दैनिक भास्कर से खास बात: श्याम मानव ने फिर दी धीरेंद्र शास्त्री और पंडोखर सरकार को चुनौती, फडणवीस ने कानून पालन करने से रोका

श्याम मानव ने फिर दी धीरेंद्र शास्त्री और पंडोखर सरकार को चुनौती, फडणवीस ने कानून पालन करने से रोका
  • देवेंद्र फडणवीस का बड़ा आरोप
  • अंधश्रद्धा कानून पालन करने से रोका
  • श्याम मानव ने दैनिक भास्कर से खास बात

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बागेश्वरधाम के धीरेंद्र शास्त्री महाराज को चमत्कार के मुद्दे पर चुनौती देने वाले अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक श्याम मानव ने फिर ललकारा है। उन्होंने कहा है कि वे आज भी अपनी चुनौती पर कायम है। चूंकि धीरेंद्र शास्त्री महाराज का कार्यक्रम नागपुर में ही हुआ था, इसलिए चर्चा नागपुर में ही होगी और इस दौरान दोनों तरफ के 10-10 लोग होंगे। इस संबंध में बाकायदा उन्होंने पत्र भी भेजा है। उन्होंने पंडोखर सरकार को भी चुनौती दी है।

गुरुवार को ‘दैनिक भास्कर’ कार्यालय में संपादकीय सहयोगियों से विशेष बातचीत में मानव ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के निर्देश पर पुलिस ने चमत्कार का दावा करने वाले धीरेंद्र शास्त्री महाराज के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। महाराष्ट्र के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस महाराज के चरण स्पर्श करने के लिए उनके कार्यक्रम में गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि फडणवीस के मुख्यमंत्रित्व काल में ही अंधश्रद्धा निर्मूलन कानून लागू हुआ था और फडणवीस ने ही पुलिस विभाग को निर्देश दिया था कि धीरेंद्र शास्त्री महाराज के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करना है। पुलिस ने साफ शब्दों में कहा कि अंधश्रद्धा निर्मूलन विरोधी कानून लागू नहीं होता। सामाजिक न्याय विभाग के अंतर्गत अंधश्रद्धा निर्मूलन कानून आता है। मुख्यमंत्री शिंदे अध्यक्ष और वे (मानव) सहअध्यक्ष थे। सहअध्यक्ष के नाते उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस विभाग से की थी।


महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के लिए ‘संविधान बचाओ-महाराष्ट्र बचाओ’ आंदोलन

श्याम मानव ने महाराष्ट्र की शिंदे सरकार को असंवैधानिक करार देते हुए विधानसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन के लिए ‘संविधान बचाओ-महाराष्ट्र बचाओ’ आंदोलन चलाने की घोषणा की है। उन्होंने आरोप लगाया कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भाजपा की सरकार बनाने के लिए शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को तोड़कर संविधान और लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाईं। उन्होंने कहा कि शिवसेना को तोड़ा, लेकिन एकसाथ 40 विधायक शिंंदे के साथ नहीं आए। इसलिए शिंदे सरकार में शामिल विधायक पात्र नहीं है। ताज्जुब की बात है कि शिंदे और अजित पवार गुट को ही असली पार्टी का दर्जा और चुनाव चिह्न दिया गया। दोनों पार्टियों के विधायकों से सरकार से बाहर निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिंदे ने विधानसभा में बताया कि विधायकों को कैसे तोड़ा जबकि देवेंद्र फडणवीस ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में दोनों पार्टियों में तोड़फोड़ की बातें बताई। संविधान और लोकतंत्र की स्थिति, ईडी और कानून का दुरुपयोग को देखते हुए 1 नवंबर 2023 से अभी तक विदर्भ में 36 सभाएं ले चुके हैं।

फडणवीस पर भ्रष्टाचार का आरोप

मानव ने देवेंद्र फडणवीस की सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि बगैर रिश्वत लिए सरकार काम नहीं करती। सन 2016 में अंधश्रद्धा निर्मूलन कानून लागू करने के लिए उन्होंने राज्य के पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को कानून का प्रशिक्षण दिया था। 2016 के पुलिस प्रशिक्षण के पैैसे अभी मिले, जबकि निधि पहले ही मंजूर हो चुकी थी। कानून पर अमल के लिए साढ़े 14 करोड़ मंजूर हुए थे, लेकिन केवल 1 करोड़ रुपए खर्च हुए। फडणवीस ने निधि के लिए तीन साल तक चक्कर कटवाए, लेकिन कोई काम नहीं किया। किसी प्रकार की मदद नहीं की।


संघ ने नाखून छुपाकर रखे थे, जो अभी निकाले

एक दौर में राष्ट्रीय स्वयंसेेवक संघ में काम कर चुके मानव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पहले के संघ और अभी के संघ में जमीन-आसमान का अंंतर है। संघ ने पहले नाखून छुपाकर रखे थे, जो अभी निकाले हैं। संघ के अखबार तरुणभारत में उन्होंने अंधश्रद्धा के खिलाफ स्तंभ भी लिखे। एक बार तत्का लीन सरसंघचालक बालासाहब देवरस से उनकी शिकायत भी की गई, लेकिन उनका कहना था कि यदि मेहमान की लाठी से सांप मरता है तो बुरा क्या है।

खगोलशास्त्र दुनिया का पहला विज्ञान : ज्योतिष के बारे में उन्होंने कहा कि इसे एस्ट्रोनामी यानि खगोलशास्त्र कहा गया है जिसमें ग्रह और तारों के आधार पर गणना की जाती है। यह दुनिया का पहला विज्ञान है।

मां घोर धार्मिक, लेकिन पिता में धीरे-धीरे हुआ बदलाव

अंधश्रद्धा के खिलाफ काम करने वाले श्याम मानव की मां घोर धार्मिक है जबकि पिता मेंं धीरे-धीरे बदलाव आया है। एक सवाल के जवाब में मानव नेे बताया कि पहले वह भी अंधविश्वासी थे, लेकिन पुणे के किर्लोस्कर प्रेस में काम करने के बाद उनके विचारों में परिवर्तन हुआ। हालांकि उनकी मां अभी भी बाबाओं को मानती है। मां बाबाओं को बुलाती थीं, तो बाबा यह कहकर नहीं आते थे कि तुम्हारा बेटा हमारी ही पोल खोेलेगा। एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि मैं भगवान को मानता हूूं, लेकिन सोए हुए लोगों को जगाने की प्रार्थना करता हूं।









Created On :   26 July 2024 10:39 PM IST

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