सुविधा: बर्थ की मिल पाएगी जानकारी, एचएचटी मशीन करेगी काम, बचेंगे महीने में 60 हजार कागज

बर्थ की मिल पाएगी जानकारी, एचएचटी मशीन करेगी काम, बचेंगे महीने में 60 हजार कागज
  • रेलवे का कोटा एलाउट करने के लिए अब चार्ट भरने की जरूरत नहीं
  • टीटीई को चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी
  • मध्य रेलवे नागपुर मंडल में लागू किया सिस्टम

डिजिटल डेस्क, नागपुर । अभी किसी बर्थ पर यात्री हैं या नहीं इसके लिए टीटीई को चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। क्योंकि एचएचटी (हैंड हेल्ड टर्मनल) की मदद से यह काम ऑनलाइन हो जाएगा। जिससे आरएससी में रहनेवाले यात्रियों को बर्थ खाली रहने पर बर्थ एलाउट हो जाएगी। इससे एक ओर यात्रियों को राहत मिलेगी, वहीं दूसरी ओर टीटीई द्वारा महीनेभर 60 हजार काजगों की बर्बादी भी बंद हो जाएगी। इस सिस्टम को लागू होकर कई महीने जरूर हुए हैं। लेकिन बुधवार से इसे 100 प्रतिशत मध्य रेलवे नागपुर मंडल में लागू किया गया है।

परिचालन को सुव्यवस्थित करना संभव : अभी तक ट्रेनों में चार्ट प्रीपेड होने के बाद गाड़ी में टीटीई एक चार्ट लेकर घूमता था। जिसमें यात्रियों के बारे में जानकारी फीड की जाती थी। जो यात्री नहीं आया ऐसी जगहों पर टीटीई आरएससी यात्रियों को बर्थ देते हैं। इसमें कई बार गलती भी हो जाती थी। लेकिन अब एचएचटी मशीन के माध्यम से टीटीई को चार्ट लेकर घूमने की जरूरत नहीं होगी। मशीन के माध्यम से खुद ब खुद चार्ट फीड हो जाएगा। इस पहल से पहले, कागज आरक्षण चार्ट मुद्रित किए जाते थे, जिसके परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण कागज की खपत होती थी। एचएचटी को अपनाने से टिकटिंग प्रक्रिया में क्रांति आ गई है, जिससे वास्तविक समय पर सत्यापन और परिचालन को सुव्यवस्थित करना संभव हो गया है।

इस तरह मिलेगा फायदा : कागज के उपयोग को समाप्त करता है, प्रभाग के कार्बन पदचिन्ह को कम करता है और हरित भविष्य में योगदान देता है।- कागज़ की छपाई पर बचत होती है और जनशक्ति कम होती है।- एचएचटी मैन्युअल त्रुटियों को कम करते हैं और डेटा सटीकता सुनिश्चित करते हैं।

Created On :   15 Feb 2024 1:33 PM IST

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