Nagpur News: सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में 15% बढ़े रोगी, 25% वायरल फीवर से पीड़ित

सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में 15% बढ़े रोगी, 25% वायरल फीवर से पीड़ित
  • सरकारी अस्पतालों में बढ़ने लगी मरीजों की संख्या
  • मौसम बदलने के साथ ही बढ़ा प्रकोप
  • निजी अस्पतालों में भी लगी है लाइन

Nagpur News दिन भर नरम-गरम मौसम और रात में सर्दी...मौसम के बदलते ही वायरल फीवर पांव पसारने लगा है। सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। यह वायरल बच्चे और बुजुर्गों पर अधिक असर कर रहा है। मेडिकल व मेयो की सामान्य दिनों में ओपीडी संख्या 4000 होती है। इसमें 15 फीसदी का इजाफा हुआ है। यानी 4600 मरीज प्रतिदिन ओपीडी में आ रहे हैं। इनमें से 25 फीसदी यानी 690 मरीज वायरल फीवर से पीड़ित बताए गए हैं।

यह भी पढ़े -पात्शाह जी के आगमन पर उपराजधानी में नगर कीर्तन, धन गुरु नानक सारा जग तारिया

मेडिकल में हर रोज औसत 2875 मरीज : सरकारी समेत निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है। मेडिकल की सामान्य दिनों की औसत ओपीडी 2500 होती है। इसमें 15 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। अब हर रोज ओपीडी संख्या औसत 2875 हो चुकी है। इनमें 25 फीसदी यानी 718 से अधिक मरीज वायरल ग्रस्त हैं। वहीं मेयो की ओपीडी सामान्य दिनों में औसत 1500 होती है। यहां भी 15 फीसदी का इजाफा हुआ है। अब यहां 225 मरीज बढ़ चुके हैं। कुल 1725 मरीजों में से लगभग 25 फीसदी 431 से अधिक मरीज वायरल ग्रस्त आ रहे हैं।

इस तरह रखें सावधानी : सूत्रों के अनुसार वायरल से बचने के लिए संक्रमित लोगों से बचना जरूरी है। दूषित भोजन खाने या दूषित पानी पीने से संक्रमण फैल सकता है। कूलर व एसी का प्रयोग बिल्कुल भी न करें। घर के आसपास व गंदा पानी इकट्ठा न होने दें। बच्चे-बुजुर्ग व रोगी सुबह-शाम घर से निकलने से बचें। तेज बुखार आने पर तुरंत जांच करवाएं। बदन व सिर दर्द होने पर तुरंत ही प्लेटलेट्स की जांच करवाएं।

अपनी मर्जी से दवा न लें : मौसम बदलते ही वायरल फीवर के मरीज बढ़े हैं। पहले बुखार 4-5 दिन में उतर जाता था, अब 10 दिन से अधिक समय लग रहा है। लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से जांच करवाकर उपचार करवाना चाहिए। अपनी मर्जी से दवा लेना हानिकारक हो सकता है। - डॉ. अविनाश गावंडे, बाल रोग विशेषज्ञ व चिकित्सा अधीक्षक मेडिकल, नागपुर.


Created On :   12 Nov 2024 3:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story