Nagpur News: बर्ड फ्लू से बाघों की हुई मौत पर प्रशासन गंभीर, गोरेवाड़ा जू में सतर्कता बढ़ी

बर्ड फ्लू से बाघों की हुई मौत पर प्रशासन गंभीर, गोरेवाड़ा जू में सतर्कता बढ़ी
  • जू परिसर को सैनिटाइज किया जा रहा
  • रेस्क्यू सेंटर के 12 बाघों व 26 तेदुओं की रिपोर्ट नार्मल
  • वन्यजीवों के पिंजरों को डीसइन्फेक्शन किया

Nagpur News बर्ड फ्लू से 3 बाघों की मौत के बाद गोरेवाड़ा जू अलर्ट मोड पर है। जू परिसर को सैनिटाइज करने के साथ पिंजरों को भी अंदर-बाहर से डीसइन्फेक्शन किया जा रहा है। रेस्क्यू सेंटर के 12 बाघों व 26 तेदुओं की रिपोर्ट सामान्य आने से राहत मिली है।

बंद रहा महाराजबाग : बाघों व तेंदुओं की बर्ड फ्लू से मौत के बाद महाराजबाग अलर्ट मोड पर है। सोमवार को दिन भर इसे बंद रखा गया। पूरे परिसर में सैनेटाइजेशन के साथ बाघ से लेकर अन्य वन्यजीवों के पिंजरों को डीसइन्फेक्शन किया गया है। मंगलवार को इसे सैलानियों के लिए खोला जाए या नहीं, इसे लेकर देर तक असमंजस बना रहा।

एहतियातन नियमित सैनिटाइजेशन : गोरेवाड़ा रेस्कक्यू सेंटर में दिसंबर महीने के आखिर में तीन बाघ व एक तेंदुए की मौत हो गई थी। सैंपल जांच के लिए भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान में भेजे गए थे। रविवार को आई रिपोर्ट में बाघ व तेंदुए की मौत बर्ड फ्लू से होने की पुष्टि हुई। ये वन्यजीव एच5एन1 से संक्रमित थें। इसके बाद तुरंत अन्य बाघों व तेंदुओं के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। इनकी रिपोर्ट सामान्य आई है। एहतियातन परिसर व पिंजरों को सैनिटाइज करने के साथ ही वन्यजीवों की नियमित जांच हो रही है।

पहला मामला :देश में बर्ड फ्लू से बाघ की मौत का यह पहला मामला है। प्रभावित बाघ और तेंदुओं में उल्टी, आंखों से पानी आना, सीने में संक्रमण और बुखार जैसे लक्षण पाए गए थे। तीनों बाघ चंद्रपुर के टीटीसी से लाए गए थे। उन बाघों का इलाज जिस अस्पताल में किया था, वहां तेंदुए का इलाज करने से यह संक्रमण उसे भी हो गया।- शतानिक भागवत, व्यवस्थापक, गोरेवाड़ा प्रकल्प, नागपुर

पेंच में भी वन्य जीवों पर विशेष नजर : नागपुर. बर्ड फ्लू से तीन बाघों की मौत के बाद व्याघ्र प्रकल्प व अभयारण्य भी सतर्क हो गये हैं। पेंच व्याघ्र प्रकल्प व उमरेड करांडला में अस्वस्थ दिख रहे वन्यजीवों पर विशेष नजर रखी जा रही है। अभी तक सफारी बंद को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। पशुपालन विभाग आयुक्त की ओर से एक पत्रक जारी किया गया। इसमें जू को सैनिटाइज करने के साथ बीमार वन्यजीवों की जांच करने को कहा गया है। इसके लिए एक विशेष टीम रहेगी।

सफारी पर असर नहीं : पेंच में वन्यजीवों पर नजर रखी जा रही है। संदिग्ध की टेस्टिंग कर सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे। सफारी फिलहाल शुरू रहेगी। -डॉ. प्रभुनाथ शुक्ला, क्षेत्र संचालक, पेंच नागपुर

Created On :   7 Jan 2025 12:23 PM IST

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