नागपुर: शिक्षकों की जिम्मेदारी, छात्रों का सर्वांगीण विकास - एडीआई की होगी नजर

शिक्षकों की जिम्मेदारी, छात्रों का सर्वांगीण विकास - एडीआई की होगी नजर
  • शिक्षणाधिकारी थमाएंगे सालभर का कृति प्रारूप
  • अमल पर रहेगी बीईओ, एडीआई की नजर
  • छात्राओं के लिए सैनिटरी पैड सुविधा

डिजिटल डेस्क, नागपुर. शिक्षकों पर विद्यार्थियों को केवल शालेय पाठ्यक्रम पढ़ाने की जिम्मेदारी नहीं है। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान देना उनका कर्तव्य है। उन्हें कर्तव्य निभाने के लिए विभाग सालभर का कृति प्रारुप तैयार कर रहा है। उस पर कितना अमल किया गया, यह देखने की जिम्मेदारी संबंधित पंचायत समिति के गटशिक्षणाधिकारी व विस्तार अधिकारी पर रहेगी। माध्यमिक विभाग शिक्षणाधिकारी रोहिणी कुंभार ने कृति प्रारूप तैयार कर सभी माध्यमिक स्कूलों को भेजने का नियोजन करने की विभाग के सूत्रों ने जानकारी दी। शालेय पाठ्यक्रम के अतिरिक्त स्कूल में विद्यार्थियों के बौद्धिक व शारीरिक विकास के लिए विविध नाविण्यपूर्ण उपक्रमों पर अमल करना अपेक्षित है। स्कूलों में नियमित पाठ्यक्रम के अतिरिक्त उपक्रम पर अमल नहीं होता देख माध्यमिक शिक्षा विभाग सालभर का कृति कार्यक्रम तैयार कर रहा है। स्कूल में ग्रंथालय तथा वचन कक्ष, प्रयोगशाला, शौचालय की स्वच्छता, खेल के मैदान, नियमित शारीरिक शिक्षा के पाठ, सांस्कृतिक तथा खेल स्पर्धा के आयोजन आदि का समावेश है। छात्राओं की समस्याओं पर ध्यान देकर उसे सुलझाना शिक्षकों का कर्तव्य है। स्कूलाें में उनकी समस्याओं को नजरअंदाज किया जाता है। उसे सुलझाने के लिए शिक्षणाधिकारी ने कृति प्रारुप तैयार कर स्कूलों पर अमल करने की जिम्मेदारी डालने का नियोजन किया है।

शिकायतों को सुलझाने का समावेश

माध्यमिक स्कूल की छात्राएं किशोर उम्र में होती है। उनमें अच्छे-बुरे की समझ आ जाती है। स्कूल में घटनेवाली कुछ घटना के बारे में शिक्षकों से प्रत्यक्ष बयां करने में हिचकिचाती हैं। उन्हें अपनी समस्या स्कूल प्रबंधन के सामने रखने के लिए स्कूल में लेटर बॉक्स लगाने व उसे नियमित खोलकर सूचना या शिकायतों को सुलझाने का कृति प्रारूप में समावेश है।

छात्राओं के लिए सैनिटरी पैड सुविधा

ग्रामीण क्षेत्र में माहवारी को लेकर गलतफहमी है। उसे दूर करने व स्कूलों में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाने, नवरात्रि दरमियान नवदुर्गा संवाद का आयोजन कर स्थानीय स्तर पर महिला अधिकारी तथवा सफलता प्राप्त महिलाओं के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन का सुझाव कृति प्रारूप में दिया गया है। लड़कियों को आत्मरक्षा के पाठ पढ़ाने, स्वच्छता गृह की सफाई, लड़कों के लिए विविध शैक्षणिक व बौद्धिक विकास के लिए स्पर्धा के आयोजन, वाचन व लेखन स्पर्धा, खेल व सांस्कृतिक स्पर्धा के आयोजन कर विजेताआें को पुरस्कार देकर प्राेत्साहित करने की सूचना है। स्कूलों से विद्यार्थियों के लिए विविध उपक्रमों पर अमल कर अभिलेख अद्यतन रखने पर कृति प्रारूप में फोकस किया है। गटशिक्षणाधिकारी, विस्तार अधिकारी के कंधों पर स्कूलों में नाविण्यपूर्ण अमल पर निगरानी रखने की जिम्मेदारी डाली गई है। शिक्षणाधिकारी ने स्वयं औचक निरीक्षण दौरे पर जाने की योजना बनाने की विभाग के सूत्रों ने जानकारी दी।

Created On :   13 May 2024 8:18 PM IST

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