ट्रांसफर: गृह विभाग ने किए सहायक पुलिस निरीक्षकाें के तबादले

गृह विभाग ने किए सहायक पुलिस निरीक्षकाें के तबादले
  • नागपुर में भी कुछ नए अधिकारियों को भेजा
  • कुछ अधिकारियों का उसी स्थान पर कार्यकाल बढ़ा
  • बड़े पैमाने पर अधिकारियों के तबादले

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य गृह विभाग ने मंगलवार को बड़े पैमाने पर सहायक निरीक्षक स्तर के अधिकारियों के तबादले कर दिए। इनमें नागपुर में भी कुछ नए अधिकारियों को भेजा गया है, जबकि कुछ अधिकारियों का उसी स्थान पर कार्यकाल बढ़ा दिया गया है।

इनका हुआ तबादला : शहर पुलिस दल में कार्यरत मोहन मांढरे का तबादला राज्य गुप्त वार्ता में किया गया है। शुभांगी मोहारे को स्टेट सीआईडी में भेजा गया है। मयूर चौरसिया को भ्रष्ट्राचार प्रतिबंधक विभाग में भेजा गया है, जबकि स्टेट सीआईडी के नितीन चरड़े का शहर पुलिस, नागरी हक्क सुरक्षा विभाग के पंकज उकंडे का पुलिस प्रशिक्षण केंद्र, कविकांत चौधरी को लोहमार्ग पुलिस से शहर पुलिस में भेजा गया है। वैशाली कन्नाके को नक्सल विरोधी अभियान में भेजा गया है। स्नेहल राऊत को नागपुर परिक्षेत्र में भेजा गया है। पुलिस प्रशिक्षण केंद्र की संगीता किल्लेकर का वहीं पर कार्यकाल बढ़ा दिया गया है। नक्सल विरोधी अभियान के संतीश लांजेवार को पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में भेजा गया है, जबकि लोहमार्ग पुलिस से सुनील उईके का शहर पुलिस में तबादला किया गया है।

हवलदार के खिलाफ उसी के थाने में प्रकरण दर्ज : कुही थाने में ही हवलदार के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपी हवलदार ने मुरुम का ट्रक चलाने के बदले में ठेकेदार से रिश्वत मांगी थी। जांच-पड़ताल रिश्वत मांगने की पुष्टि होने पर प्रकरण दर्ज किया गया है।

5 हजार रुपए मांगे थे : आरोपी हवलदार ग्यानीवंत गुरपुड़े (37) नागपुर ग्रामीण के कुही थाने में तैनात है। वर्तमान में वह ग्रामीण मुख्यालय में कार्यरत है। उसने कुही थाना क्षेत्र में पांचगांव चौकी से 42 वर्षीय शिकायतकर्ता ठेकेदार के मुरुम से भरा ट्रक पास कराने के बदले में उससे 5 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी। यह बात 17 मई 2024 की है। रिश्वत नहीं देने पर कार्रवाई करने की धौंस जमाई थी। शिकायतकर्ता को रिश्वत नहीं देनी थी। उसने मामले की स्थानीय भ्रष्ट्राचार प्रतिबंधक विभाग से शिकायत की। इसकी भनक लगने पर ज्ञानीवंत ने रिश्वत की रकम स्वीकार नहीं की, लेकिन शिकायत के आधार पर मामले की जांच-पड़ताल की गई। जांच में रिश्वत मांगने की पुष्टि होने पर आरोपी हवलदार के खिलाफ उसके ही कुही थाने में प्रकरण दर्ज कर उसे िगरफ्तार कर लिया गया।

Created On :   26 Jun 2024 8:09 AM GMT

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