Nagpur News: नागपुर हिंसा - सीएम बोले दंगाइयों से वसूली जाएगी नुकसान भरपाई, जल्द राहत योजना

नागपुर हिंसा - सीएम बोले दंगाइयों से वसूली जाएगी नुकसान भरपाई, जल्द राहत योजना
  • मुख्यमंत्री की चेतावनी- संपत्तियां जब्त होंगी और बुलडोजर भी चलेगा
  • मददगारों को सह आरोपी बनाया जाएगा
  • मीडिया पर अफवाह फैलाई, जिससे हिंसा हुई

Nagpur News. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर हिंसा को लेकर मीडिया से बातचीत की। उन्होंने दो टूक शब्दों में चेतावनी दी कि जो लोग इस हिंसा में शामिल हैं, उन्हें इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। दंगाइयों से हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई वसूली जाएगी। उन्होंने कहा, नुकसान की भरपाई नहीं दी, तो उनकी संपत्तियां जब्त होंगी और बुलडोजर भी चल सकता है। अगले सात दिन में राहत योजना लागू की जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 104 दंगाइयों की पहचान हो चुकी है, जिनमें से 92 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 12 विधिसंघर्ष बालकों को भी घटना के संदर्भ में हिरासत में लिया गया है।

फडणवीस ने कहा कि घटना के दिन सुबह औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र जलाई गई थी, जिसकी शिकायत लेकर कुछ लोग गणेशपेठ थाने में गए थे। पुलिस ने नियम के अनुसार उनकी शिकायत ली थी। इसके बाद भी गलत और भ्रम पैदा करने वाली अफवाहें सोशल मीडिया पर फैलाई गईं, जिसके चलते हिंसक घटना हुई। उन्होंने कहा, 17 मार्च को घटना के दिन पुलिस पर पथराव किया गया। दंगाइयों ने शासकीय संपत्ति सहित नागरिकों के वाहनों की तोड़फोड़ कर आग लगाई। पथराव में उपायुक्त स्तर के तीन पुलिस अधिकारी-कर्मचारी व नागरिक सहित 40 लोग जख्मी हो गए। जिन लोगों के वाहनों का नुकसान हुआ है, सरकार उनकी मदद करेगी। उन्होंने पुलिस की पीठ थपथपाते हुए कहा कि पुलिस ने मार खाया है, लेकिन घटना पर 4 से 5 घंटे में ही काबू पा लिया गया, मगर जिन्होंने पुलिस पर हमला किया है, उन्हें अपनी करतूत की सजा भुगतनी ही पड़ेगी। सिविल लाइंस स्थित पुलिस भवन में आयोजित पत्र परिषद में मुख्यमंत्री के साथ पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, जिलाधिकारी डॉ. विपिन इटनकर, पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र सिंगल, विधायक कृष्णा खोपडे भी उपस्थित थे।

अफवाह फैलाने वालों को भी बनाया जाएगा आरोपी

मुख्यमंत्री ने कहा कि दंगाइयों की पहचान सीसीटीवी फुटेज और वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिए की जा रही है। अंतिम आरोपी की गिरफ्तारी तक कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई गई कि एक चादर जलाई गई थी, जिस पर कुरान की आयतें लिखी थीं, लेकिन यह पूरी तरह झूठ था। इसलिए सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को भी आरोपी बनाया जाएगा। पुलिस अब तक 68 पोस्ट की पहचान कर चुकी है।

पीएम का दौरा होगा

फडणवीस ने कहा, नागपुर में हुई हिंसा का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे पर कोई असर नहीं पड़ेगा। शहर के 80 प्रतिशत इलाके हिंसा से प्रभावित नहीं हैं। जहां दंगे हुए थे, वहां भी अब शांति है। इसलिए पीएम मोदी का दौरा तय कार्यक्रम के अनुसार ही होगा।

बांग्लादेश कनेक्शन की भी की जा रही है जांच

फडणवीस ने बताया कि बांग्लादेश कनेक्शन की भी जांच की जा रही है। हालांकि, इस पर फिलहाल कुछ कहना जल्दबाजी होगी, क्योंकि जांच शुरू है। उन्होंने कहा कि इस घटना को "खुफिया विभाग की विफलता’ नहीं कहा जा सकता, लेकिन खुफिया जानकारी बेहतर हो सकती थी। हिंसा का कोई राजनीतिक पहलू नहीं है। मालेगांव कनेक्शन के बारे में सीएम ने कहा कि वह तो बिल्कुल दिखाई दे रहा है, जो पार्टियां इनको मदद कर रही हैं, वहां पर ऑफिस खोला है। इसकी जांच शुरू हो चुकी है।

बेकसूर की गई जान, दो गिरफ्तार

नागपुर हिंसा की घटना में जख्मी राहगीर ने शनिवार को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया है। मृतक का नाम इरफान अंसारी (41) बंदे नवाजनगर निवासी है। इस प्रकरण में हत्या का मामला दर्ज कर दो आरोपियों को िगरफ्तार िकया गया है। इरफान वेल्डिंग का काम करता था। मध्यप्रदेश के इटारसी में उसका काम चल रहा था। 17 मार्च की रात 9 से 10 बजे के दौरान वह रेलवे स्टेशन जाने के लिए घर से रवाना हुआ। इसी दौरान उस पर हमला हुआ था।

कांग्रेस की कमेटी में दंगे का आरोपी

सीएम फडणवीस ने कहा कि विपक्ष के लोगों ने घटना को लेकर एक ऐसी कमेटी गठित की है, जिसमें अकोला में हुए दंगे का आरोपी है। वह भी इस जांच की टीम का हिस्सा है। विपक्ष के पास अब ऐसे लोग ही बचे रह गए हैं, जो जांच टीम का हिस्सा बनाए जा रहे हैं।

हम भी बर्दाश्त नहीं करेंगे

राकांपा (अजित) के प्रमुख एवं उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा एक इफ्तार पार्टी में शामिल होने के दौरान मुसलमानों को आंख दिखाने वालों को बख्शा नहीं जाने के बारे में सवाल पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वे नहीं जानते कि अजित पवार ने क्या बयान दिया है। जो देश भक्त हैं, उसके लिए कोई भी गलत आंख उठाएगा, तो हम भी बर्दाश्त नहीं करेंगे, लेकिन समाज का कोई भी व्यक्ति हो, उसे हिंसा करने की इजाजत नहीं है।

महिला पुलिसकर्मियों पर फेंके गए थे पत्थर

मुख्यमंत्री फडणवीस ने बताया कि दंगाइयों ने महिला पुलिस कांस्टेबलों पर पत्थर फेंके गए। उनके साथ छेड़छाड़ नहीं की गई, इसकी जांच पुलिस आयुक्त ने खुद की है। वैसे भी किसी भी स्त्री पर घेरकर पथराव करने की अनुमति किसी को नहीं हो सकती है, इसलिए इन पर कार्रवाई वैसी ही होगी।

Created On :   23 March 2025 6:45 PM IST

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