दपूम रेलवे: ट्रेन में धुआं उठते ही बजेगा अलार्म, 5 सौ बोगियों में लगाई जाएगी स्मोक प्रणाली

ट्रेन में धुआं उठते ही बजेगा अलार्म, 5 सौ बोगियों में लगाई जाएगी स्मोक प्रणाली
  • 500 बोगियों में लगाई जाएगी स्मोक डिटेक्शन प्रणाली
  • कोच में लगे सेंसर हो जाएंगे सक्रिय
  • करेंगे अलर्ट, एसी कोच में नहीं कर पाएंगे धूम्रपान

डिजिटल डेस्क, नागपुर. चलती गाड़ियों में आग लगने की घटनाएं आए दिन होती रहती हैं। आग लगने के बाद इसका पता चलने से इस पर काबू पाना मुश्किल रहता है, लेकिन अब स्मोक डिटेक्शन सिस्टम की सहायता से धुंआ उठने से पहले ही आग का पता चल जाने से इस पर तुरंत काबू पाया जा सकेगा। दपूम रेलवे अंतर्गत तेजी से इसे गाड़ियों में लगाया जा रहा है। पहले चरण में 450 कोच में इसे लगाया गया, वहीं अब इसका आंकड़ा 500 पर पहुंच गया है। धीरे-धीरे और भी गाड़ियों में लगाते हुए इस प्रणाली को सभी गाड़ियों में लगाने का रेलवे का लक्ष्य है। वर्तमान स्थिति में नागपुर मंडल के शिवनाथ एक्सप्रेस व बिलासपुर-नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस में लगाया है इसे लगाया गया है।

ऐसे करता है काम

दपूमध्य रेलवे के सभी एसी कोच में फायर एंड स्मोक डिटेक्शन सिस्टम अंतर्गत लगभग 8 से 11 स्मोक सेंसर लगाए गए हैं, जो कोच के शौचालयों के गैंगवे एरिया और कोच के अंदर उपयुक्त स्थान पर लगे हैं। स्मोक डिटेक्शन एक लूप में कंट्रोल मॉड्यूल से जुड़ा होता है। आग लगने की स्थिति में यह कंट्रोल मॉड्यूल ऑडियो विजुअल साउंड अलार्म, लाइट इंडिकेटर, प्री-लोडेड घोषणा के लिए पीए सिस्टम और ब्रेक का स्वचलित रूप से कार्यरत हो जाता है तथा ट्रेन को रोककर और यात्रियों को सतर्क करने में मदद करता है।

ट्रेनों के पावर कार एवं पैंट्रीकार में फायर स्मोक डिटेक्शन सिस्टम लगने से आने वाले दिनों में ट्रेन के अंदर आग लगने से पहले ही फायर स्मोक डिटेक्शन सिस्टम से अलार्म बजने लगेगा। जिससे, आग पर समय रहते काबू पा लिया जाएगा। धुंआ, चिंगारी या आग का संकेत मिलते ही सिस्टम में लगे सेंसर सक्रिय हो जाएंगे और अलार्म बजने के साथ दोनों सिलेंडर क्रियाशील होकर प्रेशर बनाने लगेंगे। कुछ देर में नाइट्रोजन और पानी का मिश्रण पाइपों में प्रवाहित होने लगेगा। दबाव बढ़ते ही वाल्व खुल जाएगा और नाइट्रोजन मिश्रित पानी की बौछार शुरू हो जाएगी।

सख्त कार्रवाई की जाएगी

अब तक नियमों को ठेंगा दिखाते हुए एसी कोच में कुछ यात्री धूम्रपान करते थे, जिसके कारण बाकी यात्रियों को परेशान होना पड़ता था। अब इन पर उपरोक्त सिस्टम ही नजर रख रहा है। इस सिस्टम से एसी कोचों में ध्रूमपान करने वाले भी चिह्नित किए जा सकते हैं। ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। चलती ट्रेने में ध्रूमपान से और धुंआ उठते ही अर्लाम अर्लट कर देगा।

Created On :   21 April 2024 7:45 PM IST

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