तैयारी: भय मुक्त मतदान के लिए 3 राज्यों की फोर्स के जवान मतदान केन्द्रों पर रहेंगे तैनात

भय मुक्त मतदान के लिए 3 राज्यों की फोर्स के जवान मतदान केन्द्रों पर रहेंगे तैनात
  • संवेदनशील स्थानों पर पुलिस की रहेगी विशेष नजर
  • पुलिस हर स्थिति से निपटने के लिए है तैयार
  • शहर और ग्रामीण क्षेत्र में चुनाव के दौरान तगड़ा बंदोबस्त

डिजिटल डेस्क, नागपुर । भय मुक्त होकर मतदान करें। चुनाव के दौरान मतदाताओं को किसी भी तरह का दबाव अथवा लालच देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। यह कहना है शहर पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र सिंगल और नागपुर पुलिस ग्रामीण के पुलिस अधिक्षक हर्ष पोद्दार का। मंगलवार को उन्होंने अलग अलग पुलिस भवन हुई पत्रपरिषद को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। जनजागृति के लिए ग्रामीण पुलिस ने एक शार्ट फिल्म भी बनाई है।

शहर में 2765 केंद्रो में से संवेदनशील केंद्रों पर नजर : पुलिस आयुक्त रवींद्र सिंगल ने बताया कि, शहर की 839 इमारतों में मतदान के लिए 2765 केंद्र बनाए गए हैं। उसमें से जोन क्र.-3 अंतर्गत संवेदनशील मतदान केंद्रों पर पुलिस की विशेष नजर है। ऐसे केंद्रों पर सशस्त्र बल तैनात किया जाएगा। मतदान के बाद शाम को ईवीएम मशीनों को कलमना क्षेत्र के स्ट्रांग रूम में रखा जाएगा। चुनाव कार्य और प्रक्रिया पूरा कराने के लिए वे गत तीन माह से तैयारी में लगे थे। इस दौरान संबंधित विभागों के आला अफसरों के साथ कई बैठकों का दौर चला।

मतदान के दौरान मैन पावर की कमी न हो, इसलिए कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ से पैरा िमलेट्री फोर्स की 4 कंपनियाें और प्लाटून को बुलाया गया है। यह बल शहर में दाखिल हो चुका है। बंदोबस्त में 3 अपर आयुक्त, 10 उपायुक्त, 17 सहायक उपायुक्त, ऐसे कुल 321 अधिकारी, 400 सशस्त्र जवान, छतीसगढ़ के 500 जवान, ऐसे कुल 1850, होमगार्ड, महाराष्ट्र के अन्य शहरों से भी 1350 गार्ड को बुलाया गया है। कुल 6,500 जवानों को बंदोबस्त में तैनात किया जा रहा है। इसके अलावा सीसीटीवी से हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी।

गड़बड़ी फैलाने वालों पर खुफिया निगरानी : चुनाव के दौरान कुछ असमाजिक तत्वों की मदद से गड़बड़ी फैलाने की आशंका है, इससे पुलिस आयुक्त ने इनकार करते हुए कहा, फिर भी एेहतियात के तौर पर महकमे के खुफिया विभाग के निशाने पर ऐसे लोग हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का उन्होंने दावा िकया है।

कई अापराधिक तत्वों पर कसा शिकंजा

चुनाव भय मुक्त कराने के लिए महीने भर के भीतर पुलिस ने कई अापराधिक तत्वों पर विविध धाराओं के तहत शिकंजा कसा है। जिसमें 1625 आरोपियों के खिलाफ प्रतिबंधक, एमपीडीए कानून के तहत 6, मकोका के तहत 8, अवैध शराब विक्रेता 331 और आर्म्स एक्ट के तहत 123 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। सोशल मीडिया पर भी पुलिस की विशेष नजर है।

महकमे के लोग कर सकेंगे मतदान : बंदोबस्त में तैनात महकमे के लोग बैलेट पेपर से मतदान कर सकेंगे। उसके लिए उनके नाम उनके कार्यस्थल वाले शहर में ट्रांसफर किए जाने की जानकारी भी पुलिस आयुक्त ने दी है।

ग्रामीण क्षेत्र में 52 संवेदनशील केंद्र : हर्ष पोद्दार : नागपुर ग्रामीण के पुलिस आयुक्त हर्ष पोद्दार ने बताया कि, भय मुक्त मतदान कराने जनजागृति के लिए शॉर्ट फिल्म बनाई है। उन्होंने बताया कि, रामटेक लोकसभा क्षेत्र मध्य प्रदेश के तीन जिले पांढुर्णा, सिवनी और छिंदवाड़ा से सटा हुआ है, हालांकि मतदान के दौरान िकसी भी तरह की गडबड़ी होने से उन्होंने इनकार िकया है। ग्रामीण क्षेत्र में 117 मतदान केंद्र हैं। िजसमें 52 संवेदनशील हैं। बंदोबस्त के लिए 151 अधिकारी, 2676 कर्मचारी, 1574 होमगार्ड और 3 कंपनियों को उतारा गया है। तीन माह से वे भय मुक्त माहौल में मतदान कराने की तैयारी में लगे हुए थे। उसके लिए विविध धाराओं के तहत कार्रवाई कर सैकड़ों अापराधिक तत्वों को जेल में डाल दिया गया है। दो जगहों पर कैश भी पकड़ी है। इसके अलावा गांजा, एमडी और शराब विक्रेताओं को पकड़ा गया है। आरोपियों से करीब 6 करोड़ से भी ज्यादा का माल जब्त िकया गया है।

Created On :   17 April 2024 12:29 PM IST

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