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सुरक्षा: घर से भागे किशोर व किशोरी को पुलिस ने ढूंढ कर परिजनों के सुपुर्द किया
- गोलाफेंक की प्रैक्टिस करने निकला था वापस नहीं लौटा
- मां की फटकार से आहत होकर भाग निकली था नाहा
- दोनों को ही पुलिस ने परिवार वालों को सौंपा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। संदिग्ध स्थिति में गायब हुए किशोर-किशोरी को क्राइम ब्रांच के मानव तस्कर विरोधी सेल ने ढूंढ़ निकाला और उन्हें सकुशल परिजनों के सुपुर्द किया।
मां ने डांटा, तो किशोरी बिहार से नागपुर आ गई थी : संदिग्ध स्थिति में गायब हुआ 17 वर्षीय किशोर 3 जून की शाम को घर से गोला फेंक की प्रैक्टिस करने घर से निकला, उसके बाद घर नहीं लौटा। काफी खोजबीन के बाद भी जब किशोर का पता नहीं चला, तब उसे अगवा करने की आशंका व्यक्त की गई। इस मामले में सक्करदरा थाने में अगवा करने की श्रेणी में मामला दर्ज किया गया। जांच के दौरान क्राइम ब्रांच के मानव तस्कर विरोधी सेल ने किशोर को ढूंढ निकाला। समझाकर उसे सक्करदरा पुलिस के सुपुर्द किया। दूसरे मामले में बिहार के नालंदा से एक किशोरी अपनी मां की फटकार से आहत होकर नागपुर भाग आई थी। बिहार पुलिस से मिली सूचना के आधार पर मानव तस्कर विरोधी सेल ने किशोरी की लोकेशन खंगाली और िगट्टीखदान थाना क्षेत्र के भिवसनखोरी से उसे ढूंढ निकाला। पूछताछ में किशोरी ने बताया कि, वह गुस्से में सोशल मीडिया पर बनी फ्रेंड के यहां आ गई थी। बिहार पुलिस और किशोरी के परिजनों को नागपुर बुलाया गया और किशोरी को उनके सुपुर्दकिया गया।
महिला ने बेटे-बेटियों पर ही लगाया चोरी का आरोप : गैस एजेंसी की संचालक ने अपनी ही दो बेटियाें और बेटे पर ही चोरी का आरोप लगाया है। संपत्ति विवाद के चलते हुई इस घटना में लाखों की नकदी, सोना और महत्वपूर्ण दस्तावेज गबन करने का आरोप है। बर्डी पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।
गैस एजेंसी की संचालिका है : शिकायतकर्ता ललिता रायपुरे, रामदासपेठ निवासी है। आरोपी उसकी बेटी भारती योगेश लोखंडे, प्रीति अविनाश वर्मा और बेटा मनोज रायपुरे है। ललिता ने शिकायत में बताया है कि, उसकी दोनों बेटियां पुणे और दो बेटे नागपुर में अलग-अलग रहते हैं। सभी विवाहित हैं। पहले ललिता रामदासपेठ में शिवसुधा अपार्टमेंट में पति के साथ रहती थी। छोटे बेटे लोकेश के साथ उसकी गैस एजेंसी पार्टनशिप में है। ललिता ने जमापंूजी के तौर पर करीब 4-5 लाख रुपए जमा कर घर की अलमारी में रखे थे। सोना और महत्वपूर्ण दस्तावेज भी उसमें थे। संपत्ति के लिए भारती छह माह तक उसके घर में डेरा डालकर बैठी रही। उस दौरान उसने रायपुरे दंपत्ति को मानसिक रूप से प्रताड़ित िकया। पिता की मौत के कुछ दिन बाद वह पुणे गई और फिर वापस आ गई। इस बीच ललिता छोेटे बेटे के पास रहने गई। उस दौरान आरोपी बेटे और बेटियों ने ताला तोड़कर नकद 4 से 5 लाख रुपए, सोना और दस्तावेज चुरा लिए। शिकायत में ललिता ने खुद और छोटे बेटे की जान को खतरा बताया है।
Created On :   8 Jun 2024 5:02 PM IST