Nagpur News: विश्व रैबीज दिवस पर 118 श्वानों को रैबीज प्रतिबंधक टीकाकरण

विश्व रैबीज दिवस पर 118 श्वानों को रैबीज प्रतिबंधक टीकाकरण
  • 13 जानवरों की एनिमल बर्थ कंट्रोल सर्जरी
  • जिला पशुचिकित्सालय महाराजबाग के पास शिविर
  • बीमारी की रोकथाम के बताए उपाय

Nagpur News जिले के सभी पशुचिकित्सालय नागपुर महानगर पालिका, पशुचिकित्सा प्रतिष्ठान के संयुक्त तत्वाधान में रैबीज प्रतिबंधक टीकाकरण व एनिमल बर्थ कंट्रोल शिविर का आयोजन किया गया। विश्व रैबीज दिवस के अवसर पर शनिवार को जिला पशुचिकित्सालय महाराजबाग के पास आयोजन हुआ। शिविर में बड़ी संख्या में श्वान व अन्य पशुप्रेमी उपस्थित थे। सभी अपने अपने पालतू जानवरों को लेकर आये थे। 118 श्वानों का रैबीज प्रतिबंधक टीकाकरण व 13 जानवरों का एनिमल बर्थ कंट्रोल सर्जरी की गई।

99 फीसदी को श्वान काटने से रैबीज : शिविर का उद्घाटन जिला पशुसंवर्धन उपायुक्त डॉ. नितिन फुके के हाथाें हुआ। प्रमुख अतिथि के रुप में महाराष्ट्र पशुवैद्यक परिषद डॉ. अजय पाेहरकर और पशुसंवर्धन विभाग के सहायक आयुक्त डॉ. युवराज केने उपस्थित थे। शिविर में बताया गया कि विश्व में हर साल रैबीज से 65 हजार लोगों की मृत्यु का अनुमान है। इसमें 99 फीसदी को श्वान से काटने से रैबीज होता है। इस बीमारी से कोई भी प्रभावित हो सकता है। एक जानवर को रैबीज हुआ तो अन्य जानवर भी उसका शिकार होने का खतरा रहता है। रैबीज पर प्रतिबंधक उपचार के रुप में टीकाकरण ही है। इस बीमारी की रोकथाम के लिए श्वानों, बिल्लियों व अन्य पालतु जानवरों को रैबीज प्रतिबंधक टीका लगवाना जरुरी बताया गया। इस बीमारी का शिकार अधिकतर छोटे बच्चे व लापरवाही बरतने वाले लोग होते हैं।

2030 तक रैबीज मुक्ति का लक्ष्य : विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 2030 तक विश्व को रैबीज मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। शिविर की सफलता के लिए डॉ. गजेंद्र महल्ले, डॉ. भदाडे, डॉ. राजेंद्र रेवतकर, डॉ. मयूर काटे, डॉ. सवाईमूल, डॉ. वैशाली आजनकर, डॉ. वैशाली आजनकर, डॉ. शशिकांत जाधव, डॉ. राहुल बांबटकर, डॉ. प्रियवंदा सिरास, डॉ. पल्लवी गावंडे, डॉ. प्रदीप गावंडे आदि ने सह्योग किया। शिविर में 118 श्वानों को रैबीज प्रतिबंधक टीके लगाए गए है। वहीं 13 श्वानों की एनिमल बर्थ कंट्रोल सर्जरी की गई।

Created On :   28 Sept 2024 10:06 AM GMT

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