 PM IST

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